Tuesday, December 23, 2025
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Pakistan में सुरक्षा चौकी पर हुए घातक हमले में सात लोगों की मौत की आशंका

कराची । पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में शनिवार को एक सुरक्षा चौकी पर हुए जानलेवा हमले में सुरक्षाकर्मियों समेत कम से कम सात लोगों के मारे जाने और 10 अन्य के घायल होने की आशंका है। हमले के विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है। ‘जियो’ न्यूज चैनल की खबर के अनुसार बलूचिस्तान के कलात जिले में हुए हमले में सात लोग मारे गए और 10 अन्य घायल हो गए। प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
हालांकि, न तो प्रांतीय सरकार और न ही किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में कोई बयान दिया है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और संघीय गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने हमले की निंदा करते हुए मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। हाल के दिनों में बलूचिस्तान में प्रतिबंधित अलगाववादी समूहों के हमले बढ़ गए हैं। पिछले सप्ताह प्रांत के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमले में कम से कम 27 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे।

Nigeria के ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर’ पुरस्कार से सम्मानित होंगे PM Narendra Modi

अबुजा। नाइजीरिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित करेगा, जिससे वह यह पुरस्कार पाने वाले दूसरे विदेशी गणमान्य व्यक्ति बन जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण के तहत रविवार को नाइजीरिया पहुंचे। यह 17 वर्षों में पहली बार है जब भारत के प्रधानमंत्री नाइजीरिया की यात्रा कर रहे हैं। मोदी नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू के निमंत्रण पर यहां पहुंचे हैं। वह ब्राजील और गुयाना भी जाएंगे।
भारत सरकार के अधिकारियों ने बताया कि नाइजीरिया प्रधानमंत्री मोदी को ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर’ (जीसीओएन) पुरस्कार से सम्मानित करेगा। अब तक ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी हस्ती रही हैं जिन्हें 1969 में जीसीओएन से सम्मानित किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह किसी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार होगा।
प्रधानमंत्री के रविवार को नाइजीरिया पहुंचने पर मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को अबुजा शहर की ‘चाबी’ भेंट की। विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह ‘चाबी’ प्रधानमंत्री पर नाइजीरिया के लोगों के विश्वास और उनके प्रति सम्मान को प्रदर्शित करती है।’’

Sri Lanka के राष्ट्रपति नयी संसद के उद्घाटन सत्र में सरकार का लिखित नीतिगत दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे

कोलंबो । राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके 21 नवंबर को दसवीं संसद के उद्घाटन सत्र में अपनी सरकार का लिखित नीतिगत दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे। संसद के प्रेस कार्यालय ने घोषणा की कि दिसानायके 21 नवंबर को अपराह्न तीन बजे नयी संसद को संबोधित करेंगे। वर्ष 1978 में अपनायी गयी राष्ट्रपति प्रणाली के बाद से यह 10वीं संसद है। दिसानायके की सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) ने बुधवार के संसदीय चुनाव में भारी जीत हासिल की और 159 सीट जीतकर दो-तिहाई बहुमत (150 सीट) से अधिक का आंकड़ा पार किया।
दिसानायके ने राष्ट्रपति के रूप में सितंबर में अपने निर्वाचन के तुरंत बाद आकस्मिक चुनावों की घोषणा की थी। उनकी पार्टी ने कहा है कि राष्ट्रपति सोमवार को मंत्रालयों के उचित आवंटन के साथ एक नया प्रधानमंत्री और 25-सदस्यीय मंत्रिमंडल नियुक्त करेंगे। राष्ट्रपति का बयान परंपरा के अनुसार अध्यक्ष की कुर्सी से दिया जाएगा। उनका यह बयान संसद महासचिव कुशानी रोहनाधीरा की अध्यक्षता में सभी सदस्यों के शपथ लेने और नये अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और अन्य संबंधित अधिकारियों की नियुक्ति के बाद दिया जाएगा। दो सौ पच्चीस सदस्यीय सदन में 150 से अधिक नये चेहरे चुनकर आये हैं और इनके लिए 25, 26 और 27 नवंबर को समावेशन सत्र रखा गया है।
श्रीलंका के आर्थिक संकट में फंसने के बाद यह पहला संसदीय चुनाव था। लगभग गृहयुद्ध जैसी स्थिति और महीनों तक चले सार्वजनिक विरोध प्रदर्शनों के कारण तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था। पदभार ग्रहण करने के बाद से दिसानायके अपने पूर्ववर्ती रानिल विक्रमसिंघे के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के बेलआउट कार्यक्रम के साथ बने हुए हैं। देश अब भी इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबरने की प्रक्रिया में है, क्योंकि दिसानायके सरकार को 2.9 अरब डॉलर के कार्यक्रम की तीसरी समीक्षा में राजस्व पर आईएमएफ के लक्ष्यों को पूरा करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

Manipur Violence । ताजा हिंसा के बाद मैतेई समूह ने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया

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मणिपुर के इंफाल घाटी का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। इन सब के बीच नागरिक समाज समूहों ने राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है। इसमें उन्होंने सशस्त्र उग्रवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है।
बता दें, जिरीबाम जिले में सोमवार को सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 10 उग्रावादी मारे गए थे। लेकिन राहत शिविर में रहने वाली तीन महिलाएं और तीन बच्चे लापता हो गए थे। शनिवार को दो महिलाओं और एक बच्चे का शव बराक नदी से बरामद किया गया जबकि शुक्रवार रात को एक महिला एवं दो बच्चों के शव मिले थे। ऐसा आरोप है कि उग्रवादियों ने इन महिलाओं और बच्चों का अपहरण कर हत्या की है। इसके बाद से घाटी में हिंसा भड़की हुई है।
 

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लोगों का हिंसक प्रदर्शन

लोगों ने इन हत्याओं के विरोध में इंफाल घाटी में हिंसक प्रदर्शन किए। इतना ही नहीं लोगों ने राज्य के तीन मंत्रियों तथा छह विधायकों के आवास पर भी हमला किया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दामाद एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आर के इमो सहित तीन विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की और उनकी संपत्तियों में आग लगा दी। वहीं, सुरक्षाबलों ने इंफाल के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मंत्री सपाम रंजन, एल सुसिंद्रो सिंह और वाई खेमचंद के आवास पर हमला किया। उन्होंने बताया कि इंफाल घाटी में ‘कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए’ इंफाल पूर्व एवं पश्चिम, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग जिले में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मणिपुर के मंत्रियों और विधायकों के आवासों पर प्रदर्शनकारियों के धावा बोलने के बाद प्रशासन ने सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के दामाद इमो के अलावा, प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायक सपाम कुंजाकेसोर और विधायक जॉयकिशन सिंह की संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया। अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने वांगखेई सीट से जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक टी. अरुण और लंगथाबल से भाजपा विधायक करम श्याम के आवास का भी घेराव किया।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारी पश्चिम इंफाल में तिद्दिम रोड स्थित केशामथोंग के निर्दलीय विधायक सपाम निशिकांत सिंह के आवास पर उनसे मिलने आए थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि वह राज्य में मौजूद नहीं हैं तो उन्होंने विधायक के स्वामित्व वाले एक स्थानीय समाचार पत्र के कार्यालय पर हमला कर दिया। भीड़ ने कार्यालय की इमारत के सामने कुछ अस्थायी संरचनाओं को भी नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा भवन से मात्र 200 मीटर दूर थांगमेइबंद क्षेत्र में सड़क के बीचो-बीच टायरों में आग लगाई।
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी राजभवन और सचिवालय सहित कई इमारतों की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मुख्य सचिव विनीत जोशी ने इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर जिले में शनिवार शाम 5.15 बजे से दो दिन के लिए इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश दिया है। इंफाल घाटी के नागरिक समाज संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष संस्था ‘मणिपुर अखंडता पर समन्वय समिति’ (सीओसीओएमआई) ने उग्रवादियों पर 24 घंटे के भीतर सैन्य कार्रवाई करने की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों ने रात में जिरीबाम कस्बे में कम से कम दो चर्च और तीन घरों को आग के हवाले कर दिया।
अधिकारियों ने बताया, ‘उपद्रवियों द्वारा और अधिक आगजनी करने तथा अतिरिक्त संरचनाओं को जलाने की खबरें भी सामने आई हैं, लेकिन इन दावों की अभी तक स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है।’ सीओसीओएमआई के प्रवक्ता के. अथौबा ने अफस्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम) को तत्काल हटाने की मांग की, जिसे हाल ही में छह पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में पुनः लागू किया गया है। जिरीबाम में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए कुकी-जो समुदाय के 10 युवकों के शव शनिवार को असम के सिलचर शहर से विमान द्वारा चुराचांदपुर लाए गए। असम के सिलचर में इनका पोस्टमार्टम किया गया था।
 

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राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी

मैतेई नागरिक अधिकार समूह, मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) के प्रवक्ता खुरैजम अथौबा ने कहा, ‘राज्यों के सभी प्रतिनिधियों और सभी विधायकों को एक साथ बैठकर इस संकट को जल्द से जल्द हल करने के लिए कुछ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। अगर वे मणिपुर के लोगों की संतुष्टि के अनुसार कोई निर्णय नहीं लेते हैं, तो उन्हें लोगों के असंतोष का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। हमने भारत सरकार और मणिपुर सरकार को सभी सशस्त्र समूहों के खिलाफ कुछ निर्णायक कार्रवाई और सैन्य कार्रवाई करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।’

मध्य प्रदेश में दो सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत, सात घायल

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मध्यप्रदेश के खरगौन और मुरैना जिले में दो सड़क दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और सात व्यक्ति घायल हो गए। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
खरगौन कोतवाली पुलिस थाने के उपनिरीक्षक श्रीराम भूरिया ने बताया कि खरगौन में पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पास रविवार सुबह करीब सात बजे स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) और वैन के बीच टक्कर हो गई।

उन्होंने बताया कि वैन में मौजूद दो लोग रामलाल (50) और शोभाराम (49) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच व्यक्ति घायल हो गए।
भूरिया ने बताया कि एसयूवी में एक ही व्यक्ति बैठा था।

उन्होंने बताया कि वाहन की नंबर प्लेट पर ‘एसडीएम’ (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट) लिखा हुआ था।
इस संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि वाहन किसका है।

पुलिस ने बताया कि मुरैना में शनिवार रात दो तेज रफ्तार मोटरसाइकिलटकरा गईं, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
सबलगढ़ पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मुरैना जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर पीपलवाड़ी पुलिस चौकी के पास हुई।

उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल सवार बिशु (65) और सचिन (22) की मौके पर ही मौत हो गई जबकि संतोष (28) नामक व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें सबलगढ़ सरकारी अस्पताल से मुरैना के जिला अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है।

मधुमेह टाइप एक पीड़ित छात्रों के लिए सीबीएसई परीक्षाओं में अतिरिक्त समय: केरल एसएचआरसी ने रिपोर्ट मांगी

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 केरल राज्य मानवाधिकार आयोग (एसएचआरसी) ने टाइप एक मधुमेह से पीड़ित छात्रों के लिए परीक्षा में अतिरिक्त समय की मांग वाली याचिका पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से रिपोर्ट मांगी है।

आयोग द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि एसएचआरसी अध्यक्ष न्यायमूर्ति अलेक्जेंडर थॉमस ने सीबीएसई और सामान्य शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव से एक महीने के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

यह निर्देश बुशरा शिहाब नामक महिला द्वारा दायर याचिका पर आया है, जिन्होंने कहा है कि केरल सरकार एसएसएलसी और प्लस 2 परीक्षाओं में टाइप एक मधुमेह से पीड़ित छात्रों के लिए परीक्षा के हर घंटे 20 मिनट अतिरिक्त समय दे रही है।

उन्होंने मांग की है कि सीबीएसई परीक्षाओं में भी यही स्वरूप अपनाया जाए। उन्होंने अपनी याचिका में यह भी कहा कि राज्य में टाइप एक मधुमेह से पीड़ित 8,000 से अधिक बच्चे हैं और देश में आठ लाख से अधिक ऐसे बच्चे हैं।

सुपरमार्केट की ‘हेल्दी’ ब्रेड का खुलासा, कैंसर से जुड़े खतरनाक रसायन!

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सुपरमार्केट की शेल्फ पर ‘हेल्दी’ ब्रेड को देखकर क्या आपने कभी सोचा है कि क्या यह वाकई आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है या नहीं? मशहूर डाइट एक्सपर्ट प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि सुपरमार्केट में मिलने वाली कई ब्रेड ‘हेल्दी’ और ‘हाई फाइबर’ जैसे आकर्षक टैग के साथ बेची जाती हैं, लेकिन असल में उनमें खतरनाक रसायन हो सकते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रसिद्ध पोषण वैज्ञानिक और जॉय डाइट ऐप के संस्थापक प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने कहा कि सुपरमार्केट ब्रेड में स्वाद और बनावट लाने के लिए कमर्शियल यीस्ट, फ्लेवरिंग और इमल्सीफायर जैसे रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। ये पदार्थ पेट के अंदर आंत की परत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आंत विशेषज्ञ डॉ. एलेस्टेयर स्कॉट ने कहा कि इमल्सीफायर आंत की बाधा को कमजोर कर सकते हैं और बैक्टीरिया के संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिससे आंतों के कैंसर की संभावना बढ़ जाती है।

स्वस्थ विकल्प: ताज़ा साउरेडो और राई ब्रेड

प्रो. स्पेक्टर कहते हैं कि ताजा बेक की गई सॉरेडो ब्रेड या राई और स्पेल्ट ब्रेड ज्यादा फायदेमंद होती है। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो न सिर्फ पाचन तंत्र को मजबूत करता है बल्कि आंतों के कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाता है। उन्होंने कहा कि अगर आप ब्रेड खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो और चीनी की मात्रा कम हो। सबसे अच्छा विकल्प बेकरी से ताजा बनी ब्रेड लेना है।

विशेषज्ञों ने भी अंकुरित रोटी को एक सेहतमंद विकल्प बताया है। इसमें अनाज को अंकुरित करके बेक किया जाता है, जिससे पोषक तत्व अधिक प्रभावी हो जाते हैं। अंकुरित रोटी में फाइबर और विटामिन बी अधिक होता है, जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है।

Turmeric Benefits: औषधीय गुणों से भरपूर है हल्दी, है बेहद फायदेमंद, जानें इसके फायदे

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हल्दी के फायदे: हर घर में आसानी से उपलब्ध होने वाला मसाला हल्दी के अनगिनत फायदे हैं। यह औषधीय गुणों से भरपूर है. स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ हल्दी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। तो फिर इस लेख में जानिए पीली हल्दी के सेवन के फायदे और उपचार।

हल्दी के सेवन के फायदे

  • हृदय रोगियों के लिए हल्दी का सेवन फायदेमंद होता है। यह खून को पतला करता है और धमनियों में रक्त संचार को सुचारु रखता है।
  • डायबिटीज के मरीजों के लिए हल्दी फायदेमंद होती है. हल्दी में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला एक पदार्थ विशेष रूप से पित्त को मजबूत करके भोजन को पचाने में मदद करता है। यह पेट की गैस और सूजन से भी राहत दिलाता है।
  • हल्दी का उपयोग दंत रोग, त्वचा रोग, मूत्र रोग और यकृत रोग में किया जाता है।
  • बिच्छू, मधुमक्खी, ततैया आदि जहरीले कीड़ों के काटने पर पीली हल्दी का लेप लगाने से लाभ मिलता है।
  • हल्दी की तासीर गर्म होती है. इसका उपयोग कफ को शांत करने और रक्त के प्रवाह को रोकने के लिए किया जाता है।
  • हल्दी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो दूध में मौजूद कैल्शियम के साथ मिलने पर अधिक प्रभावी हो जाते हैं।
  • अगर आपको नींद न आने की समस्या है तो सोने से पहले दूध में हल्दी मिलाकर पीने से इस समस्या से राहत मिलती है।
  • सर्दी, खांसी और एलर्जी के कारण होने वाली खांसी में सोने से पहले गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से फायदा होता है।
  • सभी प्रकार के त्वचा रोगों में कच्ची हल्दी और आंवले के रस को मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगाने से लाभ होता है।
  • हल्दी वाला दूध किसी भी तरह की चोट, मोच, सिरदर्द से राहत दिलाकर रक्त संचार को नियंत्रित करता है।

ध्यान से

जिन लोगों को पित्ताशय की पथरी, चेहरे पर दाने, अपच, डायरिया की समस्या है उनके लिए हल्दी का सेवन हानिकारक है। गुणों से भरपूर हल्दी को भारतीय केसर भी कहा जाता है। प्रतिदिन तीन से पांच ग्राम से अधिक का सेवन न करें।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि फलों का सेवन हमारे लिए फायदेमंद

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किडनी स्टोन के दौरान इन चीजों से बचें:  किडनी को मानव शरीर का फिल्टर कहा जाता है, यह शरीर की गंदगी और तरल पदार्थ को छानकर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। किडनी से जुड़ी एक बहुत ही खराब बीमारी है जिसका नाम है स्टोन, इसे किडनी स्टोन भी कहते हैं। अगर किसी को यह समस्या हो जाती है तो उसे यूरिन इन्फेक्शन और पेट दर्द की शिकायत होने लगती है, इससे बचना बहुत जरूरी है, नहीं तो गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।

गुर्दे में पथरी क्यों होती है?

आमतौर पर जब भी हम कोई अस्वास्थ्यकर भोजन खाते हैं या गंदे या हानिकारक तरल पदार्थों का सेवन करते हैं, तो इससे किडनी में पथरी हो सकती है। इसलिए पथरी की समस्या से जूझ रहे मरीजों को यह जानना जरूरी है कि उन्हें किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों से दूर रहना चाहिए। इसके लिए हमने न्यूट्रिशनिस्ट निखिल वत्स से बात की।

किडनी के मरीजों के लिए फल  आमतौर पर हम फलों को सेहत का खजाना मानते हैं, जो काफी हद तक सही भी है, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर फल सभी बीमारियों के लिए उपयुक्त हो। किडनी स्टोन के मरीजों के लिए फल खाने पर कई तरह की पाबंदियां हैं।

किडनी स्टोन में खाएं ये फल

किडनी स्टोन के मरीजों के लिए ऐसे फल बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। आप नारियल पानी, तरबूज, खरबूजा जैसे फलों का सेवन बढ़ा सकते हैं।

 

किडनी में पथरी बढ़ने पर उन फलों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए जिनमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में हो। इसके लिए आपको जामुन, अंगूर और कीवी जैसे फल खाने होंगे।

– पथरी के मरीजों को खट्टे फल भी अधिक मात्रा में खाने चाहिए क्योंकि इससे न केवल किडनी की समस्या दूर होगी बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। आप संतरे, मौसमी और अंगूर खूब खा सकते हैं।

पथरी होने पर न खाएं ये 5 फल : किडनी में पथरी की समस्या होने पर आपको कुछ फलों का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि अगर आप इसे खाएंगे तो पथरी की समस्या कम होने की बजाय बढ़ जाएगी। आइए जानते हैं कौन से हैं वो फल।

1.  अनार

2.  अमरूद

3.  सूखे मेवे

4.  स्ट्रॉबेरी

5.  ब्लूबेरी

भारत में मधुमेह के इलाज से वंचित लोगों की संख्या सबसे अधिक, लैंसेट अध्ययन में चौंकाने वाले आंकड़े

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भारत में बिना इलाज के मधुमेह के मरीज़: भारत में बिना इलाज के मधुमेह के मरीज़ों की संख्या सबसे ज़्यादा है, यह बात ‘द लैंसेट’ मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के आधार पर कही गई है। इस शोध के अनुसार, वर्ष 2022 में अनुमानित 828 मिलियन वयस्कों (18 वर्ष और उससे अधिक आयु के) को मधुमेह था। इनमें से एक चौथाई से ज़्यादा (212 मिलियन) भारत में रहते थे, इसके बाद चीन में 148 मिलियन, अमेरिका में 42 मिलियन, पाकिस्तान में 36 मिलियन, इंडोनेशिया में 25 मिलियन और ब्राज़ील में 22 मिलियन लोग रहते थे।

200 देशों में किया गया अध्ययन

यह अध्ययन एनसीडी रिस्क फैक्टर कोलैबोरेशन द्वारा किया गया था। यह स्वास्थ्य वैज्ञानिकों का एक वैश्विक नेटवर्क है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मदद से 200 देशों और क्षेत्रों के लिए गैर-संचारी रोगों के जोखिम कारकों पर सटीक और समय पर डेटा प्रदान करता है।

इंपीरियल कॉलेज लंदन के वरिष्ठ लेखक प्रोफेसर माजिद इज़्ज़ती ने कहा कि अध्ययन मधुमेह में वैश्विक असमानताओं की ओर इशारा करता है, कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों में उपचार दर स्थिर है, जहां मधुमेह से पीड़ित वयस्कों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है।

प्रोफेसर माजिद इज़्ज़ती ने कहा, “यह चिंताजनक है क्योंकि कम आय वाले देशों में मधुमेह से पीड़ित लोग कम उम्र के हैं और प्रभावी उपचार की कमी के कारण उन्हें जीवन भर जटिलताओं का खतरा रहता है – जिसमें इम्युटेशन (शरीर के किसी अंग का नुकसान), हृदय रोग, गुर्दे की क्षति या दृष्टि हानि या कुछ मामलों में, समय से पहले मृत्यु शामिल है।”

इस अध्ययन के अनुसार  , 1990 से 2022 के बीच, पुरुषों में वैश्विक मधुमेह दर दोगुनी हो गई (6.8% से 14.3%) और महिलाओं में (6.9% से 13.9%)। निम्न और मध्यम आय वाले देशों में सबसे ज़्यादा वृद्धि देखी गई, जबकि कुछ उच्च आय वाले देशों, जैसे जापान, कनाडा और पश्चिमी यूरोप के कुछ देशों जैसे फ्रांस, स्पेन और डेनमार्क में पिछले तीन दशकों में मधुमेह की दरों में कोई बदलाव नहीं देखा गया, या यहाँ तक कि थोड़ी कमी भी देखी गई।

शोधकर्ताओं ने कहा कि भारत में महिलाओं और पुरुषों दोनों में मधुमेह की दर लगभग दोगुनी हो गई है। महिलाओं में यह 1990 में 11.9% से बढ़कर 2022 में 24% हो गई। पुरुषों में यह इसी अवधि में 11.3% से बढ़कर 21.4% हो गई। तुलनात्मक रूप से, दोनों लिंगों के लिए उपचार कवरेज में मामूली वृद्धि हुई। 1990 और 2022 के बीच महिलाओं में 21.6% से 27.8% और पुरुषों में 25.3% से 29.3% की वृद्धि हुई।