Thursday, December 25, 2025
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Manipur Violence पर चिदंबरम ने ऐसा क्या Tweet कर दिया, खरगे ने भड़कते हुए डिलीट करवा दिया पोस्ट, राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को भारी आलोचना के बीच अपना मणिपुर से संबंधित ट्वीट डिलीट करना पड़ा। चिदंबरम ने एक्स पर एक पोस्ट नें कहा था  कियह समझ में आता है: मैतेई, कुकी-ज़ो और नागा एक राज्य में तभी एक साथ रह सकते हैं जब उनके पास वास्तविक क्षेत्रीय स्वायत्तता हो। पी चिदंबरम के ट्वीट पर सफाई देते हुए सीएलपी नेता ओ इबोबी सिंह ने कहा कि आरएस सांसद द्वारा ‘एक्स’ पर दिया गया बयान उनके अपने ‘एक्स’ पेज पर था और यह उनकी कार्मिक राय थी। इबोबी ने कहा, जब हमने उनका पोस्ट देखा, मैने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी बात की। इस बात पर जोर दिया कि यह बयान चिदंबरम की निजी राय हो सकती है लेकिन इससे राज्य में बहुत गलतफहमी पैदा हो सकती है।

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राष्ट्रपति को खरगे ने लिखा पत्र
 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह मणिपुर के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें ताकि राज्य के लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर हिंसा रोकने तथा सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप भी लगाया और दावा किया कि प्रदेश की जनता अब इन दोनों सरकारों में विश्वास खो चुकी है। मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा होने के बाद खरगे ने राष्ट्रपति को दो पृष्ठों का यह पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि देश को असाधारण रूप से गंभीर त्रासदी झेलनी पड़ी है। पिछले 18 महीनों से मणिपुर में अभूतपूर्व उथल-पुथल के कारण महिलाओं, बच्चों सहित 300 से अधिक लोगों की जान चली गई है। इस त्रासदी ने लगभग एक लाख लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित कर दिया है। लोगों की पीड़ा लगातार बनी हुई है। उन्होंने दावा किया कि केंद्र और राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते मणिपुर में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है, कानून का शासन खत्म हो गया है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है।

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सीएम ने पूर्वोत्तर राज्य में चल रहे संकट की जड़ चिदंबरम को बताया
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने पूर्वोत्तर राज्य में संकट के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने के लिए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर पलटवार किया। सिंह ने चिदंबरम पर पूर्वोत्तर राज्य में चल रहे संकट का मूल कारण होने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि वह चिदंबरम की पोस्ट से आश्चर्यचकित हैं और उन्होंने कांग्रेस पर मणिपुर की समस्याओं के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया। कांग्रेस के समय में केंद्रीय नेताओं की अनदेखी के कारण हमें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा संकट की जड़ पी.चिदंबरम हैं।

UP में वोटिंग के बीच अखिलेश यादव का आरोप, बीजेपी वोट से नहीं, खोट से जीतना चाहती है उपचुनाव

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उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों हो रहे उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। इस बीच समाजवादी पार्टी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस मतदाताओं के एक वर्ग को अपने अधिकारों का प्रयोग करने से हतोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि जब से मतदान शुरू हुआ है, शिकायतें आ रही हैं। विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के संबंध में…हमने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग की संवेदनाएं कुंठित हो गई हैं। इतनी शिकायतों के बावजूद यह न तो देख सकता है और न ही सुन सकता है। 
 

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सपा नेता ने दावा किया कि बीजेपी ये उपचुनाव वोट से नहीं बल्कि ‘खोट’ से जीतना चाहती है। हार के डर से भाजपा प्रशासन पर गड़बड़ी करने का दबाव बना रही है। अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि कुछ पुलिस अधिकारी पूरी तरह से भाजपा के कार्यकर्ता बनकर कान कर रहे हैं। ये मतदाताओं को धमका रहे हैं और उन पर हाथ भी उठा रहे हैं। लाठी खाने की धमकी भी दे रहे हैं। साथ ही न्यूज़ चैनल तक को धकेलकर अपना रौब जमा रहे हैं। ऐसे अधिकारी को चिन्हित किया जाए और तत्काल निलंबित किया जाए।
 

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उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा कि उत्तर प्रदेश में जिन मतदाताओं को पुलिस-प्रशासन द्वारा वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से वोट डालने जाएं। इस चुनावी गड़बड़ी की सूचना हर तरफ़ फैल गई है। चुनाव आयोग भी सतर्क हो गया है और अब उसकी तरफ़ से ये आश्वासन मिल रहा है कि जिन लोगों को वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से जाएं और अपना वोट ज़रूर डालें। अब कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। अगर फिर से कोई रोके तो आप वहाँ उपस्थिति चुनाव आयोग के अधिकारियों या राजनीतिक दलों के लोगों को सूचित करें या चुनाव आयोग से सीधी शिकायत करें। चुनाव आयोग से मिले इस आश्वासन के लिए धन्यवाद। प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख़्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। बेख़ौफ़ जाएं और अपना वोट ज़रूर डालकर आएं!

मीरापुर सीट पर मतदान के दौरान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों की छतों से पुलिस पर पथराव

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के मीरापुर सीट पर हो रहे उप चुनाव के दौरान पुलिस पर पथराव और उसके बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना ने भाजपा और समाजवादी पार्टी के नेताओं को आमने-सामने खड़ा कर दिया है। दोनों दलों के नेता और प्रत्याशी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक अपने अधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करके पुलिस-प्रशासन पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाता को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाया है। उनके विधायक पुत्र पंकज मलिक ने भी ककरौली की घटना को लोकतंत्र की हत्या करना जैसा बताया है।
सपा सांसद ने तुल्हैड़ी, ककरौली, जौली, कैथोड़ा आदि में मतदाताओं को रोकने के आरोप लगाए हैं। उधर, रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल ने पूर्व सांसद कादिर राणा पर फर्जी मतदान कराने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि बाहर से कुछ लोगों को मीरापुर क्षेत्र में ठहराया गया है, जिनके द्वारा फर्जी वोट डाली जा रही है। उन्होंने चुनाव आयोग समेत जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है।

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बात दें मीरापुर विधान सभा क्षेत्र में काकरोली में बस स्टैंड के समीप पुलिस टीम पर छतों से पथराव किया गया था। इससे पूर्व किसान इंटर कॉलेज मैं मतदान को पहुंचे लोगों का आरोप था कि उन्हें मतदान से रोका गया। आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज होने के बावजूद वोट डालने नहीं दिया गया। आक्रोशित लोगों ने बस स्टैंड पर भी इसकी चर्चा की। जिस पर लोगों ने आक्रोश जताया। इसके कुछ देर बाद पुलिस फोर्स बस स्टैंड के समीप से गुजरी तो पथराव किया गया। जिस क्षेत्र से पथराव हुआ है वह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है। पथराव में सिपाही विक्रांत घायल हुए हैं। उनके हाथ में चोट लगी है।

अखिलेश ने कहा जिन मतदाताओं को पुलिस द्वारा वोट डालने से रोका गया था वो फिर से वोट डालने जाएं

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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर बयान देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में जिन मतदाताओं को पुलिस-प्रशासन द्वारा वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से वोट डालने जाएं। इस चुनावी गड़बड़ी की सूचना हर तरफ़ फैल गई है। चुनाव आयोग भी सतर्क हो गया है और अब उसकी तरफ से ये आश्वासन मिल रहा है कि जिन लोगों को वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से जाएं और अपना वोट जरूर डालें। अब कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। अगर फिर से कोई रोके तो आप वहां उपस्थिति चुनाव आयोग के अधिकारियों या राजनीतिक दलों के लोगों को सूचित करें या चुनाव आयोग से सीधी शिकायत करें।

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यूपी में आज उपचुनाव के लिए नौ सीटों पर मतदान हो रहा है। सपा नेता व उनके समर्थकों ने प्रशासन पर मतदान के लिए रोकने और धमकाने का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख ने कहा प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। बेखौफ जाएं और अपना वोट जरूर डालकर आएं।

चेन्नई में BMW की टक्कर से पत्रकार की मौत, भिड़ंत के बाद शव को 100 मीटर दूर कर घसीटा

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चेन्नई में मंगलवार रात को एक वीडियो पत्रकार की मोटरसाइकिल को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान पॉंडी बाजार के प्रदीप कुमार के रूप में हुई है, जो एक लोकप्रिय तेलुगु समाचार चैनल में कैमरापर्सन थे और शहर में पार्ट-टाइम रैपिडो ड्राइवर के रूप में काम करते थे।कुमार की मौत तब हुई जब मदुरावॉयल-तांबरम एलिवेटेड बाईपास पर एक तेज रफ्तार BMW कार ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।
 

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दुर्घटना के बाद कार का चालक वाहन छोड़कर भाग गया। जब राहगीरों ने लावारिस वाहन को देखा, तो पुलिस को दुर्घटना की सूचना दी गई। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त दोपहिया वाहन बरामद किया। कुमार की मौत की पुष्टि तब हुई, जब उनका शव टक्कर वाली जगह से 100 मीटर दूर मिला।
 

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उनका शव तब मिला, जब पुलिस ने घटना के क्रम का पता लगाने की कोशिश की और उनका शव दुर्घटना स्थल से करीब 100 मीटर दूर निचले स्तर पर मिला। पुलिस के अनुसार, टक्कर के कारण कुमार अपनी गाड़ी से एलिवेटेड हाईवे से नीचे गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस लापता लग्जरी कार चालक की तलाश कर रही है और आगे की जांच जारी है।

G20 ग्रुप फोटो में सबसे आगे खड़े थे PM Modi, ट्रूडो के फेर में बाइडेन के साथ भी हो गया बड़ा खेल, हिल गई दुनिया

ब्राजील के जी20 सम्मेलन से आई एक तस्वीर आग की तरह फैल गई है। इस तस्वीर ने भारत समेत पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। इस तस्वीर को देख भारतीय लोगों का सिर ऊंचा हो जाएगा तो कनाडा के लोगों का दिल भर आएगा। अमेरिकी लोग भी इस तस्वीर को देख हैरान होंगे। ब्राजील में हुए जी20 सम्मेलन में भारत की असली ताकत और कनाडा की असली हैसियत दिखा दी है। जी20 में हुए इस ग्रुप फोटो शूट में आपको कनाडा के पीएम ट्रूडो और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन नहीं नजर आएंगे, लेकिन पीएम मोदी सबसे पहली पंक्ति में दिख जाएंगे। इस ग्रुप फोटो शूट में सभी राष्ट्राध्यक्षों की मौजूदगी जरूरी थी। लेकिन किसी को फर्क नहीं पड़ा कि जस्टिन ट्रूडो और जो बाइडेन यहां से गायब हैं। सभी नेता पीएम मोदी से मिलने में व्यस्त थे। ये सभी ताकतवर नेता कैमरे में देख कर स्माइल कर रहे थे। फोटोग्राफ सत्र के बाद, अमेरिकी अधिकारियों ने इस गलती के लिए लॉजिस्टिक मुद्दों को जिम्मेदार ठहराया।द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि उन्होंने सभी नेताओं के आने से पहले ही तस्वीर ले ली। इसलिए कई नेता वास्तव में वहां नहीं नजर आए। 

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वहीं रियो में हो रहे G20 शिखर सम्मेलन की आधिकारिक तस्वीर में सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा नजर आ रहे थे.पीछे की पंक्ति में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव नजर आ रहे थे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शिखर सम्मेलन से स्पष्ट रूप से अनुपस्थित थे। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति बिडेन का इरादा फोटो का हिस्सा बनने का था, लेकिन यह तय समय से पहले हो गया।

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फोटो सन में बिडेन और ट्रूडो एक साथ पहुंचे लेकिन जब तक दोनों पहुंचे, आधिकारिक तस्वीर क्लिक हो चुकी थी। इटालियन पीएम मेलोनी भी ग्रुप फोटो में शामिल नहीं हुए, जो ऐसे शिखर सम्मेलन का एक हिस्सा है। राष्ट्रपति बिडेन और प्रधानमंत्रियों ट्रूडो, मेलोनी ने आधिकारिक तस्वीर न देख पाने के बाद फोटो सत्र क्षेत्र में एक अलग समूह बनाया और उसके बाद तस्वीरें खींची गईं।

 

56 साल बाद भारत ने इस देश में रखा कदम, पूरी कैबिनेट लेकर एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंच गए राष्ट्रपति

जी20 की बैठक के बाद अगर आपको भी लगा था कि पीएम मोदी भारत वापस आएंगे तो आप गलत है। पीएम मोदी ने एक ऐसा दांव खेला है जिससे हर कोई हैरान है। एक ऐसे देश का दौरा करके पीएम मोदी ने सभी को चौंका दिया है, जहां आज तक 56 सालों में भारत का कोई भी राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री नहीं पहुंचा था। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के बाद गुयाना का दौरा करने का फैसला किया। सबसे बड़ी बात ये कि किसी भी भारत के प्रधानमंत्री ने 56 साल बाद गुयाना की जमीन पर कदम रखा। जैसे ही ये तस्वीर दुनिया तक पहुंची जिसका अंदाजा किसी ने नहीं लगाया था। गुयाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा ही ग्रैंड वेलकम हुआ। बता दें कि ब्राजील की यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी तीन दिन की गुयाना की यात्रा पर पहुंच चुके हैं। ये यात्रा पहुंच ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां भारत कैरिकॉम देशों के शिखर सम्मेलन में शामिल होगा। कैरिकॉम यानी कैरिबियन सागर के द्वीपों के देशों का समूह कैरेबियन कम्युनिटी एंड कॉमन मार्केट (कैरिबियन समुदाय और साझा बाजार ) के साथ भारत का ये दूसरा शिखर सम्मेलन होगा।

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पूरी कैबिनेट लेकर स्वागत के लिए पहुंचे राष्ट्रपति  

गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली और 12 से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। यह 50 साल सेअधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना की यात्रा पर आए हैं और वह 21 नवंबर तक यहां रहेंगे। अपनी यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति अली से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने पर विचार विमर्श करेंगे। वह गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं। 

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कैरेबियाई साझेदारों से मुलाकात 

मोदी दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री तीन देशों की यात्रा पर हैं, जिसमें नाइजीरिया की यात्रा भी शामिल है जहां उन्होंने राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के साथ द्विपक्षीय वार्ता की तथा भारतीय समुदाय के साथ संवाद किया। नाइजीरिया की दो दिवसीय यात्रा के बाद मोदी रविवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो शहर पहुंचे जहां उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति लुला डा सिल्वा से मुलाकात की और जी20 की अध्यक्षता के दौरान ब्राजील द्वारा किये गए विभिन्न प्रयासों के लिए उसकी सराहना की। 

पीएम बोले – मित्रता होगी प्रगाढ़ 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुयाना पहुंचे और कहा कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता को प्रगाढ़ करेगी। यह 50 साल से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। मोदी का हवाई अड्डे पर गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, उनके समकक्ष मार्क एंथनी फिलिप्स और 12 से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने स्वागत किया जबकि होटल में ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली मौजूद थीं। विदेश मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफ़ान, ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मियामोरमोटली और गुयाना के कई कैबिनेट मंत्रियों ने विशेष स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री को जॉर्जटाउन के मेयर ने ‘जॉर्जटाउन शहर की चाबी’ सौंपी जो भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है। 

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G20 Meeting में Modi-Biden बैठे थे एक साथ, तभी ब्लिंकन-जयशंकर की सीक्रेट बातचीत वाला वीडियो हो गया वायरल

वर्तमान दौर में भारत कितना मजबूत हो चुका है वो जी20 से आ रही तस्वीरें तो बता ही रही है। साथ ही साथ वैश्विक सत्र पर भारतीय कूटनीति का भी डंका बराबर बज रहा है। ये भारतीय कूटनीति का स्तर ही है कि आज भारत जब भी किसी सम्मेलन का हिस्सा बनता है तो सबसे आगे और बीचों बीच खड़ा होता है। जी20 में भी ऐसा ही हुआ। जी 20 से आई फोटो ने पूरी दुनिया को भारत की ताकत का एहसास करा दिया। लेकिन सिर्फ इतना भर नहीं है। जी20 की मीटिंग से आई एक तस्वीर भी बेहद खास है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ इस बैठक में बैठे नजर आ रहे थे। दोनों नेता एक दूसरे से बातचीत कर रहे थे। लेकिन इस बीच जब ये बातचीत चल रही थी। उनके ठीक पीछे बैठे भारत और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकंन और एस जयशंकर पर जाती है। दोनों ही विदेश मंत्री अगल बगल में बैठे नजर आते हैं। इसके साथ ही दोनों के बीच लगातार बातचीत हो रही थी। 

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दोनों के बीच क्या बातचीत हुई ये तो कोई नहीं जानता। लेकिन दोनों के बीच संबंधों की गहराई साफ समझ आ रही है। ये भारत की कूटनीतिक जीत है कि आज न वो केवल अमेरिका के साथ बैठा है। अमेरिका भारत के साथ बातचीत कर चर्चा करने में भी काफी रूचि दिखा रहा है। एंटनी ब्लिंकन लगातार विदेश मंत्री जयशंकर के कान में मानो कुछ कहते नजर आ रहे हैं। डॉ. जयशंकर बहुत ध्यान से ब्लिंकन की बातों को सुन रहे हैं। अमेरिका और भारत के बीच इस तरह की चर्चाओं का होना अब कोई नई बात नहीं रह गई है। लगातार ऐसा देखा गया है कि भारतीय पक्ष को बहुत ध्यान से दूसरे पक्ष सुनते हैं। उनके पक्ष को समझने की कोशिश करते हैं। वो यहां भी नजर आया। जितने देर भारत और अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष एक साथ बैठकर इस सम्मेलन का हिस्सा बन रहे थे। उस वक्त तक लगातार भारत और अमेरिका के विदेश मंत्री भी एक दूसरे की ओऱ देख रहे थे और बातचीत कर रहे थे। मानों सहयोग को आगे बढ़ा रहे हो। फिर ये चर्चा सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। 

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बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ संक्षिप्त बातचीत की। यह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद उनकी पहली मुलाकात थी। यह अभी तक पता नहीं चल पाया है कि मोदी और बाइडन के बीच क्या बातचीत हुई। मोदी ने मुलाकात की एक तस्वीर के साथ सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ। उनसे मिलकर हमेशा खुशी होती है। 

WWE की पूर्व सीईओ ट्रंप सरकार में संभालेंगी शिक्षा मंत्रालय, जानें कौन हैं लिंडा मैकमोहन

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपनी टीम तैयार कर रहे हैं। ट्रंप ने एक शीर्ष वित्तीय सेवा कंपनी के सीईओ को अपना वाणिज्य सचिव और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि नियुक्त किया। यह दुर्लभ अवसरों में से एक है जब दोनों पद एक ही व्यक्ति को सौंपे गए हैं। अरबपति पेशेवर लिंडा मैकमोहन को शिक्षा विभाग का मंत्री नामित किया है। ट्रंप ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि कैंटर फिट्जगेराल्ड के अध्यक्ष और सीईओ हॉवर्ड लुटनिक अमेरिकी वाणिज्य सचिव के रूप में मेरे प्रशासन में शामिल होंगे। 

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लिंडा मैकमोहन कौन हैं?
मैकमोहन ने ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान 2017 से 2019 तक एसबीए के प्रमुख के रूप में कार्य किया। अपने राजनीतिक करियर से पहले उन्होंने अपने पति विंस मैकमोहन के साथ वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) की सह-स्थापना की थी। मैकमोहन ने राजनीति में भी नाम कमाया, 2010 में कनेक्टिकट में अमेरिकी सीनेट के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, जहां वह डेमोक्रेट रिचर्ड ब्लूमेंथल से हार गईं। मैकमोहन ने अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी इंस्टीट्यूट के बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। ट्रम्प के सहयोगियों द्वारा उनकी प्राथमिकताओं को बढ़ावा देने के लिए 2021 में बनाया गया एक रूढ़िवादी थिंक टैंक है। उन्होंने अरबपति हॉवर्ड लुटनिक के साथ काम करते हुए ट्रम्प की टीम में भी एक बड़ी भूमिका निभाई, जिन्हें वाणिज्य विभाग का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है।

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कनेक्टिकट बोर्ड ऑफ एजुकेशन में किया है काम
मैकमोहन ने 2009 से एक साल तक ‘कनेक्टिकट बोर्ड ऑफ एजुकेशन’ में काम किया और कनेक्टिकट में ‘सेक्रेड हार्ट यूनिवर्सिटी’ के ‘बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज’ में कई साल बिताए। शिक्षा जगत में उन्हें अपेक्षाकृत अज्ञात माना जाता है, हालांकि उन्होंने ‘चार्टर स्कूलों’ और ‘स्कूल चॉइस’ के लिए समर्थन व्यक्त किया है। अमेरिका में ‘चार्टर स्कूल’ सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित स्कूल होते हैं जो अपने स्थानीय जिले से स्वतंत्र रूप से संचालित होते हैं। ‘स्कूल चॉइस’ शिक्षा के विकल्पों को दर्शाता है जिसके तहत छात्रों और परिवारों को सार्वजनिक स्कूलों के विकल्प चुनने की अनुमति मिलती है।

सिर्फ 84 रुपये में मिल रहा घर, US Election से दुखी लोगों को इटली का ये गांव दे रहा सुनहरा ऑफर

अमेरिका में हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हुए हैं। अमेरिकी लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप को कमला हैरिस से ज्यादा वोट देकर जिताया है। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो कमला हैरिस की हार से उबर नहीं पा रहे हैं और डोनाल्ड ट्रंप की जीत से निराश हैं। इसी बात का फायदा कई कंपनियां और कारोबारी भी उठाने में लगे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल को जो नहीं देखना चाहता है, उनके लिए दुनियाभर में कई ऑफर्स की पेशकश की जा रही है। एक इतालवी गांव ने घोषणा की है कि वे उन निराश अमेरिकियों की तलाश कर रहे हैं जो डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव जीतने के बाद अमेरिका छोड़ना चाहते हैं। गांव में उनके लिए एक विशेष ऑफर भी दिया जा रहा है। केवल एक यूरो ($1.06) में घर मुहैया कराई जाएगी। मध्य सार्डिनिया में स्थित ओलोलाई गांव का उद्देश्य उनकी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना है। गांव ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि क्या आप वैश्विक राजनीति से चिंतित हैं? क्या आप नए अवसर हासिल करते हुए अधिक संतुलित जीवनशैली अपनाना चाहते हैं? सार्डिनिया के आश्चर्यजनक स्वर्ग में अपने यूरोपीय पलायन का निर्माण शुरू करने का समय आ गया है। 

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वेबसाइट पर इस गांव के बारे में लिखा है प्राचीन प्रकृति में बसा, अविश्वसनीय व्यंजनों से घिरा हुआ और प्राचीन परंपराओं वाले समुदाय में डूबा दुर्लभ पृथ्वी के ब्लू ज़ोन में ओलोलाई फिर से जुड़ने, रिचार्ज करने और जीवन के एक नए तरीके को अपनाने के लिए आदर्श स्थान है। गांव ही नहीं इससे पहले फ्लोरिडा की शिप कंपनी ‘विला वी रेसिडेंस’ ने चार साल का स्किप फॉरवर्ड क्रूज कार्यक्रम शुरू किया है। इस यात्रा में अमेरिकी लोगों को चार साल की शिप यात्रा ऑफर की गई है, जो यात्रियों को 140 देशों के 425 से ज्यादा बंदरगाहों की सैर कराएगी। मेयर फ्रांसेस्को कोलंबू ने सीएनएन को बताया कि वेबसाइट विशेष रूप से राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर अमेरिकी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका से प्यार करते हैं और आश्वस्त हैं कि अमेरिकी उनके समुदाय को पुनर्जीवित करने में मदद करने के लिए सबसे अच्छे लोग हैं।

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कंपनी की पहल अमेरिका की राजनीति में आए बदलाव से बचने का विकल्प दे रही है। इस सुविधा का फायदा उठाने वाले लोग एक निर्धारित रकम देकर एक साल से चार साल तक क्रूज पर रहते हुए दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर जा पाएंगे।  

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