Saturday, December 27, 2025
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प्रयागराज का महाकुंभ स्वच्छता के मामले में नए मानक स्थापित करेगा: Yogi Adityanath

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लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले वर्ष जनवरी में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों को लेकर सरकार के प्रयासों की चर्चा करते हुए कहा कि महाकुंभ न केवल स्वच्छता के मामले में नए मानक स्थापित करेगा बल्कि ‘डिजिटल कुंभ’ की शुरुआत कर प्रौद्योगिकी को भी अपनाएगा। प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभके लिए सरकार व्यापक तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को यहां एक मीडिया समूह के ‘संवाद कार्यक्रम’ में शामिल हुए और उन्होंने सभी को संविधान दिवस की बधाई देते कहा कि भारत का संविधान जिन तीन स्तंभों पर स्थित है, उसका आधार ही संवाद है।
योगी ने विश्वास जताया कि महाकुंभ विरासत, विकास व भारत की सनातन धर्म की परंपरा को नई पहचान देने का नया अभियान होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन इस बार 45 दिन का होगा, जिसमें 35 से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। योगी ने बताया कि महाकुंभ को सफल बनाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 2019 में हुए कुंभ में 23 से 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे लेकिन इस बार 45 दिन में 35 से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
सीएम योगी ने सरकारी प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि कुंभ के क्षेत्रफल में भी विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 2019 में कुंभ का क्षेत्रफल 3200 हेक्टेयर था जबकि 2025 में महाकुंभ का क्षेत्रफल 4000 हेक्टेयर होगा। योगी ने बताया कि इस क्षेत्रफल को 25 सेक्टर में विभाजित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार संगम तट तक पहुंचने के लिए डेढ़ से दो किलोमीटर से अधिक की यात्रा न करनी पड़े इसके लिए इंतजाम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अलग-अलग मार्ग पर 1850 हेक्टेयर से अधिक में पार्किंग स्थल चिन्हित किया है और यह स्थल संगम तट से दो से पांच किलोमीटर के दायरे में होंगे। योगी ने सफाई पर जोर देते हुए कहा कि महाकुंभ के क्षेत्र में डेढ़ लाख शौचालय बनाए जा रहे हैं।

चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश को सुनाई खरी-खोटी, हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की

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विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को हिंदू धार्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी और जमानत से इनकार की निंदा की और बांग्लादेश के अधिकारियों से देश में धार्मिक अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों को लेकर कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले प्रभु को 25 नवंबर को ढाका हवाई अड्डे पर ढाका पुलिस की जासूसी शाखा द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद विदेश मंत्रालय की कड़ी टिप्पणी आई। बयान में कहा गया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से वैध मांगें उठाने वाले एक धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं।
 

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विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भी शामिल है। मंत्रालय ने रेखांकित किया कि प्रभु की गिरफ्तारी बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों से संबंधित घटनाओं के बाद की गई है। इसमें साफ कहा गया है कि अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी और तोड़फोड़ और देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई प्रलेखित मामले हैं।
 

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मंत्रालय ने प्रभु की रिहाई के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे धार्मिक अल्पसंख्यक समूह के सदस्यों पर हमलों पर भी चिंता व्यक्त की। प्रभु कई वर्षों तक इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) से जुड़े रहे और उन्होंने सोसाइटी के प्रवक्ता के रूप में काम किया है। कई मौकों पर, प्रभु ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाई और धार्मिक भेदभाव की प्रथा का आह्वान किया। इस्कॉन मंदिर के अधिकारियों, जिन्होंने पहले भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और बांग्लादेश सरकार से बात करने का आग्रह किया था, ने प्रभु की गिरफ्तारी की निंदा करने के भारत सरकार के कदम की सराहना की।

संभल से बड़ी संख्या में लोग कर रहे हैं पलायन

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लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिला संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर रविवार 24 नवंबर को करीब पांच घंटे के बवाल के बाद तीसरे दिन भी क्षेत्र में दहशत के बीच लोगों में गम, गुस्सा और बेबसी नजर आई। जामा मस्जिद से नखासा और हिंदूपुरा खेड़ा तक सन्नाटा पसरा रहा। चौक-चौराहों पर अधिकतर पुलिसकर्मी ही दिखे। इन सबके बीच कहीं गोली के निशान तो कहीं सड़कें और दीवारें बवाल की कहानी बयां कर रही थीं। जान गंवाने वालों के परिजन व आम लोग भी सीधे तौर पर कुछ भी कहने से बचते रहे। बवाल वाले क्षेत्रों से सैकड़ों लोग घरों पर ताला लगाकर अपने रिश्तेदारों के घर चले गए।
संभल में हुए बवाल के दौरान उपद्रवियों ने जिस तरह दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ा, उससे उनकी मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। मोहल्ला कोट पूर्वी में सोमवार को जब स्थिति कुछ सामान्य हुई तो अपनी दुकानों की स्थिति का जायजा लेने दुकानदार भी पहुंच गए। दुकानदारों का कहना था कि उपद्रवियों ने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए ताकि उनका उपद्रव सामने न आ सके। दुकानदारों ने कहा कि रविवार को बवाल होने के कारण दुकानें नहीं खोली थीं। रात में कार घर के बाहर खड़ी छोड़ दी थी, सुबह बवाल में वह आग के हवाले हो गई। 

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 संभल में बवाल के बाद तनाव पूर्ण माहौल नजर आ रहा है। इस बीच पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल समेत 2500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। बर्क और सुहेल पर बलवा कराने की साजिश का आरोप है। वहीं तीन महिलाओं समेत 27 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया। सीओ अनुज चौधरी, एसपी के पीआरओ संदीप कुमार, दरोगा दीपक राठी और शाह फैसल की तहरीर पर संभल कोतवाली में पांच और नखासा थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए। इसमें 2500 लोगों को आरोपी बनाया गया है।

…और अब प्रभु श्री राम की नगरी में बिछेगी सियासी बिसात

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लखनऊ। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या पिछले कुछ माह से काफी सुर्खियां बटोर रहा है। बीजेपी के हिन्दुत्व कह प्रयोगशाला समझे जाने वाली अयोध्या में लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी,जिससे बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी। बीजेपी को यह हार तब झेलनी पड़ी थी जबकि इससे कुछ माह पूर्व 500 वर्षो के लम्बे इंतजार के बाद यहां प्रभु श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। यहां से सपा के अवधेश प्रसाद चुनाव जीते थे तो पहले मिल्कीपुर के विधायक थे। मिल्कीपुर में उपचुनाव का रास्ता साफ होने के बाद एक बार फिर से राजनीतिक हलचल बढ़ने की उम्मीद है। चुनाव टलने के बाद राजनीतिक दलों की दौड़ भाग कम हो गई थी। 23 नवंबर को उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों के उपचुनाव के आए नतीजों से लबरेज भारतीय जनता पार्टी मिल्कीपुर में कमल खिलाकर फैजाबाद सीट हारने का धब्बा मिटाना चाहती है। आम चुनाव में भाजपा से यह सीट छीनकर अपनी झोली में डालने वाली समाजवादी पार्टी भी इसे कतई गंवाना नहीं चाहती। इसके लिए वह पूरा दमखम लगाने के लिए तैयार है। अवधेश प्रसाद के निर्वाचन को चुनौती देने वाली पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा व एक अन्य की याचिका वापस होने के बाद मिल्कीपुर में चुनाव के रास्ते खुल गए हैं।

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मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर 15 अक्तूबर के पहले भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों के प्रदेश एवं राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह चौपाल लगाकर प्रचार-प्रसार शुरू किया था। मिल्कीपुर के उपचुनाव की घोषणा टलने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी भी फीकी पड़ गई थी। अब जब रास्ता साफ हो गया है तो एक बार फिर से राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, पदाधिकारी क्षेत्र में सक्रिय होंगे। अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा ने सपा को बड़े अंतर से हराकर मिल्कीपुर में भी भाजपा के लिए आशा की नई किरण पैदा कर दी है। बहुजन समाज पार्टी ने मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए पहले ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। कटेहरी में समाजवादी पार्टी ने सांसद लाल जी वर्मा की पत्नी को विधानसभा का प्रत्याशी बनाया था। जिससे सपा पर विपक्षी दलों ने परिवारवाद का भी आरोप लगाया। मिल्कीपुर में भी सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है। ऐसे में मिल्कीपुर में भी सपा को परिवारवाद का आरोप झेलना पड़ सकता है। 

Chandigarh Blast: गोल्डी बरार ने नाइट क्लब में हुए दोहरे विस्फोटों की जिम्मेदारी ली, पुलिस की जांच जारी

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गैंगस्टर गोल्डी बरार ने चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में मंगलवार सुबह दो लोकप्रिय नाइट क्लबों के बाहर हुए दोहरे विस्फोटों की जिम्मेदारी कथित तौर पर ली है। सोशल मीडिया पोस्ट में बरार ने दावा किया कि उसके गिरोह ने डे’ओरा रेस्तरां और सेविले बार और लाउंज को निशाना बनाया, क्योंकि मालिकों ने फोन कॉल के जरिए की गई जबरन वसूली की मांग को नजरअंदाज कर दिया था।
हालांकि इन दावों की प्रामाणिकता की पुष्टि होनी बाकी है, चंडीगढ़ पुलिस ने कहा है कि वे मामले की सक्रियता से जांच कर रहे हैं और संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट की समीक्षा कर रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि जब तक सबूत आरोपों की पुष्टि नहीं कर देते, तब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाएगा।
 

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घटना का विवरण
कम तीव्रता वाला बताया जा रहा विस्फोट सुबह करीब 4 बजे हुआ, जब मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने प्रतिष्ठानों के बाहर कच्चे विस्फोटक उपकरण फेंके। सौभाग्य से, कोई हताहत नहीं हुआ और न ही कोई बड़ी संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
शुरुआती रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि उपकरणों को पटाखे की सामग्री के साथ पोटाश का उपयोग करके पतली जूट की रस्सियों के साथ बनाया गया था। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कच्चे उपकरणों को बम की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, हालांकि उन्हें उल्लेखनीय प्रभाव पैदा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में इस्तेमाल किया गया था।
 

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पुलिस जांच
अधिकारी आस-पास के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं और संदिग्धों की पहचान करने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों के बयान मांग रहे हैं। इस्तेमाल की गई सामग्रियों के बारे में बात करते हुए, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “यह स्थानीय रूप से उपलब्ध पदार्थों का उपयोग करके देसी बम बनाने का प्रयास प्रतीत होता है। गंभीर नुकसान पहुंचाने के बजाय डराने का इरादा था।”
चंडीगढ़ पुलिस के सूत्रों के अनुसार, इस घटना को बम की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, क्योंकि इस्तेमाल किया गया पदार्थ पटाखों के साथ पोटाश था, जो बहुत अधिक मात्रा में था। इसने कहा कि पटाखों में इस्तेमाल होने वाले पोटाश का उपयोग करके चंडीगढ़ के नाइट क्लबों के बाहर देसी बम विस्फोट करने का प्रयास किया गया था। मौके से कुछ पतली जूट की रस्सियाँ भी बरामद की गईं।
धमाकों के समय नाइट क्लब बंद थे, इसलिए माना जा रहा है कि ये धमाके केवल दहशत फैलाने के लिए किए गए थे।

पाकिस्तान में भड़की हिंसा, सड़कों पर उतरे इमरान खान के समर्थक, जमकर काटा बवाल, छह लोगों की मौत

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जेल में बंद नेता की रिहाई की मांग कर रहे उनके समर्थकों ने मंगलवार को राजधानी इस्लामाबाद में बंद शिपिंग कंटेनरों को तोड़ दिया, जबकि विरोध-संबंधी हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों से लड़ाई की और गोलियों से जवाब देने की सरकारी धमकी को नजरअंदाज कर दिया। इससे सरकार को देखते ही गोली मारने का आदेश देना पड़ा।
 

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प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी आंदोलन को रोकने के प्रयासों को चकमा देते हुए सोमवार देर रात जब इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी राजधानी इस्लामाबाद में दाखिल हुए तो झड़पें हुईं। इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के नेतृत्व में विरोध मार्च रविवार को शुरू हुआ और सोमवार शाम तक इस्लामाबाद पहुंच गया। विरोध प्रदर्शन मंगलवार तक जारी रहा और प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में कई रणनीतिक इमारतों के करीब डी-चौक तक अपना मार्च फिर से शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर वीडियो में इमरान खान के समर्थकों को भारी सुरक्षा तैनाती के बीच गैस मास्क और सुरक्षात्मक चश्मे पहने हुए मार्च करते हुए दिखाया गया, जिससे इस्लामाबाद और अन्य शहरों के बीच यात्रा लगभग असंभव हो गई। पंजाब प्रांत में प्रमुख ग्रैंड ट्रंक रोड राजमार्ग के किनारे के इलाकों से एम्बुलेंस और कारों को वापस लौटते देखा गया, जहां सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए शिपिंग कंटेनरों का इस्तेमाल किया गया था।
 

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प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को हमले की निंदा करते हुए कहा कि एक अराजकतावादी समूह जानबूझकर कानून प्रवर्तन कर्मियों को निशाना बना रहा है। टक्कर के लिए जिम्मेदारी का कोई दावा नहीं किया गया। एक अलग घटना में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। आधी रात के तुरंत बाद, आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने धमकी दी कि अगर प्रदर्शनकारियों ने उन पर हथियार चलाए तो सुरक्षा बल जवाबी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, “अगर वे दोबारा गोलियां चलाएंगे तो गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।” इसका मतलब है कि पुलिस ने देखते ही गोली मारने का आदेश दे दिया है।

ब्राजील के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने Bolsonaro पर तख्तापलट करने के लिए डाला था दबाव

साओ पाउलो । ब्राजील सेना के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने तत्कालीन राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो पर तख्तापलट कर सत्ता में बने रहने का दबाव डाला था। वर्ष 2022 के अंत में कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग के लीक होने के बाद यह खुलासा हुआ है। संघीय पुलिस द्वारा हासिल की गयी 53 ऑडियो रिकॉर्डिंग में सेना के सदस्यों को वामपंथी लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा को राष्ट्रपति बनने से रोकने की अपनी इच्छा को अपनी आवाज में व्यक्त करते हुए सुना जा सकता है। ‘द एसोसिएटेड’ प्रेस को सोमवार को यह ऑडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त हुई। 
पुलिस की व्यापक जांच की निगरानी करने वाले उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एलेक्जेंडर डी मोरेस ने पिछले सप्ताह अपने फैसले में इनमें से कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग का हवाला दिया, जिसमें 2022 में तत्कालीन निर्वाचित राष्ट्रपति लूला की हत्या की साजिश रचने और फिर आठ जनवरी 2023 को उन्हें सत्ता से बेदखल करने का प्रयास के लिए पांच लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। बोल्सोनारो के समर्थकों ने तख्तापलट की कोशिश में राजधानी ब्रासीलिया में सरकारी इमारतों को नष्ट कर दिया था।
सेना के विशेष बलों के पूर्व उपकमांडर कर्नल रॉबर्टो रेमुंडो क्रिसकुली ने सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल मारियो फर्नांडीस से कहा था कि लूला की लगातार तीसरी बार जीत के बाद धुर दक्षिणपंथी नेता एक स्पष्ट विकल्प के रूप में सामने हैं। फर्नांडीस उस समय राष्ट्रपति पद के महासचिव के बाद दूसरे स्थान पर थे। क्रिसकुली ने एक ऑडियो में कहा, “गृहयुद्ध या तो अब होगा या फिर बाद में। हमारे पास अब गृहयुद्ध का ठीक समय है। लोग सड़कों पर हैं, हमें भारी समर्थन मिल रहा है। चलो अब यह करते हैं। प्रथम नेता से बात करते हैं।” 
ब्राजील के राष्ट्रपति को प्रथम नेता के रूप में संदर्भित किया जाता है। रिकॉर्डिंग में न तो पूर्व राष्ट्रपति और न ही उनके मंत्री बोलते हुए सुनाई दिये। ऑडियो सीधे तौर पर 21 नवंबर को ब्राजील की पुलिस द्वारा लगाए गए औपचारिक आरोप से संबंधित नहीं हैं। पुलिस ने बोल्सोनारो और 36 अन्य पर तख्तापलट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया था। ब्राजील की सेना ने संघीय पुलिस जांच के बारे में टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया।

पहलवान साक्षी मलिक के घर आई नन्हीं मेहमान, 3 बार की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट पर रखा बेटी का नाम

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पहलवान साक्षी मलिक ने बेटी को जन्म दिया है, इसकी जानकारी उन्होंने इंस्टाग्राम के माध्यम से दी। पोस्ट में साक्षी मलिक ने बेटी के नाम का भी खुलासा किया। साक्षी ने अपने बेटी का नाम 3 बार की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और 13 बार की वर्ल्ड चैंपियनशिप विजेता साओरी योशिदा पर रखा है। बता दें कि, साक्षी ने बेटी को जन्म 11 नवंबर को दिया था। 
साक्षी ने अपने पोस्ट में लिखा कि, Proud Parents साक्षी और सत्यव्रत को ईश्वर के आशीर्वाद के रूप में पुत्री धन की प्राप्ति हुई है। योशिदा कादियान ये पोस्ट साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान के इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर की गई। बेटी के जन्म पर साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान को कई लोगों ने बधाई दी। 
बता दें कि, साक्षी मलिक ने हाल ही में अपनी बायोग्राफी विटनेस लॉन्च की। किताब में साक्षी ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। 
बता दें कि जापान के त्सू मी में 5 अक्टूबर 1982 को जन्मीं साओरी योशिदा पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन और रेसलिंग कोच ईकात्सु योशिदा की बेटी हैं। साओरी योशिदा ने 2002 बुसान एशियाई खेलों से 2016 रियो ओलंपिक तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 24 गोल्ड मेडल जीते। इसमें 3 ओलंपिक स्वर्ण मेडल भी शामिल हैं। 

मोहम्मद सिराज को इस खूबसूरत हसीना से हुआ प्यार!, किसके लिए धड़कता है मियाभाई का दिल?

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मोहम्मद सिराज: आरसीबी के लिए खेलने वाले मोहम्मद सिराज पर गुजरात टाइटंस ने नीलामी में खूब पैसे खर्च किए. गुजरात ने सिराज को रु. 12.25 करोड़ में खरीदे गए इस खिलाड़ी ने उनकी गेंदबाजी को मजबूत करने का काम किया. मोहम्मद सिराज 2018 से आरसीबी टीम के लिए खेल रहे थे. लेकिन अब वह गुजरात के लिए अपनी ताकत दिखाते नजर आएंगे.

मोहम्मद सिराज ने अपनी तेज गेंदबाजी से एक अलग पहचान बनाई है. वह बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। सिराज ने हाल ही में एक्ट्रेस माहिरा शर्मा की एक फोटो लाइक की थी. जिसके चलते सिराज फैंस और सोशल मीडिया यूजर्स के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं. लोग अब कयास लगा रहे हैं कि दोनों के बीच कुछ तो चल रहा है.

क्या माहिरा को डेट कर रहे हैं सिराज?
यह पहली बार नहीं है जब सिराज की निजी जिंदगी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि सिराज ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर लगातार चर्चा हो रही है. कुछ लोग इसे सिराज और माहिरा के बीच नए रिश्ते की शुरुआत मान रहे हैं तो कुछ इसे महज एक सामान्य सोशल मीडिया एक्टिविटी मान रहे हैं.

सिराज लाइक्स पोस्ट विवाद
हाल ही में माहिरा शर्मा और मोहम्मद सिराज के बीच एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लाइक करने को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा हुआ था. जब माहिरा ने अपना लेटेस्ट पोस्ट शेयर किया और मोहम्मद सिराज ने उसे लाइक किया तो फैन्स और इंटरनेट यूजर्स ने इसे लेकर कयास लगाने शुरू कर दिए. सोशल मीडिया पर लोग कयास लगाने लगे कि शायद दोनों के बीच कुछ खास चल रहा है, क्योंकि दोनों का नाम जुड़ा हुआ है।

कौन हैं माहिर शर्मा?

माहिरा शर्मा एक बेहद लोकप्रिय और प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से एक बड़ा प्रशंसक आधार बनाया है। उनके ग्लैमर और खूबसूरती की चर्चा अक्सर सोशल मीडिया पर होती रहती है. वह रियलिटी शो बिग बॉस के कारण भी सुर्खियों में आईं। माहिरा की एक्टिंग केवल टीवी शो तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह म्यूजिक वीडियो में भी काफी एक्टिव रही हैं और 50 से ज्यादा म्यूजिक वीडियो में नजर आ चुकी हैं.

स्टॉक मार्केट नहीं ये निवेश विकल्प दे सकते हैं बड़ा रिटर्न, टॉप-6 निवेश आइडिया

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निवेश विचार: शेयर बाजार को अक्सर निवेश का मुख्य स्रोत माना जाता है, लेकिन यह हर निवेशक के लिए आदर्श नहीं है। बाजार की अस्थिरता और अनिश्चितता के कारण बहुत से लोग शेयर बाजार के अलावा अन्य विकल्प तलाशते हैं। वैकल्पिक निवेश के माध्यम से आप न केवल जोखिम कम कर सकते हैं बल्कि अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाकर अधिक स्थिर और सुरक्षित रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं।

इसलिए हम आपके लिए शेयर बाजार के अलावा अन्य निवेश विकल्प लेकर आए हैं, जहां आप अपनी पसंद और अपनी रिसर्च के आधार पर निवेश कर सकते हैं।

1. रियल एस्टेट
रियल एस्टेट निवेश सदियों से सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक रहा है। समय के साथ संपत्तियों का मूल्य बढ़ता है और किराये के माध्यम से नियमित आय का स्रोत बन जाता है। यही कारण है कि परंपरागत रूप से लोग रियल एस्टेट में निवेश करना पसंद करते हैं।

रियल एस्टेट निवेश के प्रकार

  • आवासीय संपत्ति: फ्लैट, मकान या विला खरीदना और किराए पर लेना।
  • वाणिज्यिक संपत्ति: कार्यालय स्थान, दुकान या गोदाम में निवेश।
  • रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (आरईआईटी): यह एक फंड है जो निवेशकों को संपत्ति खरीदे बिना रियल एस्टेट में निवेश करने की अनुमति देता है।

फायदे-नुकसान

  • समय के साथ संपत्ति का मूल्य बढ़ता जाता है।
  • मुद्रास्फीति के दौरान सुरक्षा प्रदान करता है.
  • किराए के माध्यम से नियमित मुआवज़ा मिलता रहता है.
  • शुरुआत में काफी निवेश करना पड़ता है.
  • रखरखाव और कर दायित्व.
  • किसी संपत्ति को जल्दी बेचना मुश्किल हो सकता है।

2. सोना और चांदी
सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेश जोखिम को कम करने और पोर्टफोलियो को स्थिर करने का एक पुराना तरीका है।

सोने के भौतिक रूप में निवेश करने के तरीके:

  • सोने के सिक्के, बार या आभूषण खरीदना।
  • डिजिटल सोना: मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए सोना खरीदना।
  • गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंड: स्टॉक मार्केट ट्रेडेड फंड।

फायदे और नुकसान

  • सोना और चांदी हमेशा मांग में रहते हैं
  • भौतिक सोने के भंडारण और सुरक्षा के बारे में चिंताएँ
  • कीमत में अस्थिरता.

3. स्टार्टअप और वेंचर कैपिटल
यदि आप उच्च रिटर्न के लिए जोखिम लेने को तैयार हैं तो स्टार्टअप और नए व्यवसायों में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
निवेश कैसे करें?

  • एंजेल इन्वेस्टमेंट: शुरुआती चरण के स्टार्टअप में निवेश करना।
  • वेंचर कैपिटल फंड: उन कंपनियों में निवेश करना जिनमें बड़े पैमाने पर बढ़ने की क्षमता है।
  • क्राउडफंडिंग: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्टार्टअप में छोटे निवेश।

फायदे और नुकसान

  • नवीन प्रौद्योगिकियों और विचारों का हिस्सा बनना।
  • उच्च जोखिम को चुनौती दें
  • स्टार्टअप विफल हो सकता है.
  • लंबे समय तक पैसा फंसा रह सकता है.

4.
कमोडिटीज कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, कृषि उत्पाद और धातु जैसी कमोडिटीज एक और निवेश विकल्प प्रदान करती हैं।

वस्तुओं में निवेश करने के तरीके

  • वायदा और विकल्प: स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से व्यापार।
  • कमोडिटी म्यूचुअल फंड और ईटीएफ।
  • भौतिक रूप में: भंडारण योग्य वस्तुओं की खरीद।

फायदे और नुकसान

  • शेयर बाजार के साथ कम संबंध.
  • बाजार की अस्थिरता को चुनौती
  • कौशल की आवश्यकता है

5. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) निवेशकों को सोने में निवेश का एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प प्रदान करता है।

फायदे-नुकसान

  • सोने की बढ़ती कीमतों के साथ पूंजीगत लाभ।
  • 2.5% वार्षिक ब्याज.
  • भौतिक भंडारण की कोई आवश्यकता नहीं.
  • शुरुआती बिक्री पर कम रिटर्न.
  • परिपक्वता अवधि 8 वर्ष.

6. म्यूचुअल फंड और बांड बांड

  • सरकारी बांड: सुरक्षित और स्थिर रिटर्न।
  • कॉर्पोरेट बांड: कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं, जिनकी ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं।
  • म्यूचुअल फंड फंड जो स्टॉक और बॉन्ड का मिश्रण पेश करते हैं।
  • यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो जोखिम कम करना चाहते हैं।

फायदे-नुकसान

  • व्यावसायिक प्रबंधन
  • विविधता
  • चुनौतियां
  • प्रबंधन शुल्क
  • बाजार ज़ोखिम

यदि आप निवेश करने से पहले अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझते हैं तो विभिन्न निवेश विकल्प आपको बेहतर रिटर्न दे सकते हैं। आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प आपकी वित्तीय स्थिति, जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश लक्ष्यों पर निर्भर करता है। निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना और अपने निवेश का गहराई से विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है।