Wednesday, July 16, 2025
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इंदौरः विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर इंदौर जिले में हुए अनेक कार्यक्रम

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इन्दौर, 19 नवंबर (हि.स.)। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर मंगलवार को इंदौर जिले में अनेक कार्यक्रम आयोजित हुए। विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष रीना सतीश मालवीय की अध्यक्षता में जिला पंचायत कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुआ। इंदौर जिला ग्रामीण वर्ष-2016 में पूर्ण खुले से शौच मुक्त होने पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों, प्रतिभागियों ने ताली बजाकर हर्ष व्यक्त किया एवं संकल्प लिया कि खुले से शौच मुक्त की स्थिति को निरंतर बनाये रखेंगे।

इस अवसर पर जिले में स्वच्छ भारत मिशन फेस-2 में किये जा रहे कार्यों एवं आगामी कार्ययोजना का प्रस्तुति करण किया गया। इंदौर जिले में प्लास्टिक अपशिष्ट के लिये निर्मित खंड स्तरीय यूनिट के संचालन के बारे में सदस्यों को अवगत कराया गया। बताया गया कि पात्रता अनुसार अभी भी व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण किया जा सकता है। सभी से आग्रह किया गया कि गाँवो में निर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का नियमित रख रखाव सुनिश्चित किया जाये।

कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रतिभागियों द्वारा भी अपने गाँवो में स्वच्छता के क्षेत्र में किये गये अच्छे कार्यों से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के सदस्यगण, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संजय तिवारी, मनरेगा परियोजना अधिकारी अनिल पवार, परियोजना अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन, सरपंच, सचिव, सफाई मित्र आदि उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मोदी 24 फरवरी को आएंगे गुवाहाटी 

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गुवाहाटी, 19 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले साल 24 फरवरी को गुवाहाटी आएंगे। वे 24 फरवरी को गुवाहाटी में आयोजित होने वाले द्वितीय ‘असम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर समिट’ में हिस्सा लेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने दिसपुर स्थित लोकसेवा भवन में कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि आज कैबिनेट की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 24 फरवरी को असम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर समिट का गुवाहाटी में आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच वर्ष पहले प्रदेश में असम इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया गया था। इस बार असम इन्वेस्टमेंट के साथ-साथ इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर भी जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछली बार इसको लेकर देश के साथ ही विदेशों में भी कई रोड शो किए गए थे। इस बार विदेशों की तुलना में अपने देश के अलग-अलग शहरों में इसको लेकर रोड शो करने पर अधिक जोर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसमें शामिल होने को लेकर सहमति जताई है।

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की इस बैठक में इसके अलावा भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

भोपाल: आरजीपीवी में दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव “प्रवाह“ 29 नवंबर से 

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भोपाल, 19 नवंबर (हि.स.)। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल, के परिसर में छात्रों को सांस्कृतिक प्रस्तुति, क्रिएटिव प्रतियोगिताएं तथा खेल और रचनात्मक प्रतिभा से अपनी प्रतिभा और कौशल प्रदर्शित करने का अवसर दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव “प्रवाह“ 2024 के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। विश्वविद्यालय परिसर में आगामी 29 और 30 नवंबर 2024 को संपन्न होने वाले सांस्कृतिक महोत्सव में खेल और रचनात्मक प्रतियोगिताएं ट्रेजर हंट, रंगोली, पेंटिंग, और बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, सांस्कृतिक प्रस्तुतिया सोलो डांस, ग्रुप डांस, सोलो सॉन्ग, ग्रुप सॉन्ग, क्रिएटिव प्रतियोगिताएं फैशन शो, रील मेकिंग, और ओपन माइक जैसी प्रतियोगिताएं संपन्न होगी! इस प्रतियोगिता में यूआईटी एवं यूटीडी आरजीपीवी, तथा पॉलिटेक्निक, आरजीपीवी के विद्यार्थी शामिल होंगे!

मंगलवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव “प्रवाह” के लोगो का अनावरण राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजीव त्रिपाठी, कुलसचिव डॉ. मोहन सेन, आयोजन के संयोजक डॉ रवींद्र पटेल द्वारा किया गया! इस अवसर पर डॉ. महेश पवार एवं डॉ. शिखा अग्रवाल सहित विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राएं उपस्थित थे!

डॉ. रविन्द्र पटेल ने बताया कि दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का उद्घाटन कार्यक्रम 29 नवम्बर को प्रातः 10 बजे विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया है! महोत्सव के अंतर्गत संपन्न होने वाली प्रतियोगिताएं प्रात : 10 बजे से सांय 4 बजे तक संपन्न होंगी ! महोत्सव का समापन कार्यकम 30 नवम्बर को सांय 4.30 बजे विश्वविद्यालय परिसर में संपन्न होगा।

महोत्सव का नाम “प्रवाह” रखा गया है, जो जीवन और सांस्कृतिक गतिविधियों में निरंतरता और प्रवाह को दर्शाता है। इस नाम के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि सांस्कृतिक गतिविधियां हमारे व्यक्तित्व और जीवन के विभिन्न पहलुओं में निरंतरता और समृद्धि लाती हैं।”प्रवाह” का अर्थ है “बहाव” या “गति।” लोगो में लहराती आकृति निरंतरता और ऊर्जा का प्रतीक है, जबकि कीबोर्ड की आकृति संगीत और कला का प्रतिनिधित्व करती है। रंग संयोजन नई शुरुआत और उत्साह को दर्शाता है, जो रचनात्मकता और सतत विकास का संकेत है।

Aurangabad West विधानसभा सीट पर असमंजस में मतदाता सीट, दोनों गठबंधन ने चुनाव में उतारे मजबूत उम्मीदवार

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महाराष्ट्र विधानसभा के 288 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा सीट भी है। यह विधानसभा का निर्वाचन क्षेत्र संख्या 108 है। यह विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा सीट महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस सीट पर शिवसेना (एकनाथ शिंदे), शिवसेना (उद्धव ठाकरे), वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए), कांग्रेस, भाजपा और बसपा मुख्य दल हैं। शिवसेना के संजय पांडुरंग शिरसाट वर्तमान में औरंगाबाद पश्चिम सीट से विधायक हैं और विधानसभा चुनाव 2019 में औरंगाबाद पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे।
औरंगाबाद पश्चिम सीट का परिचय
2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 1,99,789 मतदाता थे। इनमें से 1,09,392 पुरुष और 88,786 महिला मतदाता थे। इस विधानसभा क्षेत्र में चार मतदाता तीसरे लिंग के थे। निर्वाचन क्षेत्र में 1,607 डाक वोट डाले गए। 2019 में औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में सेवा मतदाताओं की संख्या 147 थी। वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 2,09,011 थी। इनमें से 1,14,182 मतदाता पुरुष और 94,829 महिला मतदाता थे। निर्वाचन क्षेत्र में 876 वैध डाक मत थे। 2014 में औरंगाबाद पश्चिम में सेवा मतदाताओं की संख्या 755 थी।
 2019 के चुनाव का परिणाम
विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना उम्मीदवार संजय पांडुरंग शिरसाट ने 40,445 वोटों (20.57%) के अंतर से ये सीट जीती थी। उन्हें 42% वोट शेयर के साथ 83,792 वोट मिले। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार राजू रामराव शिंदे को हराया, जिन्हें 43,347 वोट (21.72%) मिले थे। वहीं एआईएमआईएम नेता अरुण विट्ठलराव बोर्डे 39,336 वोट (19.71%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे जबकि वीबीए उम्मीदवार संदीप भाऊसाहेब शिरसा 25,649 वोट (12.85%) के साथ चौथे स्थान पर रहे। 
औरंगाबाद पश्चिम के 2014 के हाल
2014 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस नेता अब्दुल सत्तार अब्दुल नबी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 45.76% वोट शेयर के साथ 96,038 वोट मिले थे। वहीं भाजपा उम्मीदवार बनकर सुरेश पांडुरंग को 82,117 वोट (39.13%) मिले और वह उपविजेता रहे। नबी ने पांडुरंग को 13,921 वोटों (6.73%%) के अंतर से हराया। इस विधानसभा सीट पर शिवसेना उम्मीदवार मीराकर सुनील प्रभाकरराव 15,909 वोट (7.58%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे जबकि एमएनएस उम्मीदवार काले दीपाली मधुकर 3,465 वोट (1.65%) के साथ चौथे स्थान पर रहे।

Trump मोदी-मोदी करते नहीं थक रहे, इधर पुतिन ने किया अक्टूबर में दिया न्यौता स्वीकार, भारत दौरे पर आ रहे

क्रेमलिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने जानकारी देते हुए बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन निकट भविष्य में भारत का दौरा करने के लिए तैयार हैं। हालांकि सटीक तारीखों को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। यह घोषणा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का संकेत देती है। पिछले महीने की शुरुआत में जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कज़ान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर पुतिन के साथ बैठक की, तो उन्होंने राष्ट्रपति को 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए अगले साल भारत आने का निमंत्रण दिया।

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2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद पुतिन की यह पहली भारत यात्रा होगी। आखिरी बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 6 दिसंबर, 2021 को भारत का दौरा किया था। उन्होंने प्रधान मंत्री के साथ 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली की यात्रा की। अगर पुतिन 2024 में भारत आने का फैसला करते हैं, तो इसमें प्रधान मंत्री मोदी के साथ उनकी तीसरी द्विपक्षीय बातचीत शामिल होगी।

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पेसकोव ने पुतिन की आगामी भारत यात्रा पर कहा कि मुझे उम्मीद है कि जल्द ही हम उनकी यात्रा की सटीक तारीखों पर काम करेंगे… बेशक, प्रधानमंत्री मोदी की दो रूस यात्राओं के बाद, अब हमारे पास राष्ट्रपति की भारत यात्रा है, इसलिए हम इसका इंतजार कर रहे हैं। , इस साल की शुरुआत में मोदी ने दो अलग-अलग मौकों पर रूस का दौरा किया और भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने के लिए पुतिन से मुलाकात की। 

बैलिस्टिक मिसाइल दागी तो होगा परमाणु हमला, बाइडेन ने किया खेल तो पुतिन ने न्यूक्लियर वेपन रूल ही बदल डाले

रूस यूक्रेन के बीच 33 महीने से जंग जारी है। दोनों देशों के बीच के संघर्ष में अब तक हजारों लोगों की मौत हुई है। जबकि लाखों लोग जख्मी हुए हैं। रूस यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने बड़ा फैसला ले लिया है। खबरों के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 19 जनवरी 2025 को पूरा होने वाले कार्यकाल से पहले ही यूक्रेन को रूस पर अटैक के लिए मिसाइल के इस्तेमाल की अनुमति दे दी। इस कदम के बाद अब रूस भी खुलकर मैदान में गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अद्यतन परमाणु सिद्धांत को मंजूरी दे दी, जिसमें कहा गया कि अगर परमाणु शक्ति द्वारा समर्थित उस पर पारंपरिक मिसाइल हमला होता है तो रूस परमाणु हथियारों का उपयोग करने पर विचार कर सकता है। पुतिन ने परमाणु निवारक संबंधी नयी नीति का समर्थन 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन में सैनिकों को भेजने वाले हमले के 1,000वें दिन पर किया है। यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के उस फैसले के बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने यूक्रेन को अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई लंबी दूरी की मिसाइलों से रूस के अंदर लक्ष्यों पर हमला करने की अनुमति दी थी। 

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रूस पर कोई भी बड़ा हवाई हमला परमाणु प्रतिक्रिया को जन्म दे सकता है। ऐसे में इस नीति पर हस्ताक्षर पुतिन की पश्चिमी देशों को पीछे हटने को मजबूर करने के लिए रूस के परमाणु शस्त्रागार का उपयोग करने के संकेत को दर्शाता है। रूस ने कहा इन मानदंडों को पूरा करने के लिए पारंपरिक मिसाइलों, ड्रोन या अन्य विमानों के साथ हमले पर विचार किया जा सकता है।

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इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए अमेरिका द्वारा दी गयी लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल को पहली बार अनुमति दी। मामले से वाकिफ लोगों ने यह जानकारी दी। बाइडेन द्वारा लिया गया यह निर्णय अमेरिका की नीति में एक बड़ा बदलाव है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब मौजूदा राष्ट्रपति बाइडेन का कार्यकाल खत्म होने वाला है और राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप पहले ही यूक्रेन को दिये जाने वाले अमेरिकी समर्थन को सीमित करने तथा युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करने की बात कह चुके हैं। यूक्रेन पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले के फैसले के समर्थन में उत्तर कोरिया ने हजारों सैनिकों को रूस भेजने का फैसला किया है, जिसके जवाब में संभवत: इन मिसाइलों का इस्तेमाल का निर्णय लिया गया है।

India-China के बीच फिर से शुरू होंगी डायरेक्ट फ्लाइट? संबंधों को सुधारने की कोशिश में जुटे दोनों देश

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सीमा विवादों पर लंबे समय तक गतिरोध के बाद संबंधों में नरमी का संकेत देते हुए सीधी उड़ानें बहाल करने और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है। वांग ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर रियो डी जनेरियो में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक के दौरान ये टिप्पणी की। चीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, वांग ने कहा कि  हमें जितनी जल्दी हो सके सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने, पत्रकारों को भेजने और वीजा की सुविधा पर ठोस प्रगति करने का प्रयास करना चाहिए।

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यह चर्चा दोनों देशों के बीच संबंधों में बदलाव का प्रतीक है। हिमालय में 2020 की सीमा झड़पों के बाद से तनावपूर्ण हो गया था। झड़पों में दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए, परिणामस्वरूप सैन्य जमावड़ा हुआ, सीधी उड़ानें निलंबित हो गईं और वीजा प्रक्रिया में देरी हुई। अक्टूबर में एक सफलता के बाद संबंधों में सुधार होना शुरू हुआ, जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दो साल में पहली बार मिले, और तनाव कम करने पर सहमति व्यक्त की।

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सहयोग की संभावना पर प्रकाश डालते हुए वांग ने करते हुए कहा कि चीन और भारत के साझा हित उनके मतभेदों से कहीं अधिक हैं। दोनों पक्षों को एक-दूसरे के विकास को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। उड़ानों की बहाली और आसान वीजा प्रक्रिया दोनों एशियाई पड़ोसियों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएगी, जो कलह पर विकास को प्राथमिकता देने के प्रयासों को रेखांकित करेगी।

ईरान में जेल में बंद नोबेल विजेता Narges Mohammadi की सेहत को लेकर चिंताएं बढ़ीं

दुबई । ईरान में जेल में बंद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी एक जटिल सर्जरी से गुजरीं, जिसके तहत उनके दाएं पैर की एक हड्डी का कुछ हिस्सा कैंसर की आशंका के चलते हटा दिया गया। हालांकि, अधिकार समूहों के मुताबिक, नरगिस को सर्जरी के महज दो दिन बाद वापस जेल भेज दिया गया, जिससे उनकी सेहत को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) को भेजे गए 40 से अधिक अधिकार समूहों के हस्ताक्षर वाले एक पत्र में नरगिस को उन आरोपों में सुनाई गई जेल की सजा से तत्काल चिकित्सकीय फर्लो पर रिहा करने का आग्रह किया गया है, जिनकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय से आलोचना हो रही है।
इस पत्र को ईरान पर नरगिस की रिहाई का दबाव बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। नोबेल समिति के नरगिस को पिछले साल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के बाद से ही ईरान पर उनकी रिहाई का दबाव बनाने का अभियान चलाया जा रहा है सोमवार को भेजे गए पत्र में कहा गया है, “हम ईरानी अधिकारियों से मानवाधिकारों का अपराधीकरण रोकने और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों एवं लेखकों की सेहत ठीक न होने पर उन्हें जेल में कैद करने से बचने का आग्रह करते हैं।” संयुक्त राष्ट्र में ईरान के दूतावास ने इस पत्र पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
वहीं, अतीत में नरगिस की रिहाई के लिए चलाए गए अभियान को तवज्जो न देने वाले ईरान के सरकारी मीडिया ने भी पत्र पर कोई खबर नहीं प्रकाशित की है। नरगिस (52) राज्य विरोधी तत्वों के साथ मिलीभगत और ईरान सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप में कुल 13 साल और नौ महीने की जेल की सजा काट रही हैं। कई बार गिरफ्तार किए जाने और सलाखों के पीछे लंबी अवधि गुजारने के बावजूद उन्होंने अपना अभियान जारी रखा है। पत्र के मुताबिक, जेल में रहने के दौरान नरगिस को कई बार दिल का दौरा पड़ा और 2022 में उनकी आपात सर्जरी की गई थी।
नवंबर की शुरुआत में नरगिस के वकील ने बताया कि डॉक्टरों ने उनके दाएं पैर की एक हड्डी में घाव की पुष्टि की है, जिसके बारे में उन्हें आशंका है कि यह कैंसर हो सकता है। इसके बाद बृहस्पतिवार को उनकी सर्जरी की गई। पत्र में कहा गया है, “नरगिस को चिकित्सकीय सलाह के विरुद्ध सर्जरी के महज दो दिन बाद वापस जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। नरगिस को चिकित्सा फर्लो पर रिहा करने और उनकी सजा निलंबित करने के उनके विधि टीम के आग्रह को भी नजरअंदाज कर दिया गया।” इसमें कहा गया है, “वर्षों की कैद और महीनों के एकांत कारावास ने नरगिस के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे उन्हें कई ऐसी स्वास्थ्य जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है, जिन्हें अस्पताल में बिताई गई छोटी अवधि में संबोधित नहीं किया जा सकता।

Imran Khan की पार्टी के प्रदर्शन के मद्देनजर इस्लामाबाद में दो महीने तक निषेधाज्ञा लागू

इस्लामाबाद । पाकिस्तान के संघीय अधिकारियों ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी की प्रदर्शन की योजना के मद्देनजर राजधानी और आसपास के क्षेत्र में पांच या इससे अधिक लोगों के जमा होने एवं सभी तरह की सभाओं पर दो महीने के लिए रोक लगा दी है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि एक साल से अधिक समय से जेल में बंद उसके संस्थापक इमरान खान को रिहा करने पर सरकार को बाध्य करने के लिए 24 नवंबर को इस्लामाबाद में प्रदर्शन किया जाएगा। संघीय सरकार ने इसके बाद इस्लामाबाद में धारा 144 लगा दी जिसके तहत लोगों के जमा होने पर पाबंदी है।
इस्लामाबाद के जिला मजिस्ट्रेट उस्मान अशरफ के कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी विभिन्न अधिसूचनाओं के अनुसार धारा 144 लागू कर दी गई है क्योंकि समाज के कुछ तत्व गैरकानूनी तरीके से जमा होने की योजना बना रहे हैं जिससे सार्वजनिक शांति बाधित हो सकती है। अधिसूचना के तहत पांच या अधिक लोगों के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, क्योंकि वे ‘सार्वजनिक शांति और सौहार्द को खतरे में डाल सकते हैं, मानव जीवन और सुरक्षा को खतरे में डाल सकते हैं, सार्वजनिक संपत्ति के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और … इस्लामाबाद जिले की राजस्व/क्षेत्रीय सीमाओं के भीतर सांप्रदायिक दंगे सहित दंगा या मारपीट का कारण बन सकते हैं।

भारत ने जो पिछले साल कर दिखाया, वो अबकी बार ब्राजील करना चाह रहा, राष्ट्रपति लूला ने PM मोदी से किए G20 आयोजन से जुड़े हैरान करने वाले खुलासे

ब्राजील में भारतीय मूल के लोगों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के यहां पहुंचने पर मंत्रोच्चार के साथ उनका स्वागत किया। ब्राजील में उनके स्वागत के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत करते हुए ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने पीएम मोदी से कहा कि उन्होंने अपने जी20 में बहुत सी चीजें करने की कोशिश की है जो भारत में जी20 से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि ब्राजील शिखर सम्मेलन के आयोजन में दक्षता के उस स्तर तक पहुंचना चाहता है जो भारत ने पिछले साल दिखाया था।

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रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डा सिल्वा ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन में गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए राष्ट्रपति लूला का आभार। नाइजीरिया की दो-दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद यहां पहुंचे मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस से भी मुलाकात की। मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ भी बातचीत की। 

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प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक संघर्षों के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट से ‘ग्लोबल साउथ’ के देश सबसे अधिक प्रभावित हैं और जी-20 को इसे दूर करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बहुत संतोष की बात है कि हमने एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) को प्राथमिकता दी। हमने समावेशी विकास, महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास और युवा शक्ति पर ध्यान केंद्रित किया। और ‘ग्लोबल साउथ’ की आशाओं और आकांक्षाओं को पंख दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य (विषय)इस शिखर सम्मेलन में भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि पिछले साल था।