एक तरफ जहां नए साल पर जश्न मनाने की तैयारी जोरों पर है, दूसरी तरफ उत्तर कोरिया ने एक बार फिर दुनिया को अलर्ट कर दिया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंगुन ने क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया। यह कदम 2026 में होने वाली अहम पार्टी कांग्रेस से पहले सैन्य शक्ति के प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। एक बार फिर सन की तानाशाह किम ने ट्रिगर दबाया। तो अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का कलेजा कांप उठा क्योंकि उत्तर कोरिया ने जिस क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया उसकी मारक क्षमता अमेरिका तक है जिसने अमेरिका के साथ पूरी दुनिया में टेंशन बढ़ा दी है।
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यह कोई ऐसी वैसी मिसाइल नहीं बल्कि क्रूज मिसाइल है जिसका परीक्षण उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की मौजूदगी में किया गया। मिसाइली कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिमी समुद्र से उड़ान भरती हुई अपने लक्ष्य पर सटीक तरीके से गिनी। यह परीक्षण उत्तर कोरिया की परमाणु ताकत और जवाबी हमले की पूरी तैयारी को साबित करता है क्योंकि क्रूज मिसाइल कम ऊंचाई पर उड़ सकती है। क्रूज मिसाइल रेडार से बचने में भी सक्षम है।
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आधिकारिक समाचार समिति कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, किम ने पश्चिमी तट से किए गए इन परीक्षणों पर संतोष व्यक्त किया। किम ने कहा कि यह बाहरी सुरक्षा खतरों के मद्देनजर आत्मरक्षा के अधिकार और युद्ध से निपटने में देश की शक्ति का परीक्षण है। दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने पुष्टि की है कि रविवार सुबह उत्तर कोरिया के राजधानी क्षेत्र से कई क्रूज मिसाइल दागी गईं। दक्षिण कोरिया ने कहा कि वह अमेरिका के साथ अपने गठबंधन के माध्यम से किसी भी संभावित उकसावे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण पर रोक लगाई है। हालांकि, क्रूज मिसाइल परीक्षणों पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन ये अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए बड़ा खतरा हैं क्योंकि ये कम ऊंचाई पर उड़ान भरकर रडार की नजर से बच निकलने में सक्षम हैं।

