आगरा में जन्मे और अब अमेरिका में रह रहे रियल एस्टेट निवेशक अरविंदर ‘आर्वी’ सिंह बहल 3 अगस्त को अंतरिक्ष की यात्रा पर निकलेंगे। भारतीय समयानुसार शाम 6 बजे, वह ब्लू ओरिजिन की पर्यटन उडान NS-34 से अंतरिक्ष में जाएंगे। 80 साल के हो चुके बहल के लिए यह साहसिक कदम उनके जीवन का एक और रोमांचक अध्याय है। पेशे से वह एक रियल एस्टेट कंपनी, बहल प्रॉपर्टीज, के अध्यक्ष हैं। यह उडान उनके असाधारण जीवन में एक और उपलब्धि जोड देगी।
एक अमेरिकी नागरिक बन चुके बहल ने अपने जीवन में कई असाधारण काम किए हैं। उन्होंने दुनिया के सभी 196 देशों और सात महाद्वीपों की यात्रा की है। वह उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव पर जा चुके हैं, माउंट एवरेस्ट के ऊपर स्काईडाइविंग कर चुके हैं और गीजा के पिरामिडों का भी दौरा कर चुके हैं। उनके पास एक निजी पायलट लाइसेंस भी है। उनकी यात्राओं में उन्हें भारत और चीन सबसे ज्यादा पसंद आए। एक फोटोग्राफर के रूप में उनके पास दस लाख से ज्यादा तस्वीरों का संग्रह है। उन्होंने अपनी यात्राओं पर ‘द टायरलेस ट्रैवलर’ नामक एक किताब भी लिखी है।
भारत से अमेरिका तक का सफर
13 अक्टूबर, 1945 को आगरा में जन्मे बहल ताजमहल के पास पले-बढे। वह एक धर्मनिष्ठ सिख हैं। एनडीए से निकलने के बाद, उन्होंने कुछ समय दार्जिलिंग में एक चाय बागान में काम किया, और फिर 1970 में दिल्ली में परिधान निर्माण का व्यवसाय शुरू किया। 1975 में वह ‘सिर्फ 108 डॉलर’ लेकर अपना सामान बेचने के लिए अमेरिका आए। उन्हें वह जगह पसंद आई और उन्होंने वहां बसने का फैसला किया। 1970 के दशक के अंत तक उन्हें अमेरिकी नागरिकता मिल गई। 1979 में उन्होंने पामेला से शादी की। उनके दो बच्चे और पोते-पोतियां हैं।
रियल एस्टेट में प्रवेश
काम के सिलसिले में कनाडा की यात्रा के दौरान, उन्होंने अपनी पहली संपत्ति खरीदी। जब उन्हें लगा कि इसमें अच्छा रिटर्न है, तो उन्होंने रियल एस्टेट में कदम रखा। उनका कहना है कि इस काम से उन्हें यात्रा करने का बहुत समय मिला।
ब्लू ओरिजिन की ऐतिहासिक उडान
यह मिशन पश्चिम टेक्सास से लॉन्च होगा और यह ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड कार्यक्रम की 14वीं मानव उडान होगी। अब तक यह कंपनी 70 लोगों को अंतरिक्ष की सैर करा चुकी है। इस उडान में बहल के साथ तुर्की के व्यवसायी गोखान एर्डेम, पत्रकार डेबोरा मार्टोरेल, समाजसेवी लियोनेल पिचफोर्ड, उद्यमी जेडी रसेल और ग्रेनाडा के राजदूत जस्टिन सन भी शामिल होंगे। यह रोमांचक उडान आर्वी बहल के असाधारण जीवन में एक और उपलब्धि जोड देगी।