Monday, December 22, 2025
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मप्र के पीयूष तिवारी बने भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर, मुख्यमंत्री ने सौंपा नियुक्ति-पत्र

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत आज विश्व के अनेक देशों का मार्गदर्शक, सहयोगी और लोकप्रिय मित्र राष्ट्र है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे विश्व में भारत की गरिमा बढ़ाने का कार्य किया है। आज भारत अर्थव्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण और शक्तिशाली देश है, जहां वर्ष 2014 में भारत 11वें क्रम में था। अब प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम नेतृत्व में 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। वर्ष 2026 तक भारत विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार देर शाम अंतरराष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रेड कमिश्नर के रूप में पीयूष तिवारी की नियुक्ति मध्य प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।

कार्यक्रम में कई कॉमनवेल्थ राष्ट्रों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, यूनाइटेड किंगडम, मलावी, समोआ शामिल हैं। इन देशों के राजदूत और म्यांमार, तुर्की, मोरक्को, अल्जीरिया और युगांडा जैसे देशों के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीयूष तिवारी को ट्रेड कमिश्नर का नियुक्ति पत्र प्रदान किया और इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए प्रदेश के नागरिकों की ओर से बधाई दी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशा व्यक्त की कि तिवारी के पद पर नियुक्त होने से कॉमनवेल्थ देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को नई दिशा मिलेगी। संयुक्त राष्ट्र विश्व सहिष्णुता दिवस के कार्यक्रम में आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने पीयूष तिवारी को दिए गए दायित्व के लिए बधाई दी।

मध्य प्रदेश है उद्योगों के लिए अनुकूल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ब्रिटेन जैसे देश जिन्होंने कभी भारत पर राज किया था, आज हमारे पीछे खड़े हैं। इसके पीछे भारतीयों की मेधा, हमारा स्वावलंबन, हमारे संसाधन और मोदी का सक्षम नेतृत्व शामिल है। मध्यप्रदेश में विश्व के अनेक राष्ट्रों से व्यापार, वाणिज्य और उद्योग क्षेत्र में कार्य के प्रस्ताव मिल रहे हैं। मध्यप्रदेश न सिर्फ उद्योग और व्यापार बल्कि संस्कृति, खनिज, विमानन, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में अनुकूल है और इन क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य की संभावनाओं को समेटे हुए है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यदि मन के भाव अच्छे हों, नागरिक श्रेष्ठ हों, अपराध न्यूनतम हो तो वह श्रेष्ठ राज्य कहलाता है। वर्ष 2004 तक मध्यप्रदेश में पांच या छह मेडिकल कॉलेज ही थे, वर्तमान में इनकी संख्या 20 हो गई है। पीपीपी मॉडल पर एक वर्ष में 12 नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत कॉमनवेल्थ के राष्ट्रों में सूर्य की भांति चमककर शोभायमान है। काल के प्रवाह में ऐसा हुआ कि हमारे राष्ट्र को परतंत्रता का दौर भी देखना पड़ा। हमारा देश सीने में कई दर्द दफन करके रखता है। पारसी समुदाय को यदि भारत में सम्मान से स्थान मिला, तो यह भारत की सहिष्णुता का ही प्रमाण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज गुरूनानक देव जी की जयंती है, जिन्होंने तत्कालीन कुप्रथाओं को हटाया और सर्वमान्य बनें। आज के दौर में भारत विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रहा है। कोविड का दौर देखें तो देश के करोड़ों लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन देकर उनकी जिंदगी बचाने के साथ ही अनेक राष्ट्रों को भी वैक्सीन प्रदाय की गई। इन कारणों से अनेक देशों के प्रमुख प्रधानमंत्री मोदी जी के चरण स्पर्श कर उन्हें सम्मान देते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पाकिस्तान सहित अनेक राष्ट्र भारत की प्रशंसा करते हैं। भारत की विश्व बंधुत्व की भावना और देश में हो रही प्रगति को देखकर कई देश आश्चर्य भी करते हैं। भारत में व्यापक स्तर पर डिजिटल लेन-देन हो रहा, जो अनेक राष्ट्रों को चकित करता है। भारत ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। कोई आश्चर्य नहीं कि भारत आने वाले समय में अनेक क्षेत्रों में नंबर एक पर हो और स्वामी विवेकानंद जी की यह उक्ति सत्य सिद्ध हो कि 21वीं सदी भारत की होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश का बजट आने वाले चार वर्ष में दोगना हो जाएगा। मध्यप्रदेश विकास के लक्ष्यों को जल्द से जल्द प्राप्त करने का प्रयास करेगा।

भारत कॉमनवेल्थ ट्रेड काउंसिल के ट्रेड कमिश्नर पीयूष तिवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कुशल नेतृत्व में सरकारों का संचालन हो रहा है। तिवारी ने बताया कि यूनेस्को द्वारा वर्ष 1995 में सहिष्णुता विषयक जागरूकता प्रयासों को गति दी गई थी। प्रत्येक दिन सहिष्णुता का भाव महत्व रखता है, लेकिन सहिष्णुता दिवस का आयोजन इस महत्व को बढ़ाने का कार्य करता है। नीति आयोग द्वारा भी कॉमनवेल्थ के प्रमुख सदस्य भारत में सहिष्णुता वृद्धि के प्रयासों में सहयोग दिया जा रहा है। कार्यक्रम में सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी उपस्थिति थे।

उप्र के झांसी में मेडिकल कॉलेज में लगी आग, 10 नवजात बच्चों की मौत 

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झांसी, 16 नवंबर (हि.स.) । उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में शिशु वार्ड के एनआईसीयू में शुक्रवार देररात अचानक आग लगने से दस बच्चों की मौत हो गई जबकि कई बच्चों की हालत गंभीर है। 35 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने दस बच्चों के मौत की पुष्टि की है। मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों की मौत की घटना पर शोक जताया और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। सीएम ने घटना की जांच के लिए कमेटी गठित की है। सीएम ने कमीश्नर विमल कुमार दुबे और डीआईजी कालानिधि नैथानी को घटना की जांच सौंपी है और कहा कि इसकी रिपोर्ट 12 घंटे के भीतर दें। कानपुर से भी चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंच रही हैं।

शुक्रवार की रात करीब ग्यारह बजे अचानक मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग प्रसूता विभाग से चीख पुकार के साथ लोग अपने अपने नवजात को बैड से उठाकर बाहर भागने लगे। घटना से वहां भगदड़ मच गईं। गर्भवती महिलाओं को भी परिजन लेकर दौड़े। सूचना पर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियों सहित पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया। फिलहाल मेडिकल कॉलेज में पूरी तरह से अंधेरा पसरा हुआ है। धुआं के चलते कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन और जिला प्रशासन के अलावा डीआईजी, कमीश्नर और डीएम भी मौके पर हैं।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। दूसरी ओर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक झांसी के लिए रवान हो गए हैं।

सरसों के साग और मक्के की रोटी के बिना अधूरी है सर्दी, नोट कर लें रेसिपी

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मक्की की रोटी के साथ सरसों दा साग रेसिपी: सर्दियों के व्यंजन में सरसों नु शाक और मकई की रोटी भी शामिल है। यह व्यंजन उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है. अब इसे गुजरात में भी खाया जाने लगा है. तो आज यहां द्वारा सरसों दा साग यानी सरसों का साग बनाने की विधि बताई जाएगी।

सरसों का साग बनाने के लिए सामग्री

  • 2 कप सरसों के पत्ते (कटे हुए)
  • 1 कप पालक के पत्ते (कटे हुए)
  • 1 मध्यम प्याज (बारीक कटा हुआ)
  • 2-3 लहसुन की कलियाँ (बारीक कटी हुई)
  • 3 बड़े चम्मच तेल
  • 1/2 चम्मच जीरा
  • / 2 चम्मच हल्दी
  • 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 1/2 चम्मच गरम मसाला
  • नमक स्वाद अनुसार
  • 1/4 कप पानी

सरसों का साग कैसे बनाये

  • – सरसों और पालक के पत्तों को अच्छे से धोकर काट लीजिए.
  • प्याज और लहसुन को बारीक काट लीजिये.
  • – पैन में तेल गर्म करें, जीरा डालें.
  • प्याज और लहसुन डालकर भूनें.
  • – सरसों और पालक के पत्ते डालकर भूनें.
  • हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला और नमक डालें।
  • पानी डालकर धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं.
  • सरसों का साग या सरसों दा साग, गरमागरम परोसें।

मक्के की रोटी कैसे बनाये

  • मक्के की रोटी के लिए एक बड़े कटोरे में मक्के का आटा लें, इसमें थोड़ा सा गेहूं का आटा मिला लें. – फिर इसमें नमक और तेल डालकर मिलाएं.
  • – फिर इसमें गुनगुना पानी डालकर आटा गूंथ लें. फिर इसे कुछ देर के लिए अलग रख दें.
  • – फिर एक बड़ा लूवो बनाएं और गीले हाथों से हथेली की सहायता से टीपी की रोटी बनाएं.
  • फिर इसे तवड़ी या तवी पर भून लें. आपकी कॉर्नब्रेड तैयार है.

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा दूसरी बार पिता बने, पत्नी रितिका ने बेटे को जन्म दिया

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रोहित शर्मा: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा दूसरी बार पिता बन गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित की पत्नी रितिका ने बेटे को जन्म दिया है। पिछले कुछ दिनों से खबर आ रही थी कि रोहित के घर जल्द ही खुशखबरी आने वाली है। यह रोहित और रितिका का दूसरा बच्चा है। इससे पहले उनकी एक बेटी समायरा भी है. समायरा का जन्म 30 दिसंबर 2018 को हुआ था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित के दूसरे बच्चे का जन्म 15 नवंबर यानी शुक्रवार को हुआ है। हालांकि, इस बारे में रोहित या रितिका की टीम की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। रोहित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 22 नवंबर से शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत का नेतृत्व करेंगे। भारतीय टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है, लेकिन रोहित भारत में ही हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलना संदिग्ध
रोहित शर्मा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में होने वाले पहले टेस्ट मैच में खेलना संदिग्ध है. रोहित अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं गए हैं, दूसरी बार पिता बनने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह पहला मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाते हैं या कुछ समय साथ बिताना चाहते हैं। उसका परिवार.

हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि वह शुरुआती टेस्ट में खेलेंगे या नहीं. ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि उन्हें इस बात की कोई पक्की जानकारी नहीं है कि रोहित पहले मैच के लिए उपलब्ध होंगे या नहीं. गंभीर ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. हम आगे बताएंगे कि स्थिति क्या है. उम्मीद है कि यह उपलब्ध होगा, लेकिन इस बारे में कुछ भी सीरीज के लॉन्च होने के बाद ही पता चलेगा।

मुंबई में प्रैक्टिस करते दिखे रोहित
हालांकि रोहित ऑस्ट्रेलिया नहीं गए हैं, लेकिन टीम से दूर रहने के बावजूद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। कुछ दिन पहले रोहित का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह मुंबई में नेट पर समय बिताते नजर आ रहे थे.

पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म में हैं रोहित
रोहित का बल्ला पिछले कुछ समय से शांत है और वह रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में रोहित का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। मौजूदा साल में रोहित ने 11 टेस्ट मैचों में 29.40 की औसत से 588 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और इतने ही अर्धशतक शामिल हैं. रोहित के लिए घरेलू सीज़न अच्छा नहीं रहा और उन्होंने पांच मैचों में 13.30 की औसत से 133 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है।

उत्तरी गुजरात में 4.2 तीव्रता का भूकंप, पाटन, पालनपुर और मेहसाणा के लोगों को झटका महसूस हुआ

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पाटण: आज दिवाली की रात उत्तर गुजरात की धरती हिल गई. जिसमें पाटन, मेहसाणा और बनासकांठा जिलों में 4.2 तीव्रता का भूकंप महसूस होने से लोगों में दहशत फैल गई है.

आज रात करीब 10:15 बजे पाटन में तेज भूकंप आया. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई. जबकि इस भूकंप का केंद्र पाटन से 23 किमी दक्षिण-पूर्व में दर्ज किया गया.

इस भूकंप के झटके पूरे उत्तरी गुजरात में महसूस किये गये. जिसमें पाटन जिले के हारिज और सामी तालुका, मेहसाणा जिले के सतलासाना तालुका और बनासकांठा जिले के डिसा और पालनपुर तालुका के लोगों को भूकंप का झटका महसूस हुआ.

अचानक आए भूकंप का झटका महसूस कर लोग सुरक्षा के लिए अपने घरों से बाहर भागे. हालांकि, भूकंप से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

सभी आपदा प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज दे सुक्खू सरकार : जयराम ठाकुर

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शिमला, 15 नवंबर (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने समेज और बागी पुल के आपदा प्रभावितों की तर्ज़ पर राज्य के सभी आपदा प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज देने का प्रदेश सरकार से आग्रह किया है।

शुक्रवार को एक बयान में जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समेज और बागी पुल के आपदा प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज दिए जाने का फैसला सरकार द्वारा बहुत देर से किया गया। जबकि केंद्र सरकार द्वारा इस बार हिमाचल प्रदेश को आपदा राहत के तहत जारी किए जाने वाला फंड एडवांस ही दे चुकी थी। हादसे के बाद ही हमने मांग की थी कि सामान्य मदद से कुछ नहीं होने वाला है। लोगों का बहुत नुकसान हुआ है। लोगों का सब कुछ बर्बाद हो गया है। इस आपदा के जख्म भरने में बहुत वक्त लगेगा। ऐसे में सरकार प्रदेश में इस मानसून में हुई भीषण तबाही पर आपदा के प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज के तहत ही मदद करें।

जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार इस बार के मानसून मौसम के दौरान प्रदेश भर में 101 से ज्यादा घटनाएं हुई है जिसमें भारी संख्या में जन-धन की हानि हुई है। ऐसे में सभी प्रभावितों को विशेष पैकेज के तहत एक समान राहत राशि वितरित की जाए। क्योंकि आपदा में किसी भी प्रकार प्रभावितों के साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा के तुरंत बाद ही प्रभावितों के तुरंत बाद ही राहत, बचाव कार्य और पुनर्वास के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए। लेकिन सरकार ने आर्थिक पैकेज की घोषणा करने में ही चार महीने का समय लगा दिया। अभी भी प्रदेश के सभी आपदा प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज देने की घोषणा नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को जल्दी से जल्दी सभी सुविधाएं दी जाएं और दरकार द्वारा जो घोषित किया गया है वह उन्हें समयबद्ध मिले। अगर सरकार ने हमारी बात सुनी होती तो आपदा प्रभावितों को बहुत पहले प्रभावी मदद मिल चुकी होती। इस मानसून के दौरान राज्य में बादल फटने व बाढ़ की कुल 54 घटनाएं हुई, जिसमें कुल 65 लोगों की जान गई है। जिसमें से 33 लोग अभी तक लापता है। इसके अतिरिक्त इस बार मानसून सीजन में भूस्खलन की कुल 47 घटनाएं भी हुईं। जिससे भी भारी जन-धन की हानि हुई।

जनजातीय गौरव दिवस समारोह के रूप में मनायी गयी बिरसा मुंडा की जयंती

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हरिद्वार, 15 नवंबर (हि.स.)। धरती अब्बा के रूप में प्रसिद्ध बिरसा मुंडा का 150 वां जन्म दिवस के उपलक्ष्य में विकास खंड बहादराबाद में जनजातीय गौरव दिवस समारोह आयोजित हुआ।

जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने राज्यसभा के सदस्य डॉ. कल्पना सैनी काे बुके देकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि राज्य सभा सासंद डॉ कल्पना सैनी, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह तथा ब्लॉक प्रमुख आशा नेगी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके बाद स्वागत समारोह में स्कूली छात्राओं द्वारा स्वागत गीत, गढ़वाली एवं जौनसारी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान उन्होने जनपद के लाभार्थियों को पोषण किट, आयुष्मान कार्ड, उज्वल योजना के तरह गैस सिलेंडर और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासों की चाबी सौंपी गई। इस दौरान बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 6900 करोड़ की योजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़कर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा।

मुख्य अतिथि डॉ. कल्पना सैनी ने अपने संबोधन में बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा जी देश के जनजातीय समुदायों के शौर्य, साहस, पराक्रम और बलिदान के प्रतीक हैं। हमें यह आजादी उपहार के रूप में नहीं मिली बल्कि इसके पीछे अनेकों कुर्बानी दी गई,आदिवासी जनजातियां जिस भी क्षेत्र में निवास करती है वहां वनों की, उत्पादन की और अपनी संस्कृति की अदम्य साहस के साथ रक्षा की।

जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने धरती अब्बा भगवान बिरसा की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज बिरसा मुण्डा की जयन्ती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश मे मनाई जा रही है। बिरसा मुण्डा ने हमारे देश, अपनी संस्कृति, हमारे परम्पराओं, हमारे मूल्यों के लिए अपने प्राणों की आहूति देकर अपनी छोटी सी आयु मे बड़ा कार्य किया था। उन्होने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस, जनजातीय समुदाय के संस्कृति विरासत के संरक्षण, राष्ट्रीय गौरव, वीरता तथा भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष मनाया जाता है। जनजातीय गौरव के सम्मान का यह दिवस देश के सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करने के साथ ही जनजातीय समाज के योगदान को सम्मानित करने का भी अवसर है।

जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य में कुल पांच जनजातीय निवास करती हैं। उनमें से एक जनजाति बुक्सा हमारे जनपद हरिद्वार में निवास करती है। हरिद्वार जनपद में चार ग्राम सभाओ में नौ बस्तियां हैं, जिसमें कुल 874 परिवार रहते हैं। सर्व के अनुसार 3952 लोग उन गांव में रहते हैं।

जनजातीय गौरव दिवस समारोह के अवसर पर बहादराबाद ब्लॉक के प्रांगण में बहुद्देशीय शिविर में समाज कल्याण, कृषि, पशुपालन विभाग ,स्वयं सहायता समूह, अक्षय ऊर्जा(उरेडा), स्वास्थ्य, ग्रामीण उद्योग वेग वृद्धि परियोजना, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, पोस्ट ऑफिस, महिला कल्याण आदि ने स्टॉलों के माध्यम से अपने-अपने उत्पाद प्रदर्शित करने के साथ ही जन-कल्याणकारी जो भी योजनाएं सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं, उनके सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी आगन्तुकों को दी।

इस दौरान सीएमओ आरके सिंह ,पीडी केएन तिवारी, डीडीओ वेदप्रकाश ,जिला समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा, यूपीसीएल ई.ई. दीपक सैनी, बीडीओ मानस मित्तल, सहायक सूचना विज्ञान अधिकारी यशपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए बदला सरकारी दफ्तरों में कामकाज का टाइम शेड्यूल

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नई दिल्ली, 15 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकारी दफ्तरों के कामकाज के समय में बदलाव किया गया है। सड़कों पर ट्रैफिक और उससे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में सभी सरकारी कार्यालय, दिल्ली सरकार, नगर निगम और केंद्र सरकार के कार्यालयों के कामकाज के समय में बदलाव किया गया है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आज इस आशय की एक पोस्ट सोशल मीडिया एक्स पर साझा की। इसमें कहा गया है कि सड़कों से ट्रैफिक और उससे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में स्थित सभी सरकारी कार्यालय अलग-अलग समय पर काम करेंगे।

नए शेड्यूल के तहत दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के कार्यालय सुबह 8.30 बजे से शाम 5.00 बजे तक, केंद्र सरकार के कार्यालय सुबह 9.00 बजे से शाम 5.30 बजे तक और दिल्ली सरकार के कार्यालय सुबह 10.00 बजे से शाम 6.30 बजे तक काम करेंगे। इस कदम का उद्देश्य व्यस्त समय के दौरान वाहनों की आवाजाही को कम करना है।

दिल्ली सरकार के इस कदम से अलग-अलग समय पर कार्यालय खुलने और बंद होने से सुबह और शाम के पीक आवर्स के दौरान ट्रैफिक का दबाव कम होगा और ट्रैफिक न होने के कारण इससे होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी।

गौरतलब है कि देश में दिल्ली में सबसे खराब प्रदूषण स्तर दर्ज किया गया है। पिछले दो दिनों से वायु गुणवत्ता लगातार “गंभीर” श्रेणी में रही। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बुधवार से ग्रैप-3 की पाबंदियां लगाई गई हैं। इसी के तहत दिल्ली में सरकारी दफ्तरों के कामकाज के समय में बदलाव किया गया है।

शुक्रवार को शहर की वायु गुणवत्ता 411 के एक्यूआई के साथ गंभीर श्रेणी में थी।

दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण शुक्रवार से ही राजधानी के सभी प्राथमिक विद्यालयों को अगले निर्देश तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने की हिदायत दे रखी है।

आदिवासी क्षेत्र के विकास कार्य धनाभाव में कभी अवरुद्ध नहीं होंगे : भूपेन्द्र पटेल

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आहवा, 15 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को डांग जिला मुख्यालय आहवा में राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस पर 102.87 करोड़ रुपये के लगभग 37 विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने लगभग 548 लाभार्थियों को अनुमानित 234 करोड़ के योजनागत लाभों का वितरण भी किया। आदिजाति बहुल डांग में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर वंदन करते हुए उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आदिवासी समुदाय स्वतंत्रता के बाद दशकों तक विकास से वंचित रहे थे। आज आदिजाति विकास में गुजरात अग्रसर है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वनबंधु कल्याण योजना की शुरुआत करवा कर आदिजाति समुदाय के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केन्द्रित किया था। दस सूत्री आधारित इस योजना के अंतर्गत रोड कनेक्टिविटी, स्थानीय स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी की व्यवस्था की गई है। वनबंधु कल्याण योजना से बेटियों की शिक्षा का स्तर सुधरा है तथा आदिजाति समुदाय में साक्षरता की दर बढ़ी है। अब आदिजाति क्षेत्र में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज सहित उच्च शिक्षा की सुविधाएं मिल रही हैं। वलसाड, दाहोद, बनासकांठा, गोधरा (पंचमहाल) सहित आठ मेडिकल कॉलेज आदिजाति क्षेत्रों में हैं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि आदिजाति क्षेत्र के विकास कार्य धनाभाव में कभी अवरुद्ध नहीं होंगे। जनजातीय सशक्तीकरण के माध्यम से विकसित भारत का संकल्प साकार होगा। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि वे विकसित गुजरात से विकसित भारत बनाने के लिए कटिबद्ध हों। पटेल ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत देश के 63 हजार से अधिक आदिवासी गांवों के पांच करोड़ से अधिक वनबंधुओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। पहली बार ऐसी कल्याणकारी योजना अंतर्गत शत प्रतिशत जनजातीय समुदाय को लाने का लक्ष्य इस अभियान में रखा गया है। कार्यक्रम में आदिजाति विकास मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोर और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

डॉ. डिंडोर ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान पर प्रकाश डालते हुए इस जनजातीय गौरव दिवस पर राज्यव्यापी आयोजन की रूपरेखा दी। उन्होंने कहा कि आदिजाति समाज को गुमराह करने वाले तत्वों के विरुद्ध सनातन हिन्दू संस्कृति के जतन-संवर्धन के लिए योगदान देने वाले, अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले लोगों का इतिहास साक्षी है। विजयभाई पटेल ने डांग की जल समस्या के स्थायी निवारण के लिए दिए गए प्रोजेक्ट सहित जिले को मिले श्रृंखलाबद्ध विकास कार्यों की झांकी प्रस्तुत की।

प्रधानमंत्री की उपस्थिति में बिहार स्थित जमुई में आयोजित राष्ट्री स्तर के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी आहवा में सभी ने दृश्य-श्राव्य माध्यम से देखा। मुख्यमंत्री व महानुभावों ने वलसाड-डांग के सांसद धवलभाई पटेल द्वारा लिखित मोदी विद ट्राइबल्स पुस्तक का अनावरण किया। जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए विकास रथ को भी महानुभावों ने प्रस्थान कराया। योजनाओं के लाभार्थियों ने मंच से अपनी साफल्य गाथा प्रस्तुत की।

कार्यक्रम के आरंभ में राज्य के आदिजाति विकास आयुक्त सुप्रीत सिंह गुलाटी ने महानुभावों का स्वागत किया, जबकि अंत में डांग जिला कलेक्टर महेश पटेल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में वलसाड-डांग के सांसद तथा लोकसभा के सचेतक धवलभाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष निर्मलाबेन गाइन, राजवी, धार्मिक अग्रणी, जनप्रतिनिधि, आदिजाति समाज के अग्रणी, आदिजाति विभाग के अपर मुख्य सचिव जेपी गुप्ता, केन्द्र सरकार के नोडल अधिकारी प्रदीप सिंह, जिला विकास अधिकारी राज सुधार, जिला पुलिस अधीक्षक यशपाल जगाणिया तथा बड़ी संख्या में आदिजाति परिवार उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गुरूग्राम अस्पताल का नाम श्री गुरु नानक देव किया

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चंडीगढ़, 15 नवम्बर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने 14 नवम्बर को विधानसभा सत्र में गुरूग्राम में लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 700 बेड के सरकारी अस्पताल का नामकरण श्री गुरू नानक देव जी के नाम पर करने का फैसला किया है। इसके अलावा आज प्रकाश पर्व पर किसानों को 300 करोड़ रुपये की बोनस की दूसरी किस्त जारी की है।

मुख्यमंत्री शुक्रवार काे पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहिब में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सदैव किसान व समाज हित में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरसा में चिल्ला साहिब गुरुद्वारा की 77 एकड़ भूमि भी गुरूघर के नाम करने का निर्णय लिया है। इस भूमि की लगातार मांग चली आ रही थी। श्री गुरु नानक देव जी इस भूमि पर आए और 40 दिन तक लगातार तपस्या की। इसलिए सरकार ने यह भूमि गुरूद्वारे को सौंप दी। यह हम सब के लिए बड़े गौरव की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एचएसवीपी के 7000 प्लाट धारकों की इनहांसमेंट समस्याओं का निवारण करने के लिए आज पोर्टल लांच किया गया है। यह पोर्टल लगातार छह माह तक खुला रहेगा और इनकी समस्याओं का निवारण करेगा। इसके अलावा किसानों को उनकी भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने की जानकारी देने के लिए मृदा कार्ड बनाए जाएगें। हर तीन साल के बाद किसानों की भूमि के मृदा कार्ड बनाए जाते हैं। अब 40 लाख किसानों के मृदा कार्ड बनाकर जारी किए जाएंगे जो किसानों को भूमि की उत्तम स्वास्थ्य की जानकारी देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वे गुरुद्वारा नाडा साहिब में प्रदेश के नागरिकों की खुशहाली और समृद्धि की कामना करने के लिए आए है।

चंडीगढ़ में विधानसभा भवन बनाने के लिए मिलने वाली भूमि को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के हित में निर्णय ले तो सही होगा। इसके साथ ही किसानों की फसल खरीदने का कार्य भी करे। पंजाब सरकार अपनी कमियां छुपाने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार लोगों के हित में निर्णय लेती तो हरियाणा में लोग उन्हें हराने का कार्य नहीं करते। इसी प्रकार पंजाब के लोग आप सरकार के लिए भी ऐसा ही कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू नानक देव जी ने सदियों पहले मानवता को ‘किरत करो, नाम जपो और वंड छको’ का पाठ पढ़ाया। बाबा नानक की वाणी और शिक्षा को प्रदेश सरकार ने सर्वोपरि माना है। आध्यात्मिक बोध, सांसारिक समृद्धि और सामाजिक समरसता के लिए श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को सदा याद किया जाता रहेगा।

इस मौके सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हरियाणा के चेयरमैन बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है जिन्होंने किसान हित में अनेक निर्णय लिए है। इसके अलावा श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर हॉस्पिटल का नाम और सिरसा गुरुद्वारे की भूमि सौंपने का नेक कार्य किया है।