Thursday, March 13, 2025
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Nepal में योगी का पोस्टर लहराया…जान बचाकर भागना पड़ा

काठमांडू में नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र बीर शाह के स्वागत में आयोजित एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टरों ने लोगों में जिज्ञासा पैदा कर दी है। तीन महीने की अनुपस्थिति के बाद रविवार को पूर्व राजा के काठमांडू लौटने पर उनका स्वागत करने के लिए बड़ी भीड़ उमड़ी, जहां योगी आदित्यनाथ के पोस्टर भी देखे गए। जहाँ उनकी वापसी प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सरकार के लिए राजनीतिक निहितार्थों को जन्म देती है, वहीं कई लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि काठमांडू में पूर्व राजा के स्वागत में योगी आदित्यनाथ के पोस्टर क्यों इस्तेमाल किए गए।

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नेपाल में पूर्व राजा ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह के स्वागत के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लहराना नेपाली नागरिक प्रदीप विक्रम राणा को भारी पड़ गया। नेपाल की सरकार इसे साजिश मान रही है, जिसके चलते राणा यूपी के गोरखपुर भाग आया है। उनका कहना है कि नेपाल में वे सुरक्षित नहीं हैं और तभी लौटेंगे जब मौजूदा सरकार सत्ता से हटेगी।

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राणा ने बताया कि 9 मार्च को जब हजारों लोग राजा ज्ञानेंद्र के समर्थन में जुटे थे, तब वे अकेले थे जिन्होंने योगी आदित्यनाथ के पोस्टर वाला बैनर लहराया। इसके बाद सरकार ने इसे विदेशी हस्तक्षेप बताया और कार्रवाई शुरू कर दी। बताया जाता है कि ज्ञानेंद्र शाह सीएम योगी की हिंदुत्ववादी छवि को पसंद करते हैं। सीएम योगी की हिंदू धर्म के प्रति निष्ठा को भी काफी पसंद करते हैं। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह ने कई बार भारत का दौरा करके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं से मुलाकात भी की है। दरअसल, गोरक्षा पीठ और नेपाल की राजशाही में बहुत पुराने संबंध रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर में नेपाल के राजा की ही पहली खिचड़ी चढ़ती है। नेपाल का शाही परिवार बाबा गोरखनाथ के भक्त रहे हैं। 

युद्धविराम प्लान पर अब पुतिन ने फंसा दिया पेंच, अमेरिका सीधी बात करे वरना…

रूस ने अमेरिका के प्रस्तावित 30 दिन के युद्धविराम (सीजफायर) पर कड़ा रुख अपनाया है। बुधवार को रूस के राष्ट्रपति कार्यालय (क्रेमलिन) की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि जब तक अमेरिका सीधे रूस से बात नहीं करेगा, तब तक कोई फैसला नहीं होगा। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, हम यूक्रेन युद्ध पर सऊदी अरब में हुई बैठक का बारीकी से विश्लेषण कर रहे हैं। रूस तभी किसी डील पर सहमत होगा जब अमेरिका हमसे सीधे संपर्क करेगा। इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की भी सीजफायर न करने का रुख अपनाए हुए थे। इस बीच, जेलेंस्की ने कहा है कि अगर रूस युद्धविराम नहीं करता है तो उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका रूस के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।

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बता दें कि अमेरिका व यूक्रेन के बीच सऊदी अरब में बैठक हुई थी। इसमें 30 दिन के सीजफायर पर सहमति बनी थी। जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा था कि अब गेंद रूस के पाले में है। वह जल्द पुतिन से बात करेंगे। जानकारों के अनुसार, रूस अभी मजबूत है और उसे लगता है कि अस्थायी युद्धविराम हुआ तो यूक्रेन दोबारा संगठित हो जाएगा। जिससे उसे आगे डील में नुकसान होगा। रूस के रणनीतिकारों का मानना है कि पुतिन की रणनीति साफ है- या तो रूस की शतों पर यूक्रेन युद्ध खत्म होगा, या लड़ाई जारी रहेगी। सीजफायर से पहले रूस अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों में भी ढिलाई चाहता है।

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प्रस्ताव के बीच रूस ने यूक्रेन पर 133 ड्रोन दागे
सीजफायर प्रस्ताव की पेशकश के बीच बुधवार को रूस ने यूक्रेन के कीव पर 133 ड्रोन दागे। इन हमलों में चार लोगों की मौत हो गई। 20 से ज्यादा घायल हो गए। वहीं, मध्य यूक्रेनी शहर क्रीवी री को रूस ने तीन मिसाइलों से निशाना बनाया। इनमें एक महिला की मौत व नौ लोग घायल हो गए। यह शहर राष्ट्रपति जेलेंस्की का गृह नगर है।

एक महीने में अमेरिका के दो बड़े नेता करने वाले हैं भारत का दौरा, टैरिफ पर होगी बात

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के इस महीने के अंत में भारत आ सकते हैं। अमेरिकी समाचार पत्र ‘पोलिटिको’ ने लिखा, ‘वेंस अपनी पत्नी उषा के साथ इस महीने के अंत में भारत की यात्रा करेंगे।’ पोलिटिको ने सूत्रों के हवाले से कहा है, वेंस उपराष्ट्रपति बनने के पहली विदेश यात्रा पर पिछले महीने फ्रांस, जर्मनी गए थे। भारत जाना उपराष्ट्रपति के रूप में दूसरी विदेश यात्रा हो सकती है। बता दें, वेंस की पत्नी उषा की मां कृष चिलुकुरी और पिता लक्ष्मी चिलुकुरी 1970 के दशक के अंत में भारत से अमेरिका गए थे। अमेरिका की द्वितीय महिला (उपराष्ट्रपति की पत्नी) के रूप में उषा पहली बार पैतृक देश (भारत) की यात्रा करेंगी।

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तुलसी सहित दुनिया के शीर्ष खुफिया चीफ 16 को भारत में
वेंस से पहले अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड 16 मार्च को भारत आएंगी। वे दुनिया के शीर्ष खुफिया चीफ की बैठक में शिरकत करेंगी। एनएसए अजीत डोभाल की अध्यक्षता वाले सम्मेलन में कनाडाई खुफिया प्रमुख डैनियल रॉजर्स, ब्रिटिश खुफिया प्रमुख रिचर्ड मूर भी होंगे। अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डॉयरेक्टर तुलसी गबार्ड जल्द ही भारत आएंगी। तुलसी गबार्ड इंडो पेसेफिक दौरे पर रवाना हुई हैं। जापान, थाईलैंड के बाद उनका भारत दौरा होगा। गबार्ड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में घोषणा की कि वो जापान, थाईलैंड और भारत की यात्रा कर रही हैं और अमेरिका लौटते समय फ्रांस भी जाएंगी। तुलसी गबार्ड ने अपने इस दौरे की शुरुआत प्रशांत महासागर में मौजूद अमेरिकी द्वीप हवाई की राजधानी होनूलुलू से की। जहां उन्होंने इंटेलिजेंस कम्युनिटी के लोगों से मुलाकात की।

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तुलसी गबार्ड का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब पहले से ही अमेरिका और चीन में माहौल बिगड़ता दिखाई दे रहा। जो रिपोर्ट्स सामने आई हैं उसके मुताबिक वो रायसीना सम्मेलन में भाग लेंगी और भारतीय सुरक्षा अधिकारियों से मिलेंगी। चर्चा का केंद्र बिंदु, साइबर सिक्योरिटी, काउंटर टेररिज्म, आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस पर होगा। गबार्ड के दौरे में थाईलैंड, जापान और फ्रांस में रूकना शामिल है। 

North India में एक महिला से 5 पुरुष शादी कर सकते हैं, DMK के मंत्री की महाभारत के संदर्भ में टिप्पणी

उत्तर-दक्षिण विभाजन गुरुवार को और गहरा गया जब तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री दुरई मुरुगन ने आरोप लगाया कि उत्तर भारत की संस्कृति में कई पति-पत्नी रखना शामिल है और चेतावनी दी कि तमिलों का अपमान करने वालों की जीभ काट दी जाएगी। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब प्रस्तावित परिसीमन अभ्यास ने भाषा युद्ध के बीच तमिलनाडु और केंद्र के बीच बढ़ती दुश्मनी को और बढ़ा दिया है। एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए, अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए प्रसिद्ध मुरुगन ने कहा कि तमिल रीति-रिवाजों के विपरीत, उत्तर भारतीय परंपराएं बहुविवाह और बहुशासन को बढ़ावा देती हैं।

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महाभारत से तुलना करते हुए मंत्री ने आरोप लगाया कि उत्तर भारतीय संस्कृति में एक महिला को पांच या दस पुरुषों से शादी करने की अनुमति है। इस टिप्पणी को महाभारत में द्रौपदी के पांच पांडवों से विवाह के संदर्भ के रूप में देखा जा रहा है। मुरुगन ने कहा कि हमारी संस्कृति में एक पुरुष एक महिला से विवाह करता है। लेकिन उत्तर भारत में एक महिला पांच या दस पुरुषों से विवाह कर सकती है। साथ ही, पांच पुरुष एक महिला से विवाह कर सकते हैं। यह उनकी संस्कृति है। अगर एक चला गया तो दूसरा आ जाएगा। इस विवाद के केंद्र में परिसीमन है, क्योंकि तमिलनाडु को आशंका है कि यदि नवीनतम जनसंख्या आंकड़ों के आधार पर परिसीमन किया गया तो वह संसद में अपना प्रतिनिधित्व खो देगा।

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वरिष्ठ डीएमके नेता ने कहा कि कांग्रेस और केंद्र में जो भी सत्ता में था, उसने हमसे जनसंख्या नियंत्रण करने को कहा कि हमने तब ऐसा किया और अब जनसंख्या कम हो गई है। लेकिन उत्तर भारत में जनसंख्या कम नहीं हुई। उन्होंने 17, 18, 19 बच्चे पैदा किए। उनके पास कोई और काम नहीं है।

मस्जिदों को तिरपाल से ढकने की SP विधायक ने बताई वजह, कहा- त्योहारों का राजनीतिकरण करने की जरूरत नहीं

होली के त्यौहार से पहले मस्जिदों को तिरपाल से ढकने पर समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी ने कहा कि त्यौहारों का राजनीतिकरण करने की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं कल होली मनाने वाले सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे इसे उत्साहपूर्वक मनाएं लेकिन बिना सहमति के किसी भी मुस्लिम पर रंग न फेंके। मजबूरी में घर पर नमाज़ पढ़ी जा सकती है लेकिन मस्जिद में ‘जुम्मे की नमाज़’ अदा करना ज़रूरी है। मैं अपने मुस्लिम भाइयों से भी अनुरोध करूंगा कि अगर कोई आप पर रंग डालता है, तो झगड़ा न करें क्योंकि यह माफ करने का महीना है, भाईचारे का महीना है। मस्जिदों को ढका जाना चाहिए ताकि कोई भी रंग उस पर न फेंके और कोई विवाद ना हो। 

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अबू आजमी ने कहा कि हमारा मुल्क एक गंगा जमुनी तहजीब है। सभी को मिलकर अपने अपने त्यौहार को मनाना चाहिए। आज़मी ने कहा कि मस्जिदों को अवश्य ही ढकना चाहिए, ताकि उन पर कोई रंग न फेंका जा सके, जिससे विवाद पैदा हो सकता है। उत्तर प्रदेश में स्थानीय प्रशासन के एक निर्णय के बाद, होली के त्यौहार से पहले कई मस्जिदों को तिरपाल की चादरों से ढक दिया गया। इस कदम का उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और उत्सव के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना है। स्थानीय प्रशासन के निर्देश के बाद, उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद को होली के त्यौहार से पहले बुधवार को तिरपाल की चादर से ढक दिया गया।

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ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने होली के दौरान मस्जिदों को ढकने के उत्तर प्रदेश के स्थानीय प्रशासन के आदेश की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह मुसलमानों को कमज़ोर करने और गुंडों को बढ़ावा देने की साजिश है। इस आदेश की निंदा करते हुए रशीदी ने कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाना और मस्जिदों के नाम पर आदेश जारी करना असंवैधानिक है। रशीदी ने कहा कि मुसलमानों को निशाना बनाना और मस्जिदों के नाम पर आदेश जारी करना असंवैधानिक है। यह मुसलमानों को कमज़ोर करने और गुंडों को बढ़ावा देने की साजिश है। मैं इसकी निंदा करता हूँ।

ट्रंप ने जो दावे किए वो बहुत गंभीर हैं, कांग्रेस नेता ने कहा- क्या प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बारे में कुछ कहा है?

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप घोषणा कर रहे हैं कि मैंने समझौता कर लिया है। भारत टैरिफ घटा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो जलवायु परिवर्तन को लेकर जो पेरिस एग्रीमेंट है, उससे वो निकल रहे हैं, विश्व स्वास्थ्य संस्था से निकल रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के जो सारे सिद्धांत हैं, उसको राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खत्म कर रहे हैं। क्या प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बारे में कुछ कहा है? क्या उन्होंने भारत की चिंताएं राष्ट्रपति ट्रंप को बोली हैं? संसद में यह मुद्दा उठाया गया है। हम इसे उठाते रहेंगे। यह बहुत गंभीर सवाल हैं।

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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बीते दिनों दावा किया था कि भारत अपने शुल्कों में ‘‘काफ़ी कटौती’’ करने पर सहमत हो गया है। उन्होंने अपना यह दावा दोहराया कि भारत अमेरिका पर भारी शुल्क लगाता है जिससे वहां उत्पाद बेचना मुश्किल हो जाता है। ट्रंप के इस बयान पर भारत सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया भी सामने आई। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने संसदीय पैनल को बताया कि भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार शुल्क में कटौती के बारे में कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। बर्थवाल का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाल ही में दिए गए उस बयान के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अपने शुल्कों को काफी कम करने पर सहमत हो गया है। 

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विदेश मामलों की संसदीय समिति को जानकारी देते हुए वाणिज्य सचिव ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच बातचीत अभी भी जारी है और कोई व्यापार समझौता अंतिम रूप नहीं ले पाया है। संसद पैनल के कई सदस्यों द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे पर चिंता जताए जाने के बाद कि भारत शुल्क कम करने पर सहमत हो गया है।

Pakistan Train Hijack: बंधक संकट के बीच बलूचिस्तान पहुंचे पीएम शहबाज शरीफ, ट्रेन हाईजैक पीड़ितों से जाना हाल

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को जाफर एक्सप्रेस अपहरण के बचे हुए लोगों से मिलने के लिए बलूचिस्तान का दौरा किया और उन कमांडो की सराहना की जिन्होंने 300 से अधिक यात्रियों को अलगाववादी आतंकवादियों से बचाने वाले साहसिक बचाव अभियान का नेतृत्व किया। शरीफ की यह यात्रा सुरक्षा बलों द्वारा अपहरण की घटना में शामिल बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराने के एक दिन बाद हुई। उनके साथ उप प्रधानमंत्री मुहम्मद इशाक डार, संघीय सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार, योजना मंत्री अहसान इकबाल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री नवाबजादा मीर खालिद मगसी और अन्य अधिकारी भी थे। 

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जाफ़र एक्सप्रेस अपहरण कैसे हुआ 
यह हमला मंगलवार को तब शुरू हुआ जब बीएलए विद्रोहियों ने रेलवे ट्रैक के एक हिस्से को उड़ा दिया, जिससे सैकड़ों यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही जाफ़र एक्सप्रेस को पहाड़ी इलाके में गुडलार और पीरू कुनरी के पास एक सुरंग के अंदर रुकना पड़ा। आतंकवादियों ने डिब्बों में घुसने से पहले ट्रेन की खिड़कियों पर गोलियां चलाईं, जिसमें कई यात्री मारे गए या घायल हो गए और अन्य को बंधक बना लिया। कथित तौर पर उन्होंने गतिरोध के दौरान सैटेलाइट फोन के ज़रिए अफ़गानिस्तान में अपने नेतृत्व से संपर्क बनाए रखा।

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दो दिवसीय बचाव अभियान
इसके जवाब में, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान वायु सेना, सेना, विशेष सेवा समूह (SSG) और फ्रंटियर कोर (FC) के साथ मिलकर दो दिवसीय संयुक्त अभियान चलाया। बुधवार को अभियान का समापन हुआ, जिसमें सभी 33 आतंकवादी मारे गए और शेष बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि खतरे को बेअसर करने के लिए बलों ने तेजी से कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि यह घटना खेल के नियमों को बदल देती है

Gurugram स्थित Kingdom of Dreams में लगी भीषण आग, दमकल के पहुंचने से पहले ही हो गया बुरा हाल

गुरूग्राम के सबसे मशहूर मनोरंजन स्थलों में से एक किंगडम ऑफ ड्रीम्स में गुरुवार सुबह भीषण आग लग गई। सेक्टर 29 स्थित किंगडम ऑफ ड्रिम्स में लगी आग को बुझाने के लिए दमकलकर्मियों की टीम पहुंची। हालांकि टीम के पहुंचने से पहले ही संपत्ति का कुछ हिस्सा जल कर खाक हो चुका था।
 
हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि ये प्रॉपर्टी बीते तीन वर्षों से बंद बड़ी है। जानकारी के मुताबिक बकाया भुगतान न किए जाने के कारण करीब तीन साल पहले इस इमारत को सील कर दिया गया था। इस कारण यहां कोई भी नहीं था। 
फायर ब्रिगेड विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन विभाग को सुबह 6:50 बजे आपातकालीन कॉल मिली, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही अधिकांश संरचना जलकर राख हो चुकी थी। शहर के क्षितिज पर घना काला धुआं फैल गया और 10 से अधिक दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाने में उन्हें तीन घंटे लगे।
 
हरियाणा अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा के उप निदेशक (तकनीकी) गुलशन कालरा ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, “सेक्टर 29 के अग्निशमन केंद्र से छह अग्निशमन वाहन भेजे गए, जबकि उद्योग विहार, भीम नगर, सेक्टर 37 और आईएमटी मानेसर से अतिरिक्त टीमें आग पर काबू पाने के लिए जुटी थीं। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। सौभाग्य से, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि आग लगने का सही कारण अभी भी अज्ञात है।”
 
सीलबंद संपत्ति पर बार-बार आग लगने की घटनाएं
किंगडम ऑफ ड्रीम्स में आग लगने की यह पहली घटना नहीं है। जुलाई 2023 में, बेसमेंट में इसी तरह की आग लगी थी, जिससे संपत्ति की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई थीं, जो लगभग तीन वर्षों से बंद है। किंगडम ऑफ ड्रीम्स, जो कभी एक कल्चरल हब और लाइव थिएटर प्रदर्शनों का केंद्र था, को जुलाई 2022 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने ₹107 करोड़ के बकाया भुगतान न किए जाने पर सील कर दिया था।
 
फरवरी 2008 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के साथ एक दीर्घकालिक समझौते के तहत इस जगह को किराए पर लिया गया था, जिसका मासिक किराया ₹36 लाख था। हालांकि, वित्तीय परेशानियों के कारण बकाया राशि बढ़ती गई और मनोरंजन परिसर को बंद कर दिया गया।
 
कालरा ने कहा, “जब किसी इमारत को नियमित रखरखाव के बिना खाली छोड़ दिया जाता है, तो आग लगने की घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। एक साल से भी कम समय में इस संपत्ति में यह दूसरी बड़ी आग है और यह पता लगाने के लिए जांच की आवश्यकता है कि क्या कोई लापरवाही या बेईमानी थी।”
 
सांस्कृतिक केंद्र के रूप में इसके महत्व के बावजूद, किंगडम ऑफ ड्रीम्स अब एक परित्यक्त संरचना के रूप में खड़ा है, जो आगे और अधिक नुकसान की संभावना है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि गुरुवार की आग के कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की जाएगी।

Holi 2025| किसी ने बिना पूछे डाला रंग, तो पड़ेगा भंग, सख्त लिया जाएगा एक्शन, जारी हुई गाइडलाइन

होली के मौके पर लोग धूमधाम और हुड़दंग मचाते हुए होली खेलते है। रंगों के इस त्योहार को लोग खुशी के साथ मनाते है। होली मनाने के लिए नए दिशानिर्देश भी जारी किए गए है। कई बार देखा जाता है कि होली की धूम में डूबकर लोग बिना सहमति के ही किसी पर भी रंग या पानी डालना शुरू कर देते है। ऐसी किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए नई गाइडालइन बनी है।
 
इसके अनुसार अगर कोई व्यक्ति बिना सहमति के किसी पर रंग या पानी फेंकता है कि उसके खिलाफ एक्शन हो सकता है। हैदराबाद सिटी पुलिस ने 14 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा जिसके लिए सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित की जानी है। इसके लिए सख्त गाइडलाइन जारी की गई है।
 
पुलिस द्वारा जारी नई गाइलाइन की मानें तो बिना सहमति के किसी पर भी रंग या पानी फेंकना मना है। वाहनों, लोगों या सार्वजनिक स्थान पर रंग डालना और व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न करना परेशानी में डाल सकता है। व्यवधान उत्पन्न करने वालों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद की ओर से 11 मार्च को एक आदेश जारी हुआ था जिसके अनुसार 13 मार्च शाम छह बजे से 15 मार्च 2025 की सुबह छह बजे तक ये आदेश प्रभावी रहेगा।
 
गाइडलाइन की मानें तो हैदराबाद सिटी पुलिस अधिनियम की धारा 22 के तहत इसे जारी किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने निर्देश दिए हैं कि शहर में शांति व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए जुलूस, सभा को रोकने की व्यवस्था भी शामिल है। जो लोग इन नियमों का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

होली और रमजान की नमाज को लेकर मुस्तैद हुई Delhi Police, राजधानी में बढ़ाई चौकसी

दिल्ली पुलिस ने होली त्योहार और रमजान के जुमे की नमाज से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ 25,000 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं जो कि शहर में कड़ी निगरानी रखेंगे।
 
इस वर्ष होली के मौके पर खास ध्यान रखा जा रहा है क्योंकि 14 मार्च को शुक्रवार है। वहीं मुसलमानों का रमजान महीना भी जारी है, जिसमें शुक्रवार 14 मार्च को ही जुम्मे की नमाज अदा होगी, जबकि उस दिन ही होली भी है।
 
ऐहतियात के तौर पर पुलिस ने 300 से अधिक संवेदनशील स्थानों की पहचान की है और ड्रोन तथा सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। शहर के हर जिले में अमन समितियों के साथ बैठकें भी नियमित रूप से हो रही हैं। पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के सभी 15 पुलिस जिलों को गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया गया है, खास तौर पर रिहायशी इलाकों और होली के लिए मशहूर जगहों पर।
 
पूर्वोत्तर जिले में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए पूर्वोत्तर जिले में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। निरंतर निगरानी के साथ सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है, जबकि उन्नत ड्रोन तकनीक के माध्यम से संभावित खतरों को कम किया जा रहा है।”
 
एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूरे जिले में गश्त की जा रही है और त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए बाजार कल्याण संघों और निवासी कल्याण संघों के साथ बैठकें की जा रही हैं। अधिकारी ने कहा, “चूंकि होली और रमज़ान की शुक्रवार की नमाज़ एक ही दिन पड़ रही है, इसलिए हम हर जिले में अमन समितियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। दोनों पक्ष बहुत सहयोगी हैं और लगातार हमारे संपर्क में हैं।” उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए होली और शुक्रवार की नमाज़ से पहले भी बैठकें की जाएंगी।
 
इस बीच, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त नाकेबंदी करेगी। शराब पीकर गाड़ी चलाने और रेड लाइट जंप करने वालों पर लगाम लगाने के लिए प्रमुख चौराहों पर विशेष टीमें तैनात की जाएंगी। अधिकारी ने बताया कि होली के दिन कड़ी चेकिंग की जाएगी।
 
दिल्ली यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “टीमें उन लोगों पर नजर रखेंगी जो कानून तोड़ रहे हैं। होली के दौरान यातायात उल्लंघन का पता लगाने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए प्रमुख चौराहों, शराब पीने के स्थानों और संवेदनशील स्थानों पर विशेष जांच दल तैनात किए जाएंगे।”
 
पुलिस ने लोगों को जिम्मेदारी से जश्न मनाने का सुझाव भी दिया। शराब पीकर गाड़ी चलाने से न केवल खुद की जान को खतरा होता है, बल्कि दूसरों को भी खतरा होता है। शराब पीकर गाड़ी चलाने के अलावा, रैश ड्राइविंग, दोपहिया वाहनों पर तीन लोगों की सवारी और स्टंट बाइकिंग पर नज़र रखने के लिए विशेष टीमें तैनात की जाएंगी।
 
पुलिस ने बताया कि वे मस्जिद के इमामों से भी बात कर रहे हैं और उनका सहयोग भी मांग रहे हैं। पुलिस दिन भर मोटरसाइकिल और मोबाइल वैन के जरिए गश्त करेगी। उन्होंने बताया कि ओवर-स्पीडिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए रडार गन भी तैनात की जाएंगी।