Monday, December 22, 2025
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सरकार ने मनरेगा और लोकतंत्र दोनों पर बुलडोजर चला दिया…, VB G RAM G Act पर राहुल गांधी का नया वार

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर विकसित भारत-रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 (VB-G RAM-G विधेयक) पर संसद में चर्चा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधेयक विकास लाने के लिए नहीं, बल्कि विनाश लाने के लिए है, जिसका खामियाजा भारतीयों को अपनी आजीविका खोकर भुगतना पड़ेगा।
 

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गांधी ने लिखा कि कोई सार्वजनिक चर्चा नहीं, संसद में कोई विचार-विमर्श नहीं, राज्यों की सहमति नहीं – मोदी सरकार ने एमजीएनआरईजीए और लोकतंत्र दोनों पर ही बुलडोजर चला दिया है। यह विकास नहीं, बल्कि विनाश है – जिसका खामियाजा लाखों मेहनतकश भारतीयों को अपनी आजीविका खोकर भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी जी का यह लेख अवश्य पढ़ें, जो इस गंभीर मुद्दे के हर पहलू को उजागर करता है।
संसद ने 18 दिसंबर को विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) (VB-G RAM G) विधेयक पारित किया और 21 दिसंबर को राष्ट्रपति की मंजूरी प्राप्त हुई। विधेयक के अनुसार, ग्रामीण परिवारों के प्रत्येक वयस्क सदस्य को अकुशल शारीरिक श्रम करने के लिए वर्तमान 100 दिनों के बजाय 125 दिनों का मजदूरी रोजगार सुनिश्चित किया जाएगा। विधेयक की धारा 22 के अनुसार, केंद्र और राज्यों के बीच निधि बंटवारे का अनुपात 60:40 होगा। 
 

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पूर्वोत्तर राज्यों, हिमालयी राज्यों और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर सहित केंद्र शासित प्रदेशों के लिए यह अनुपात 90:10 होगा। विधेयक की धारा 6 के तहत राज्य सरकारें वित्तीय वर्ष में 60 दिनों तक की अवधि को अग्रिम रूप से अधिसूचित कर सकती हैं, जिसमें बुवाई और कटाई जैसे कृषि के चरम मौसम शामिल होंगे। इसी बीच, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक में एक संपादकीय लेख में केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए उस पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एमजीएनआरईजीए) और अन्य महत्वपूर्ण कानूनों में प्रस्तावित परिवर्तनों के माध्यम से अधिकार-आधारित विधायी ढांचे को नष्ट करने का आरोप लगाया।

20 मिलियन डॉलर का निवेश! भारत-न्यूजीलैंड के बीच FTA का ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके न्यूजीलैंड समकक्ष क्रिस्टोफर लक्सन ने सोमवार को दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने के लिए टेलीफोन पर बातचीत कीदोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से इस महत्वाकांक्षी समझौते के संपन्न होने की घोषणा की, जो रिकॉर्ड नौ महीनों में साकार हुआ दोनों नेताओं ने आर्थिक संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित करने के प्रति आशावाद व्यक्त किया, जिसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करना और आगामी 15 वर्षों में भारत में न्यूजीलैंड से 20 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश आकर्षित करना है। एक्स पर हुए महत्वपूर्ण समझौते के बारे में जानकारी देते हुए लक्सन ने कहा कि भारत को न्यूजीलैंड के 95% निर्यात पर टैरिफ हटा दिए गए हैं।

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लक्सन ने पोस्ट किया कि न्यूजीलैंड-भारत मुक्त व्यापार समझौते के समापन के बाद मैंने अभी-अभी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। इस मुक्त व्यापार समझौते से भारत को होने वाले हमारे 95% निर्यात पर शुल्क कम हो गया है या पूरी तरह से हटा दिया गया है। अनुमान है कि अगले दो दशकों में न्यूजीलैंड से भारत को होने वाला निर्यात प्रति वर्ष 1.1 अरब डॉलर से 1.3 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि इस कदम से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और न्यूजीलैंड के लोगों को अधिक वेतन मिलेगा क्योंकि उन्हें दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक तक पहुंच प्राप्त होगी।

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व्यापार को बढ़ावा देने का मतलब है न्यूजीलैंड में अधिक रोजगार, अधिक वेतन और मेहनती न्यूजीलैंडवासियों के लिए अधिक अवसर। यह समझौता हमारे दोनों देशों के बीच मजबूत मित्रता को और मजबूत करता है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, और इससे न्यूजीलैंड के व्यवसायों को 1.4 अरब भारतीय उपभोक्ताओं तक पहुंच प्राप्त होगी

Epstein Files से किसने गायब की थीं ट्रंप की तस्वीरें? सवाल उठे तो अमेरिकी न्याय विभाग ने क्या नया बताया

चमकती रोशनियां, आलीशान महल, निजी जेट और बंद दरवाजों के पीछे छिपी एक ऐसी दुनिया जहां ताकत, पैसा और रसूख एक दूसरे में खुलकर बड़े स्कैंडल को अंजाम दे रहे थेयह किसी फिल्म की कहानी नहीं हैयह हकीकत हैयह कहानी है जेफरी एबस्टीन की और उन रहस्यमई फाइलों की जिन्हें दुनिया सालों से सामने आने का इंतजार कर रही हैइन फाइलों में दुनिया के बड़े चेहरों के सेक्स स्कैंडल का खुलासा हैकई पूर्व राष्ट्रपति, बड़े बिजनेस कारोबारी और ऐसे तमाम लोग हैं जिन्हें दुनिया बेहद कामयाब मानती हैलेकिन अब सवाल उठ रहा है कि इस फाइल में क्या राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फोटो और कारनामे छिपे थे? क्या इन्हें अब गायब कर दिया गया है?

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एपस्टीन से जुड़े एक पुरानी तस्वीर जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिया जा रहा था। क्या वो तस्वीर 24 घंटे के अंदर ऑनलाइन प्लेटफार्म से हटा दी गई? दावा किया गया कि जो दस्तावेज सार्वजनिक पोर्टल से हटे हैं उनमें ऐसी कई तस्वीरें और फाइलें थी जो एफसीन की निजी संपत्ति से जुड़ी बताई जा रही थी। इनमें उसके घर में मौजूद कलाकृतियों, फर्नीचर और निजी ड्रर से जुड़ी तस्वीरें शामिल थी। कुछ तस्वीरों को लेकर दावा किया गया कि वे आपत्तिजनक प्रकृति की थी। इन फाइलों में एक फोटो ऐसी भी थी जिसमें जेफरी एस्टीन के साथ डोनल्ड ट्रंप, उनकी पत्नी मिलानिया ट्रंप और घिसलेन मैक्सवेल नजर आ रहे थे।

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अमेरिकी उप अटॉर्नी जनरल टॉड ब्लैंच ने कहा कि जेफरी एपस्टीन फाइलों से डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर सहित अन्य तस्वीरों को हटाने का राष्ट्रपति से कोई संबंध नहीं है। न्याय विभाग ने एक दिन पहले हटाई गई ट्रंप की तस्वीर को बहाल कर दिया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि उसने यह निष्कर्ष निकालने के बाद तस्वीर को बहाल किया कि दिवंगत यौन अपराधी के पीड़ितों के लिए इस तस्वीर के सार्वजनिक होने का कोई खतरा नहीं है। शनिवार को बिना किसी स्पष्टीकरण के इसे हटाए जाने के बाद डेमोक्रेट्स ने राष्ट्रपति के पक्ष में राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप लगाए, जो एपस्टीन के पूर्व मित्र थे। ब्लैंच ने कहा कि पीड़ित सहायता समूहों के अनुरोध पर कुल 16 तस्वीरें हटाई गई हैं। ब्लैंच ने बताया कि तस्वीरों की जांच जारी है और यह तय होने के बाद कि उनमें कोई बदलाव करने की आवश्यकता है या नहीं, उन्हें संभवतः दोबारा अपलोड कर दिया जाएगा।

Kerala: पथनमथिट्टा में मवेशियों पर हमला करने वाला बाघ पकड़ा गया

केरल के पथनमथिट्टा जिले में आबादी वाले इलाकों में घुसकर मवेशियों पर हमला करने वाले एक वयस्क बाघ को सोमवार को पकड़ लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वडासेरीकारा के पास कुंबलथमन क्षेत्र में पिछले दो महीनों से इस बाघ की मौजूदगी की खबरें मिल रही थीं। यह बाघ लगातार पालतू जानवरों को अपना शिकार बना रहा था।
वन विभाग के कर्मियों ने इलाके में कैमरे लगाए, जिससे बाघ की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी।

अधिकारियों ने बताया कि वन क्षेत्र से सटे कुंबलथमन में इस बाघ ने कई भैंसों, कुत्तों और बकरियों को मार डाला था। उन्होंने बताया कि रविवार को एक सुनसान जगह पर एक बकरी मरी पाई गई, बाघ ने ही उसका शिकार किया था।

इसके बाद, वन विभाग के अधिकारियों ने बकरी के कंकाल को एक पिंजरे के पास प्रलोभन के रूप में रखा।
उन्होंने बताया कि सोमवार तड़के जब बाघ वहां गया तो वह पिंजरे में फंस गया। पकड़े गए बाघ को चिकित्सीय जांच के लिए पास के वन केन्द्र ले जाया जाएगा।

एक अधिकारी ने बताया कि बाद में यह निर्णय लिया जाएगा कि बाघ को वापस जंगल में छोड़ा जाए या उसे निगरानी में रखा जाए।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हालांकि मवेशियों के मारे जाने की घटनाओं से स्थानीय निवासियों में दहशत थी, लेकिन इस बाघ ने कभी इंसानों पर हमला नहीं किया।

Gurugram में सातवीं कक्षा की छात्रा से कई महीने तक बलात्कार, बच्चे को दिया जन्म; आरोपी गिरफ्तार

गुरुग्राम में बलात्कार पीड़िता 15 वर्षीय एक किशोरी ने एक बच्चे को जन्म दिया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
सातवीं कक्षा की छात्रा ने सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया।

पुलिस ने एक निजी कंपनी में काम करने वाले 34 वर्षीय आरोपी राजेश को दिसंबर 2024 और मार्च के बीच किशोरी से कई बार बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, राजेश ने इस साल फरवरी में अपना किराये का मकान खाली कर दिया था, क्योंकि उसे एहसास हो गया था कि शायद उसी की वजह से किशारी गर्भवती हुई है।
पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ सेक्टर 10 थाने में मामला दर्ज किया गया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पूर्व में खारिज हुआ था अरावली पर्वतमाला के 100 मीटर का फॉर्मूला, अब इसकी सिफारिश क्यों: Gehlot

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अरावली की परिको लेकर उपजे विवाद के बीच, रविवार को सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने उस ‘100 मीटर’ फॉर्मूले को क्यों मान्यता दी, जिसे उच्चतम न्यायालय ने 2010 में ही खारिज कर दिया था।
उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर अरावली को खनन माफिया के हवाले करने की कोशिश कर राज्य के भविष्य को खतरे में डालने का आरोप लगाया।

गहलोत का 100 मीटर फॉर्मूले से तात्पर्य केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत गठित एक समिति की अरावली पर्वतमाला की परिसंबंधी हालिया सिफारिशों से था, जिसे उच्चतम न्यायालय ने 20 नवंबर को स्वीकार कर लिया था।

नयी परिके अनुसार, “अरावली पर्वतमाला, निर्दिष्ट अरावली जिलों में स्थित ऐसी स्थलाकृति है जिसकी ऊंचाई स्थानीय भू-भाग से 100 मीटर या उससे अधिक हो और 500 मीटर की दूरी के भीतर स्थित दो या दो से अधिक ऐसी पहाड़ियों का समूह है।”

गहलोत ने दोहराया कि नयी परिसे राज्य की 90 प्रतिशत पर्वतमाला नष्ट हो जाएगी।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने रविवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा अनुमोदित परिसे अरावली क्षेत्र का 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ‘संरक्षित क्षेत्र’ के अंतर्गत आ जाएगा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौर ने भी दिन में गेहलोत के दावे को ‘बेबुनियाद और भ्रामक’ बताते हुए कहा था कि नया ढांचा ‘पहले से अधिक सख्त’ और ‘अधिक वैज्ञानिक’ है।

गहलोत ने राठौर के बयान के बाद कहा कि 2003 में एक विशेषज्ञ समिति ने आजीविका और रोजगार के परिप्रेक्ष्य से ‘100 मीटर’ की परिकी सिफारिश की थी।
उन्होंने कहा, “इस सिफारिश पर अमल करते हुए तत्कालीन राज्य सरकार ने 16 फरवरी 2010 को न्यायालय में एक हलफनामा दाखिल किया। हालांकि, न्यायालय ने केवल तीन दिनों के भीतर ही इस परिको खारिज कर दिया।”

गहलोत ने कहा कि उनकी तत्कालीन सरकार ने न्यायपालिका के आदेश को स्वीकार किया और बाद में भारतीय वन सर्वेक्षण के माध्यम से अरावली क्षेत्र का मानचित्रण करवाया।

उन्होंने कहा, “हमारी कांग्रेस सरकार ने अरावली में अवैध खनन का पता लगाने के लिए रिमोट सेंसिंग के उपयोग के निर्देश दिये थे। 15 जिलों में सर्वेक्षण के लिए सात करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था।”

पूर्व मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी बताया कि पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों को अवैध खनन पर अंकुश लगाने की सीधी जिम्मेदारी दी गई थी।
गहलोत ने कहा, “अब सवाल यह है कि राजस्थान की वर्तमान सरकार ने केंद्र की एक समिति को उसी परिका समर्थन और सिफारिश क्यों की, जिसे न्यायालय ने 2010 में पहले ही खारिज कर दिया था।”
उन्होंने आशंका जताई कि इसके पीछे दबाव या कोई बड़ी साजिश रही होगी।

Amit Shah ने महाराष्ट्र के निकाय चुनावों में महायुति के प्रदर्शन को सुशासन की राजनीति की जीत बताया

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र की जनता द्वारा दिए गए भारी समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि चुनाव परिणाम सुशासन और विकास की राजनीति की जीत का प्रतीक है।

भाजपा के एक बयान के अनुसार, शाह ने कहा कि चुनावों में महायुति की जीत केंद्र और राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकारों द्वारा समाज के हर वर्ग के कल्याण के दृष्टिकोण पर जनता के आशीर्वाद का भी प्रतिबिंब है।

भाजपा ने शाह के हवाले से कहा, केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में महायुति को मिले जबरदस्त समर्थन के लिए महाराष्ट्र की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया।

भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन ने भी स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति को विजयी बनाने के लिए महाराष्ट्र की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि चुनाव परिणाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में लोगों के विश्वास को दर्शाता है।

महायुति की चुनावी सफलता को ऐतिहासिक बताते हुए नवीन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजित पवार तथा भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख रवींद्र चव्हाण को बधाई दी।
नवीन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, धन्यवाद, महाराष्ट्र।

Delhi की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में, धुंध की मोटी चादर छाई

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह धुंध की मोटी चादर छाई रही, वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई और शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 366 रहा। सीपीसीबी ने यह जानकारी दी।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के सात वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया, जिसमें नरेला 418 के सूचकांक के साथ सबसे अधिक प्रदूषित रहा।

सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा , 51 से 100 को संतोषजनक , 101 से 200 को मध्यम , 201 से 300 को खराब , 301 से 400 को बेहद खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर माना जाता है।

वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (एक्यूईडब्ल्यूएस) के मुताबिक, अगले तीन दिन तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही रहने की संभावना है। इसके बाद अगले छह दिनों के दौरान इसके बेहद खराब और गंभीर श्रेणियों के बीच रहने का अनुमान है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि वर्तमान में हवा की औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम है, जो प्रदूषक तत्वों के बिखराव के लिए अनुकूल नहीं है।
विभाग के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मेडे मेडे मेडे! मुंबई जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग, हवा में इंजन ऑयल प्रेशर ज़ीरो हुआ

एयर इंडिया का एक बोइंग 777-300ER विमान (VT-ALS) जो दिल्ली से मुंबई के लिए फ्लाइट AIC 887 ऑपरेट कर रहा था, सोमवार (22 दिसंबर) को एक “गंभीर खराबी” के बाद दिल्ली लौट आया। एयरलाइन ने बताया कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के अनुसार, तकनीकी खराबी के कारण उड़ान भरने के तुरंत बाद फ्लाइट वापस लौट आई। विमान दिल्ली में सुरक्षित उतर गया, और यात्रियों और क्रू को उतार लिया गया। शुरुआत में, सूत्रों ने बताया कि बीच हवा में दाहिने इंजन को बंद कर दिया गया था। इसके बाद, सुबह 6:40 बजे फ्लाइट के लिए पूरी इमरजेंसी घोषित कर दी गई।
 

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बोइंग 777-337 ER विमान से संचालित फ्लाइट AI887 सुबह 3.20 बजे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुई थी, जब पायलटों ने दाहिने इंजन, जिसे इंजन नंबर 2 के रूप में पहचाना गया, में असामान्य रूप से कम तेल का दबाव देखा। इसके बाद तेल का दबाव घटकर शून्य हो गया, जिससे मानक आपातकालीन प्रक्रियाएं शुरू हुईं और बेस पर लौटने का फैसला किया गया। विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतरा, और सभी यात्री और चालक दल सामान्य रूप से उतर गए। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

हवा में तकनीकी खराबी का पता चला

एयर इंडिया ने पुष्टि की कि इंजन पैरामीटर चेतावनी के बाद फ्लाइट क्रू ने स्थापित सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार काम किया। एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, “22 दिसंबर को दिल्ली से मुंबई जाने वाली फ्लाइट AI887 का संचालन करने वाले क्रू ने मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार एक तकनीकी खराबी के कारण टेक-ऑफ के तुरंत बाद दिल्ली लौटने का फैसला किया। विमान दिल्ली में सुरक्षित रूप से उतरा और यात्री और चालक दल उतर गए हैं।”
 

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एयरलाइन ने कहा कि विमान की आवश्यक तकनीकी जांच की जा रही है और पूरी मंजूरी के बाद ही सेवा फिर से शुरू की जाएगी।

यात्रियों की मदद की गई, वैकल्पिक व्यवस्था की गई

एयरलाइन ने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर उसके ग्राउंड स्टाफ ने प्रभावित यात्रियों को तत्काल सहायता प्रदान की, और उन्हें जल्द ही मुंबई ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
प्रवक्ता ने कहा, “एयर इंडिया इस अप्रत्याशित स्थिति के कारण हुई असुविधा के लिए ईमानदारी से खेद व्यक्त करता है। हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा और भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

एक और तकनीकी खराबी के कुछ दिनों बाद हुई यह घटना

यह घटना 18 दिसंबर की रात को विशाखापत्तनम जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट के गन्नवरम हवाई अड्डे पर रद्द होने के कुछ दिनों बाद हुई है, जब उड़ान से पहले इंजन से संबंधित तकनीकी खराबी का पता चला था।
उस फ्लाइट में कई हाई-प्रोफाइल यात्री सवार थे, जिनमें पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री के अचन्नायडू और वरिष्ठ YSRCP नेता बी सत्यनारायण शामिल थे। विजयवाड़ा एयरपोर्ट के डायरेक्टर लक्ष्मीकांत रेड्डी ने बताया कि विमान के टैक्सीिंग के दौरान यह समस्या सामने आई, जिसके कारण उसे रात करीब 8.30 बजे बे में वापस लौटना पड़ा।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि इंजन की समस्या उड़ान भरने से पहले ही पता चल गई थी और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फ्लाइट कैंसिल कर दी गई। यात्रियों को होटल में रहने की सुविधा दी गई, साथ ही उन्हें पूरे रिफंड या मुफ्त रीशेड्यूलिंग का ऑप्शन भी दिया गया।
हालांकि एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने दोहराया कि ये फैसले सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिए गए थे, लेकिन लगातार हुई इन घटनाओं ने व्यस्त ट्रैवल सीजन के बीच विमान के रखरखाव और ऑपरेशनल जांच पर फिर से ध्यान दिलाया है।

Kushinagar में 26 दिन से लापता महिला का शव गन्ने के खेत में मिला

कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में 26 दिन से लापता एक महिला का शव गन्ने के खेत से बरामद किया गया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि महिला की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी गई जिसका संदेह उसके एक दूर के रिश्तेदार पर है।

पुलिस के अनुसार नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में बीते 26 नवंबर की शाम को 40 वर्षीय महिला खेत की ओर गई थी, लेकिन काफी समय बाद भी वापस नहीं आई। दो दिन तक तलाश के बाद 29 नवंबर को महिला के बेटे ने उसके गायब होने की सूचना पुलिस को दी और पुलिस महिला की तलाश में जुट गई।

पुलिस के अनुसार जांच में महिला के दूर के रिश्तेदार बसंत निवासी पिपरहिया थाना रामकोला की भूमिका संदिग्ध पाई गई। एक अधिकारी के अनुसार पुलिस उसके घर पहुंची तो वह फरार मिला और उसका मोबाइल भी बंद था।

पुलिस के अनुसार शनिवार देर शाम पुलिस ने उसकी लोकेशन के आधार पर उसे उसके घर से पकड़ा। प्रारंभिक पूछताछ में तो उसने इस घटना से अनभिज्ञता जताई, पर सख्ती बरतने पर उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

पुलिस ने गन्ने के खेत से क्षत-विक्षत शव बरामद कर आवश्यक कार्रवाई पूरी की। फॉरेसिंक टीम ने भी जरूरी साक्ष्य एकत्रित किए।
नेबुआ नौरंगिया के थानाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और पोस्टमार्टम के बाद डीएनए जांच कराई जाएगी।