Tuesday, December 23, 2025
spot_img
Home Blog Page 2732

Savarkar Defamation Case | सावरकर मानहानि मामले में राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ी, 2 दिसंबर को पुणे कोर्ट में पेश होने का समन

0
पुणे में संसद सदस्यों, विधानसभा सदस्यों (एमपी/एमएलए) के लिए एक विशेष अदालत ने एक आदेश पारित किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर को कथित रूप से बदनाम करने के उनके खिलाफ मामले के संबंध में 2 दिसंबर, 2024 को व्यक्तिगत रूप से पेश होना चाहिए।
 

इसे भी पढ़ें: ‘क्या दिल्ली को भारत की राजधानी बने रहना चाहिए’, बिगड़ते प्रदूषण पर शशि थरूर ने कर दी फिर से विवादित टिप्पणी?

राहुल गांधी को 2 दिसंबर को पुणे कोर्ट में पेश होने का समन
पुणे की एक अदालत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हिंदुत्व के प्रतीक वीडी सावरकर के पोते द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि की शिकायत के संबंध में 2 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया। सत्यकी सावरकर ने पुणे की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि गांधी ने मार्च 2023 में लंदन में अपने भाषण में कहा था कि सावरकर ने एक किताब में लिखा है कि उन्होंने और उनके पांच-छह दोस्तों ने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी और उन्हें (सावरकर को) खुशी हुई थी। याचिका के अनुसार, सावरकर ने ऐसा कहीं नहीं लिखा है। अदालत ने पुलिस को आरोपों की जांच करने और रिपोर्ट दर्ज करने को कहा था। विश्रामबाग पुलिस स्टेशन ने जांच की थी और कहा था कि शिकायत में प्रथम दृष्टया सच्चाई है।
4 अक्टूबर को संयुक्त सिविल जज और न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अमोल शिंदे की अध्यक्षता वाली एमपी/एमएलए के लिए विशेष अदालत ने गांधी को 23 अक्टूबर को पेश होने के लिए समन जारी किया। हालांकि, गांधी पेश नहीं हुए क्योंकि उन्हें बताया गया कि उन्हें समन नहीं मिला है। याचिकाकर्ता सत्यकी सावरकर के वकील संग्राम कोल्हटकर ने कहा कि उन्होंने सोमवार को अदालत से गांधी को अदालत में पेश होने के लिए समन जारी करने की प्रार्थना की। 
 

इसे भी पढ़ें: ISRO ने Elon Musk की SpaceX के साथ सहयोग क्यों किया? सैटेलाइट GSAT-N2 को किया सफलतापूर्वक किया गया लॉन्च

कोल्हटकर ने कहा कि गांधी की ओर से वकील मिलिंद पवार ने अदालत से संपर्क किया और कहा कि कांग्रेस नेता अगली तारीख पर अदालत में पेश होंगे। हालांकि, हमने जाधव द्वारा गांधी का प्रतिनिधित्व करने पर आपत्ति जताई क्योंकि अदालत में कोई ‘वकालतनामा या पर्सिस’ पेश नहीं किया गया था। वकील जाधव ने अदालत से कहा कि गांधी किसी भी परिस्थिति में अदालत में पेश होंगे। इस पर अदालत ने गांधी को 2 दिसंबर को अदालत में पेश होने के लिए कहा।

Prabhasakshi NewsRoom: Manipur में कुकी उग्रवादियों की अब खैर नहीं, RSS ने भी राज्य के हालात पर गंभीर चिंता जताई

0
मणिपुर की स्थिति पर केंद्र सरकार लगातार निगाह बनाये हुए है साथ ही राज्य सरकार को साफ निर्देश दिये हैं कि उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। इस काम में राज्य सरकार की मदद के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल भी भेज दिये गये हैं। आरएसएस ने भी केंद्र और मणिपुर सरकार से कहा है कि शांति व्यवस्था को जल्द से जल्द कायम किया जाना चाहिए। इस बीच, राज्य सरकार ने जिरीबाम मामले की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है ताकि लोगों का आक्रोश कुछ शांत हो। इसके अलावा एनपीपी की ओर से मणिपुर सरकार से समर्थन वापस लिये जाने के बाद एनडीए विधायकों की बैठक हुई जिसमें राज्य सरकार का मजबूती से समर्थन करने का संकल्प दोहराया गया और कुकी उग्रवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने पर सहमति बनी।
हम आपको बता दें कि मणिपुर में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विधायकों की एक बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिन में ‘‘बड़े पैमाने पर अभियान’’ चलाने का आह्वान किया गया। हम आपको बता दें कि सोमवार रात को हुई इस बैठक में 27 विधायकों ने भाग लिया। बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि छह निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सात दिन के भीतर बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया जाए। बयान में कहा गया है कि छह निर्दोष महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार कुकी उग्रवादियों को सात दिन के भीतर ‘गैर कानूनी संगठन’ घोषित किया जाए। प्रस्ताव में कहा गया है कि मामले को जांच के लिए तुरंत राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपा जाए।

इसे भी पढ़ें: Amit Shah on Manipur Violence: मणिपुर में बिगड़ रहे हालात, अमित शाह ने ले लिया ये बड़ा फैसला

राजग विधायकों की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार 14 नवंबर के आदेश के अनुसार तत्काल प्रभाव से अफस्पा (सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम) लागू करने की समीक्षा करेगी। बयान में कहा गया है कि यदि इन प्रस्तावों को निर्धारित अवधि के भीतर लागू नहीं किया जाता है, तो सभी राजग विधायक मणिपुर के लोगों के परामर्श से आगे की कार्रवाई तय करेंगे। बयान में कहा गया है कि मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें सभी आवश्यक कदम जल्द से जल्द उठाएंगी। विधायकों ने मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों पर हमले की भी निंदा की। वहीं मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उच्चाधिकार प्राप्त समिति के निष्कर्षों के आधार पर उपद्रवियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मणिपुर में हुई ताजा हिंसा की निंदा की है और केंद्र एवं राज्य सरकार से मांग की है कि वे टकराव की इस स्थिति का ‘‘गंभीरतापूवर्क’’ समाधान करें। आरएसएस की मणिपुर इकाई ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मणिपुर में तीन मई, 2023 से शुरू हुई 19 महीने पुरानी हिंसा की स्थिति अभी तक अनसुलझी है। जारी हिंसा के कारण निर्दोष लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।’’ बयान में कहा गया है कि आरएसएस मणिपुर प्रांत महिलाओं और बच्चों की हत्या के ‘‘अमानवीय, क्रूर और निर्दयी’’ कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। बयान में कहा गया है, ‘‘यह कृत्य कायरतापूर्ण है और मानवता तथा सह-अस्तित्व के सिद्धांतों के विरुद्ध है। केंद्र और राज्य सरकार को जारी संघर्ष का गंभीरतापूर्वक यथाशीघ्र समाधान करना चाहिए।”
दूसरी ओर, मणिपुर सरकार ने कहा है कि उसने जिरीबाम जिले में गोलीबारी की घटना के कारणों की जांच के लिए दो-सदस्यीय जांच समिति गठित की है। हम आपको बता दें कि इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। इसके अलावा, जिरीबाम के बाबूपारा इलाके में रविवार रात को संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। पुलिस यह पुष्टि नहीं कर पाई कि गोलीबारी किसने की, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि गोलीबारी सुरक्षा बलों की ओर से की गई। गृह विभाग द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, समिति की अध्यक्षता पुलिस महानिरीक्षक (खुफिया) के. कबीब करेंगे, और पुलिस उपमहानिरीक्षक (तृतीय रेंज) निंगसेन वोरंगम इसके सदस्य होंगे। बयान में कहा गया है कि समिति घटना के कारणों और परिस्थितियों की जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि क्या अधिकारियों सहित किसी व्यक्ति की ओर से कोई गड़बड़ी थी। समिति को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
उधर, मणिपुर के कुकी संगठनों के एक मंच ने कहा है कि जिरीबाम जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ कथित गोलीबारी में मारे गए 10 कुकी-जो युवकों के प्रति श्रद्धांजलि और एकजुटता प्रकट करने के लिए वे मंगलवार को चुराचांदपुर में एक ‘ताबूत रैली’ निकालेंगे। जोमी छात्र संघ (जेडएसएफ), कुकी छात्र संगठन (केएसओ) और हमार छात्र संघ (एचएसए) ने एक ‘संयुक्त सार्वजनिक नोटिस’ में विद्यालयों और महाविद्यालयों को निर्देश दिया कि वे कक्षा 10वीं से ऊपर के विद्यार्थियों को काली शर्ट पहनकर इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भेजें। आयोजकों में से एक ने मीडिया को बताया कि वे मारे गए युवकों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए प्रतीकात्मक रूप से 10 ‘डमी’ ताबूत ले जाएंगे, क्योंकि मारे गए युवकों के शव अब भी स्थानीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए हैं। मणिपुर में कुकी-जो समुदाय के प्रमुख संगठन ‘इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम’ (आईटीएलएफ) ने कहा है कि मारे गए 10 युवकों की अंत्येष्टि तब तक नहीं की जाएगी जब तक कि उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनके परिवारों को सौंप नहीं दी जाती।
हम आपको यह भी बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन मणिपुर की सुरक्षा स्थिति और वहां सुरक्षाबलों की तैनाती की समीक्षा की। शाह ने शीर्ष अधिकारियों को जातीय हिंसा से प्रभावित राज्य में जल्द से जल्द शांति एवं व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय मणिपुर में मौजूदा ‘अस्थिर’ स्थिति से निपटने में राज्य सरकार की मदद के लिए लगभग 5,000 अर्धसैनिक बलों को भी वहां भेज रहा है।

संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार ने शुरू की तैयारी, रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक

0
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को घोषणा की कि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र से पहले 24 नवंबर को संसदीय सौध में एक ‘सर्वदलीय बैठक’ आयोजित करेगी। एक्स को संबोधित करते हुए, रिजिजू ने कहा कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र के मद्देनजर 24 नवंबर को सुबह 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, संसदीय सौध में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की जाएगी। इससे पहले रिजिजू ने कहा था कि शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा और 20 दिसंबर तक चलेगा।
 

इसे भी पढ़ें: संवैधानिक जागरूकता पर जोर, संविधान दिवस पर ये बड़ा कदम उठाने जा रही मोदी सरकार

रिजिजू ने कहा था कि भारत सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने शीतकालीन सत्र, 2024 के लिए संसद के दोनों सदनों को 25 नवंबर से 20 दिसंबर, 2024 तक बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। रिजिजू ने यह भी कहा कि 26 नवंबर (संविधान दिवस) पर, संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर, कार्यक्रम संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में मनाया जाएगा। शीतकालीन सत्र में सरकार की ओर से वक्फ संशोधन विधेयक पारित करने के प्रयास देखने को मिल सकते हैं, जो फिलहाल सदन की जेपीसी के पास है। सरकार ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ बिल भी पेश कर सकती है। 
 

इसे भी पढ़ें: Sri Lanka के राष्ट्रपति नयी संसद के उद्घाटन सत्र में सरकार का लिखित नीतिगत दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ‘वन नेशन वन पोल’ हासिल करने की दिशा में काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा था, ”अब हम एक राष्ट्र एक चुनाव की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा, भारत के संसाधनों का अधिकतम लाभ मिलेगा और देश को विकसित भारत के सपने को साकार करने में नई गति मिलेगी. आज भारत इस दिशा में आगे बढ़ रहा है एक राष्ट्र एक नागरिक संहिता जो एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता है।” हालांकि, कांग्रेस ने वन नेशन वन इलेक्शन को लागू करने से इनकार करते हुए कहा है कि पीएम को इस मुद्दे पर संसद में सभी को विश्वास में लेना होगा।

कर्नाटक के चित्रदुर्ग में फर्जी पहचान-पत्र के साथ छह बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, आखिर कैसे सालों से रह रहे थे ये लोग?

0
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में अधिकारियों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में छह बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। उन्होंने भारत में बसने के लिए कोलकाता से आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पासपोर्ट सहित जाली पहचान दस्तावेज हासिल किए थे। इन कागजात को प्राप्त करने में उनकी सहायता करने वाले नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच जारी है। उन्हें आगे की पूछताछ के लिए बेंगलुरु ले जाया जाएगा।  
 

इसे भी पढ़ें: संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार ने शुरू की तैयारी, रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक

हिरासत में लिए गए व्यक्तियों, शेख सैफुर रोहमन, मोहम्मद सुमन हुसैन अली, मजहरुल, सनोवर हुसैन, मुहम्मद साकिब सिकदर और अजीजुल शेख को होलकेरे रोड पर अरविंद गारमेंट्स और व्हाइट वॉश गारमेंट्स के पास धवलगिरी लेआउट के दूसरे चरण में संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया। पूछताछ करने पर पता चला कि वे कई साल पहले पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में आए थे। आइये जानते हैं विस्तार से पूरा मामला- 
फर्जी पहचान-पत्र के साथ छह बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
कर्नाटक के चित्रदुर्ग शहर में अवैध रूप से रह रहे कम से कम छह बांग्लादेशी नागरिकों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। स्थानीय पुलिस द्वारा नियमित गश्त के दौरान उन्हें पकड़ा गया। ये लोग अवैध रूप से भारत में घुसे थे और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यहां रह रहे थे। पकड़े गए लोगों की पहचान शेख सैफुर रोहमन, मोहम्मद सुमन हुसैन अली, मजहरुल, सनोवर हुसैन, मुहम्मद साकिब सिकदर और अजीजुल शेख के रूप में हुई है। वे होलकेरे रोड पर अरविंद गारमेंट्स और व्हाइट वॉश गारमेंट्स के पास धवलगिरी लेआउट के दूसरे चरण में संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए।
 

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Manipur में कुकी उग्रवादियों की अब खैर नहीं, RSS ने भी राज्य के हालात पर गंभीर चिंता जताई

सालों पहले पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसे थे
पूछताछ और उनके पास मिले दस्तावेजों के सत्यापन के बाद पता चला कि वे बांग्लादेश के नागरिक थे और यहां बसने के इरादे से कई साल पहले पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में घुसे थे। अधिकारियों के अनुसार, इन व्यक्तियों ने कोलकाता में फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र, श्रमिक कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड और पासपोर्ट हासिल किए थे और अपनी आजीविका चलाने के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे थे। कार्रवाई के दौरान दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया और आगे की कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। यह समूह हाल ही में रोजगार की तलाश में चित्रदुर्ग शहर आया था, जहाँ अपनी आजीविका चलाने के लिए वे विभिन्न राज्यों में काम कर रहे थे।
आरोपियों को बेंगलुरु भेजा जाएगा
पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेने और उन्हें बेंगलुरु भेजने की योजना बनाई है, जहाँ उनसे पूछताछ जारी रहेगी। पुलिस को संदेह है कि जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय हो सकता है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया गया, जिसमें सीईएन पुलिस स्टेशन इंस्पेक्टर एन वेंकटेश, जिला विशेष प्रभाग इंस्पेक्टर एन गुड्डप्पा, चित्रदुर्ग फोर्ट पुलिस स्टेशन इंस्पेक्टर श्री दोड्डन्ना, चित्रदुर्ग ग्रामीण पुलिस स्टेशन इंस्पेक्टर श्री मुद्दुराज और एएसआई आरई टिप्पेस्वामी, सीएचसी आर मधु, एन केंचप्पा और सिद्धलिंगैया हिरेमठ जैसे कर्मचारी शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने जिले में बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध उपस्थिति का सफलतापूर्वक पता लगाने के लिए टीम की सराहना की है। घुसपैठ और जाली दस्तावेजों के इस्तेमाल को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई चल रही है।

क्या दीवार पर लिखी इबारत को पढ़ नहीं पा रहे गृह मंत्री? Manipur को लेकर कांग्रेस ने कसा सरकार पर तंज

0
सत्तारूढ़ राजग के कुछ विधायकों के कथित तौर पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को भाजपा पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस ने तंज भरे लहजे में कहा कि दीवार पर लिखा हुआ स्पष्ट है और पूछा कि क्या गृह मंत्री अमित शाह इसे पढ़ रहे हैं। कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने यह भी पूछा कि मणिपुर के लोगों की कष्टदायी पीड़ा कब तक इसी तरह जारी रहेगी।
 

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Manipur में कुकी उग्रवादियों की अब खैर नहीं, RSS ने भी राज्य के हालात पर गंभीर चिंता जताई

जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि मणिपुर विधानसभा में 60 विधायक हैं। कल रात मणिपुर के मुख्यमंत्री ने इंफाल में NDA के सभी विधायकों की बैठक बुलाई, जिसमें उनके अलावा केवल 26 ही उपस्थित हुए। इन 26 में से 4 NPP के हैं, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को मौजूदा मुख्यमंत्री से समर्थन वापस लेने के लिए पत्र लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि दीवार पर लिखी इबारत बिल्कुल साफ है। लेकिन क्या मणिपुर के बड़े सूत्रधार – केंद्रीय गृह मंत्री, जिन्हें प्रधानमंत्री ने राज्य की सारी ज़िम्मेदारी सौंप दी है और आउटसोर्स कर दिया है – इसे पढ़ रहे हैं? मणिपुर के लोगों की असहनीय पीड़ा, दुख, और तकलीफ़ कब तक यूं ही जारी रहेगी?
 

इसे भी पढ़ें: Amit Shah on Manipur Violence: मणिपुर में बिगड़ रहे हालात, अमित शाह ने ले लिया ये बड़ा फैसला

द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन मणिपुर की सुरक्षा स्थिति और वहां सुरक्षाबलों की तैनाती की समीक्षा की। सूत्रों ने बताया कि शाह ने शीर्ष अधिकारियों को जातीय हिंसा से प्रभावित राज्य में जल्द से जल्द शांति एवं व्यवस्था बहाल करने का निर्देश दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय मणिपुर में मौजूदा ‘अस्थिर’ स्थिति से निपटने में राज्य सरकार की मदद के लिए लगभग 5,000 अर्धसैनिक बलों को भी वहां भेज रहा है। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में मणिपुर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। 

बुर्का जो उठ गया तो… यूपी उपचुनाव की डगर, अखिलेश को किस बात का है डर?

0

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों को लेकर हो रहे उपचुनाव को लेकर सियासत तेज है। सभी सीटों पर अब प्रचार भी थम चुका है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से कहा है कि ऐसी व्यवस्था स्थापित करें जिससे मतदान के दिन कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता की आईडी की जांच न करे। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कई पोलिंग बूथों पर मुस्लिम महिलाओं को डराने धमकाने का काम किया गया। इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि नौ सीटों पर वोटिंग खत्म हो जाने के बाद एजेंट को कुल मतदाता के पड़े वोट कीरी जानकारी की प्रमाणिकता की कॉपी उपलब्ध कराई जाए। चुनाव आयोग को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामपाल की तरफ से ये पत्र लिखा गया है और पार्टी की मांग को सामने रखा गया है। इस पत्र के जरिए इस संबंध में संबंधित अधिकारी, जिला अधिकारी, सामान्य प्रेषक, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए। 

इसे भी पढ़ें: ये बाबा साहेब को माननेवाले और बाबा को माननेवालों के बीच की लड़ाई, उपचुनाव से पहले अखिलेश का तंज

मतदान अधिकारियों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया

समाजवादी पार्टी नेता ने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया और सपा समर्थकों, विशेषकर मुस्लिम महिला मतदाताओं से उनके बुर्का हटवाए, जिससे महिलाओं में डर पैदा हो गया। उन्होंने कहा कि उनमें से कई लोग वोट डाले बिना ही मतदान केंद्रों से चले गए। बड़ी संख्या में सपा समर्थक अपने मताधिकार का प्रयोग किए बिना लौट आए, जिससे चुनाव प्रभावित हुआ और मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या में गिरावट आई।

इसे भी पढ़ें: पुलिस मार्च पर Akhilesh Yadav का तंज, बोले- जनता का विश्वास जीतने के लिए ‘दल-बल’ की ये परेड हो रही

यूपी विधानसभा उपचुनाव 2024

उत्तर प्रदेश की मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, शीशामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां सहित नौ सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं। वहीं, सबसे कम पांच-पांच उम्मीदवार खैर (सुरक्षित) और सीसामऊ सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

Rio De Janeiro में विश्व नेताओं के साथ PM Modi की मुलाकात का पूरा लेखा-जोखा

0
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के इतर इटली, ब्रिटेन इंडोनेशिया, नॉर्वे और पुर्तगाल सहित कई देशों के नेताओं से मुलाकात की और संबंधों को बेहतर एवं मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। हम आपको बता दें कि मोदी नाइजीरिया की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद रविवार को ब्राजील के शहर रियो डी जेनेरियो पहुंचे हैं।
इटली की प्रधानमंत्री से मुलाकात
मोदी ने इटली की अपनी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की और सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक ‘पोस्ट’ में कहा, ‘‘रियो डी जेनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित रही। हमने संस्कृति, शिक्षा और इस प्रकार के अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में भी बात की। भारत-इटली की दोस्ती ग्रह को बेहतर बनाने में बहुत योगदान दे सकती है।’’ विदेश मंत्रालय (एमईए) ने भी बैठक के बारे में ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। मंत्रालय ने कहा, ‘‘रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रियो में जी20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के इतर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने दीर्घकालिक भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने तथा इसमें गति प्रदान करने के लिए भारत-इटली संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 का स्वागत किया।’’ 

इसे भी पढ़ें: G20 Summit in Rio | India-China के LAC समझौते के बाद पहली बार मिले एस जयशंकर और चीनी मंत्री वांग यी, सीमा मुद्दे पर हुई दोनों के बीच बातचीत

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति से मुलाकात
मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो से भी मुलाकात की और सुरक्षा एवं स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में संबंधों को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने ‘एक्स’ पर दोनों नेताओं की तस्वीरें साझा करते हुए एक ‘पोस्ट’ में कहा, ‘‘ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो से मिलकर प्रसन्नता हुई। यह वर्ष विशेष है क्योंकि हम भारत-इंडोनेशिया राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हमारी बातचीत वाणिज्य, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को बेहतर बनाने पर केंद्रित रही।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘गर्मजोशी से भरे और मैत्रीपूर्ण संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के इतर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो से मुलाकात की।’’ मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति प्रबोवो को भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। दोनों नेताओं ने भारत-इंडोनेशिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को इसके मौजूदा क्षेत्रों में और मजबूत करने के साथ-साथ संबंधों को नए क्षेत्रों में विस्तारित करने के लिए मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की।’’
पुर्तगाल के प्रधानमंत्री से मुलाकात
पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो के साथ मोदी की बैठक के दौरान बातचीत दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने पर केंद्रित रही। मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। भारत पुर्तगाल के साथ लंबे समय से जारी संबंधों को महत्व देता है। हमारी बातचीत दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और अधिक मजबूती देने पर केंद्रित रही। नवीकरणीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन जैसे क्षेत्र सहयोग के कई अवसर प्रदान करते हैं। हमने मजबूत रक्षा संबंधों, लोगों के आपसी संबंधों और ऐसे अन्य विषयों पर भी बात की।’’ विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रियो में जी20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के दौरान पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने अर्थव्यवस्था, नवीकरणीय ऊर्जा, रक्षा और लोगों के बीच आपसी संपर्क और बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग के क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-पुर्तगाल द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया।’’
नॉर्वे के प्रधानमंत्री से मुलाकात
मोदी ने शिखर सम्मेलन के दौरान नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर से भी मुलाकात की। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर के साथ बैठक बहुत अच्छी रही। हमारी आर्कटिक नीति ने भारत-नॉर्वे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया है। हमने इस बारे में बात की कि दोनों देशों के बीच निवेश संबंधों को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, खासकर नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और समुद्र आधारित अर्थव्यवस्था में। नवाचार और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग पर भी चर्चा हुई।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में ‘‘भारत-नॉर्वे संबंधों को मजबूत करने के नए रास्ते तलाशे गए’’। मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के इतर नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर से मुलाकात की। चर्चा में भारत-नॉर्वे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया। बातचीत विशेष रूप से ‘भारत – यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) – व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते’ (टीईपीए) पर हस्ताक्षर के बाद व्यापार एवं आर्थिक सहयोग पर केंद्रित रही। नेताओं ने भू-राजनीतिक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ 
आईएमएफ की उप प्रबंध निदेशक से मुलाकात
शिखर सम्मेलन के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ ने भी मोदी से मुलाकात की। भारत में जन्मी अर्थशास्त्री ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘रियो में जी20 शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने भुखमरी और गरीबी कम करने में भारत की अनेक सफलताओं के बारे में बताया। दुनिया के लिए सीखने लायक अनेक रचनात्मक पहल कीं।’’ मोदी ने इसके जवाब में ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारत खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने और गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन क्षेत्रों में हम अपनी सफलताओं के क्रम को जारी रखेंगे और सभी के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने की खातिर अपनी सामूहिक शक्ति और संसाधनों का उपयोग करेंगे।’’ 
अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात
इससे पहले दिन में मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की और उनसे संक्षिप्त बातचीत की। इस बारे में अभी जानकारी नहीं दी गई है कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई। मोदी ने सोमवार को जी20 शिखर सम्मेलन के इतर ब्राजील, सिंगापुर और स्पेन सहित विश्व के कई अन्य नेताओं से भी बातचीत की।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से मुलाकात
इसके अलावा, मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर के साथ भी बात की। स्टॉर्मर ने नए साल में भारत के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने की घोषणा की है। ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अपने भारतीय समकक्ष नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद उन्होंने यह घोषणा की। स्टॉर्मर और मोदी की बैठक के बाद ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ (ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) ने कहा कि उनका देश भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी की कोशिश करेगा, जिसमें व्यापार समझौते के साथ-साथ सुरक्षा, शिक्षा, प्रौद्योगिकी तथा जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना शामिल होगा। स्टॉर्मर के प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत करने के लिए प्रतिबद्ध है। ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ द्वारा जारी बयान में द्विपक्षीय बैठक के बाद स्टॉर्मर के हवाले से कहा गया, ‘‘ भारत के साथ एक नया व्यापार समझौता ब्रिटेन में नौकरियों तथा समृद्धि को बढ़ावा देगा। यह हमारे देश में वृद्धि और अवसर प्रदान करने के हमारे अभियान को एक कदम और आगे बढ़ाएगा।’’ मोदी ने सोशल मीडिया पर इस बातचीत को ‘‘ अत्यंत सार्थक’’ बताया। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ भारत के लिए ब्रिटेन के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आने वाले वर्षों में हम प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, सुरक्षा, नवाचार व प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।’’
फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की और अंतरिक्ष, ऊर्जा तथा एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) जैसे क्षेत्रों में मिलकर काम करने के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष के प्रारंभ में पेरिस में ओलंपिक खेलों और पैरालिंपिक खेलों की सफल मेजबानी के लिए भी फ्रांस के राष्ट्रपति को बधाई दी। मोदी ने सोमवार देर रात ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे मित्र राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलना हमेशा ही अत्यंत खुशी की बात होती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस बारे में चर्चा की कि कैसे भारत और फ्रांस अंतरिक्ष, ऊर्जा, एआई और भविष्य के ऐसे अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करना जारी रखेंगे। दोनों देश लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए भी मिलकर काम करेंगे।’’ प्रधानमंत्री ने मैक्रों को बधाई देते हुए और उनके साथ हुई बैठक की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। मैक्रों ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है, क्योंकि भारत के साथ हमारी साझेदारी समृद्ध और बहुआयामी है।’’ उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘हमने पिछले जनवरी में मेरी राजकीय यात्रा के दौरान शुरू की गई पहलों की प्रगति की समीक्षा की, साथ ही प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।’’ उन्होंने एक छोटा वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें दोनों नेता गले मिलते और हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं।

मिलिंद देवड़ा vs आदित्य ठाकरे, फडणवीस vs प्रफुल्ल गुडधे… Maharashtra की इन पांच सीटों पर है महा लड़ाई

0
महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए बुधवार को एक ही चरण में मतदान हो रहा है। 4,000 से अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से 2,000 से अधिक स्वतंत्र दावेदार हैं। इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को अपने मुख्य विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से मुकाबला करना पड़ रहा है। विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किये जायेंगे। 
 

इसे भी पढ़ें: Maharashtra Election से पहले अनिल देशमुख पर हुआ हमला, अस्पताल में भर्ती, जारी है इलाज, विपक्ष ने जताई चिंता

महायुति के सहयोगियों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 149 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना 81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं। विपक्षी एमवीए में कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार उतारे हैं, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) या शिवसेना (यूबीटी) ने 95 उम्मीदवारों को टिकट दिया है और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के 86 उम्मीदवार मैदान में हैं।

इन सीटों पर है दिलचस्प लड़ाई

1. वर्ली: मुंबई की हाई-प्रोफाइल वर्ली विधानसभा सीट पर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना के मिलिंद देवड़ा, शिव सेना (यूबीटी) के आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के नेता संदीप देशपांडे के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। दक्षिण मुंबई के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा वर्ली में मजबूत प्रभाव डालने के लिए शहरी मध्यम वर्ग के मतदाताओं के बीच अपनी अपील पर भरोसा कर रहे हैं। 2019 में अपने पहले चुनाव में, आदित्य ठाकरे ने वर्ली से 89,248 वोटों के साथ शानदार जीत हासिल की, और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, एनसीपी के सुरेश माने को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने सिर्फ 21,821 वोट हासिल किए। 
2. बारामती: बारामती में, 2024 के चुनाव में हाल के लोकसभा चुनावों की तरह एक बार फिर से पवार परिवार में टकराव देखने को मिल रहा है। इस बार, शरद पवार के पोते, युगेंद्र पवार उपमुख्यमंत्री अजित पवार को चुनौती दे रहे हैं, राकांपा (सपा) इस पारंपरिक गढ़ में उनकी उम्मीदवारी का समर्थन कर रही है। युगेंद्र शरद पवार के संरक्षण में अपने राजनीतिक पदार्पण की तैयारी कर रहे हैं और पहले अपनी बुआ सुप्रिया सुले के लोकसभा अभियान के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। वह शरद पवार द्वारा स्थापित शैक्षणिक संस्थान विद्या प्रतिष्ठान में कोषाध्यक्ष के पद पर भी हैं। दूसरी ओर, शरद पवार के कांग्रेस छोड़कर एनसीपी बनाने के बाद अजित पवार इस निर्वाचन क्षेत्र के निर्विवाद नेता रहे हैं, जिन्होंने 1991 से लगातार सात बार सीट हासिल की है। 2019 में, अजित पवार ने लगभग 1.95 लाख वोट और 83.24 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करके निर्णायक जीत हासिल की।
3. वांड्रे ईस्ट: विधानसभा क्षेत्र में जीशान सिद्दीकी और वरुण सरदेसाई के बीच जोरदार मुकाबला होने वाला है। जीशान सिद्दीकी, जिन्हें युवा मतदाताओं और मुस्लिम समुदाय से मजबूत समर्थन प्राप्त है, स्थानीय मुद्दों को संबोधित करने के अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण और सोशल मीडिया पर जनता के साथ सक्रिय जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं। वह अपने पिता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सहानुभूति वोट भी हासिल कर सकते हैं। दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई 2022 में पार्टी के विभाजन के दौरान शिवसेना (यूबीटी) के दृढ़ समर्थक रहे हैं। उनका वांड्रे ईस्ट में महत्वपूर्ण प्रभाव है, जो उन्हें शिवसेना के पारंपरिक मतदाता आधार से समर्थन प्राप्त है।
4. नागपुर दक्षिण पश्चिम: इस विधानसभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का लक्ष्य लगातार चौथी बार अपना गढ़ सुरक्षित करना है। उन्होंने 2009 से लगातार तीन बार जीतकर नागपुर दक्षिण पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। 2019 के चुनाव में, फडणवीस ने 49,000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की। क्षेत्र में उनके प्रभाव को उनके व्यापक राजनीतिक करियर, विकास पहल और भाजपा के भीतर मजबूत संगठनात्मक समर्थन का समर्थन प्राप्त है। दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल गुडाधे, जो अपनी गहरी स्थानीय जड़ों और जमीनी स्तर के संबंधों के लिए जाने जाते हैं, भाजपा के प्रति मतदाताओं की थकान या वर्तमान प्रशासन के प्रति असंतोष, विशेष रूप से शहरी बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक सेवाओं और भाजपा की आर्थिक नीतियों पर चिंताओं को भुनाया जा सकता है।
 

इसे भी पढ़ें: Erandol विधानसभा सीट पर शिवसेना ने Amol Patil को चुनावी रण में उतारा, क्षेत्र में पाटिल समाज का रहा है दबदबा

5. कोपरी-पचपखाड़ी: ठाणे के कोपरी-पचपखाड़ी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मुकाबला उनके राजनीतिक गुरु, दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे से होगा। शिंदे अक्सर आनंद दिघे को राजनीति में अपना मार्गदर्शक बताते रहे हैं। दिघे से उनका रिश्ता गहरा है, यहां तक ​​कि उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक प्रसाद ओक द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म धर्मवीर 2 का वित्तपोषण भी किया था। दिघे के जीवन पर आधारित यह फिल्म दिवंगत शिवसेना नेता के साथ शिंदे के करीबी संबंधों और उनकी विरासत पर प्रकाश डालती है।

मेडिकल इमरजेंसी की चपेट में उत्तर भारत, गोपाल राय बोले- सो रहे देश के पर्यावरण मंत्री

0
दिल्ली का प्रदूषण गंभीर स्थिति में है। वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भाजपा औक केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण की गंभीर स्थिति को लेकर आपातकालीन बैठक बुलाने के संबंध में दिल्ली सरकार के लगातार अनुरोध के बावजूद भाजपा के पर्यावरण मंत्री सो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से एक बार फिर प्रदूषण पर आपात बैठक बुलाने और कृत्रिम बारिश की अनुमति देने का अनुरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हस्तक्षेप करना चाहिए, कार्रवाई करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है तथा केंद्र को प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। 
 

इसे भी पढ़ें: ‘क्या दिल्ली को भारत की राजधानी बने रहना चाहिए’, बिगड़ते प्रदूषण पर शशि थरूर ने कर दी फिर से विवादित टिप्पणी?

गोपाल राय ने कहा कि ‘ग्रैप’ को पूरे उत्तर भारत में लागू किया जाना चाहिए, भाजपा शासित राज्यों में नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम लगातार काम कर रहे हैं। हमने BS-III पेट्रोल चार पहिया वाहनों, BS-IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बाहर से आने वाले सभी ट्रक, डीजल बसों पर रोक लगा दी गई है. 10वीं और 12वीं के लिए भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. तीसरा, कार्यालयों के लिए समय अलग-अलग कर दिया गया है। रही बात वर्क फ्रॉम होम की तो हम उस पर भी काम कर रहे हैं। जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। हम उस पर अमल भी करेंगे।
आप नेता ने कहा कि हम उन सभी चीजों पर काम कर रहे हैं जो हमारे हाथ में हैं और हम ऐसा करना जारी रखेंगे। हम केंद्रीय पर्यावरण मंत्री के साथ एक आपात बैठक की मांग कर रहे हैं ताकि हम जमीन पर सभी कार्रवाई कर सकें। हम ऑड-ईवन पर भी चर्चा कर रहे हैं लेकिन अब एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि हमने इतनी पाबंदियां लगा दी हैं, लोग अब विचार कर रहे हैं कि इसका कितना असर होगा। उन्होंने कहा कि पूरा उत्तर भारत मेडिकल इमरजेंसी की चपेट में है। 
 

इसे भी पढ़ें: Air Pollution Alert| Delhi-NCR की दम घोंटू हवा के कारण स्कूल बंद, DU-JNU में ऑनलाइन क्लास शुरू, ये हुए बदलाव

राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार को इस तरह से देश के लोगों की जान खतरे में डालने का अधिकार नहीं है। इस पर काम करना होगा. दिल्ली सरकार अपने स्तर पर जो भी काम कर सकती है, कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सितंबर से काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार इस तरह चुप नहीं रह सकती। कृत्रिम बारिश अब दिल्ली के लिए आपातकालीन जरूरत बन गई है। 

G20 समिट का ‘Melodi’ Movement, चेहरे पर जबरदस्त मुस्कुराहट लिए PM मोदी से मिली इटली की प्रधानमंत्री, जमकर लगे ठहाके

जी 20 की बैठक में हिस्सा लेने के लिए इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील पहुंचे हैं। ब्राजील में जबरदस्त सम्मेलन का आगाज हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। ग्रुप फोटो भी हुई और ऐतिहासिक बैठक जिसका सभी को इंतजार था वो भी संपन्न हो गई। इसी बैठक के बाद द्विपक्षीय बैठकों का सिलसिला भी शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक बड़े देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकों को पूरा किया। इसमें एक देश इटली भी था। इटली की प्रधानमंत्री ज़र्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ मिलाकर जोरदार स्वागत किया। बड़ी मुस्कुराहट के साथ दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन भी स्वीकार किया। ब्राजील में हो रही जी20 बैठक से इतर आई तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ये तस्वीर मोदी और मेलोनी के चाहने वालों को मेलोडी मूवमेंट दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के रियो डि जिनरो में जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी समकक्ष जॉ्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की है। 

इसे भी पढ़ें: क्या दीवार पर लिखी इबारत को पढ़ नहीं पा रहे गृह मंत्री? Manipur को लेकर कांग्रेस ने कसा सरकार पर तंज

बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक रिलेशन मजबूत करने के साथ साथ व्यापार निवेशक और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की है। बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया। इस पोस्ट में उन्होंने बैठक की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि रियो डी जेनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मिलकर खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित रही। हमने संस्कृति, शिक्षा और इस प्रकार के अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में भी बात की। भारत-इटली की दोस्ती ग्रह को बेहतर बनाने में बहुत योगदान दे सकती है।

इसे भी पढ़ें: हमने धारावी की जमीन किसी को नहीं दी, BJP का कांग्रेस पर पलटवार, एक हैं तो सेफ हैं, राहुल गांधी फेक हैं

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने भी बैठक के बारे में एक्स पर पोस्ट किया। मंत्रालय ने कहा कि रणनीतिक साझेदारी मजबूत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो में जी20 ब्राजील शिखर सम्मेलन के इतर इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने दीर्घकालिक भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने तथा इसमें गति प्रदान करने के लिए भारत-इटली संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-29 का स्वागत किया मोदी से मुलाकात को हमेशा ही बहुत खुशी प्रदान करने वाला पल बताते हुए मेलोनी ने इस बैठक को बातचीत के लिए अनमोल अवसर बताया, जिससे दोनों देशों को कार्ययोजना की घोषणा के साथ भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का अवसर मिला।