पहलगाम आतंकी हमले और इसके बाद जोर पकड़ते भारत और पाकिस्तान संघर्ष के बीच शनिवार शाम सीजफायर की खबर आई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्ष 10 मई शाम 5 बजे से ही सभी तरह की सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हुए हैं। भारत की ‘निर्णायक’ लड़ाई से सहमे पाकिस्तान ने पांचवें दिन ही घुटने टेक दिए। पाकिस्तान के अनुरोध के बाद भारत ने युद्धविराम की घोषणा की। इससे घबराए पाकिस्तान ने देर रात अमेरिका, तुर्किये और सऊदी अरब से मदद की गुहार लगाई। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियों और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। इसके बाद रूबियों ने पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर को उकसावे की कार्रवाई बंद करने की नसीहत दी।
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आतंकी ठिकाने नष्ट हुए
भारतीय सेनाओं ने 6-7 मई की रात एक साथ आतंकवादियों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें पांच ठिकाने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) में थे और चार ठिकाने पाकिस्तान के अंदर । भारत के इस ऐक्शन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैबा के हेडक्वॉर्टर्स और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के बड़े ट्रेनिंग सेंटर को एक साथ ध्वस्त किया गया। भारत ने 9 घंटे बाद दुनिया के सामने अपनी इस कार्रवाई का सबूतों के साथ ऐलान भी कर दिया और कहा कि सभी हमले पूरी तरह सफल रहे।
बड़े टारगेट और उससे भी बड़ा नतीजा
आतंकवादियों पर भारत की यह सबसे बड़ी स्ट्राइक थी। इसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैबा के पांच मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी मारे गए। इनमें जैश के आतंकी हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर (जैश सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार) और मोहम्मद हसन खान मारे गए। वहीं, लश्कर के मुदस्सर खादियान खास उर्फ मुदस्सर और खालिद उर्फ अबू अक्शा भी ढेर हुए। ये सभी आतंक फैलाने के लिए धन जुटाने से लेकर, आतंकियों को ट्रेनिंग देने और भारत में आतंकी हमले करवाने का काम करते थे।
घुसकर, चुन-चुनकर मारने का दम दिखाया
सेनाओं के ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने दिखाया कि आतंकवाद और आतंकवादियों के खात्मे के लिए भारत घर में घुसकर और चुन-चुनकर वार कर सकता है। लाहौर, कराची, रावलपिंडी तक पहुंच दिखाकर हमारी सेनाओं ने आतंकियों को ध्वस्त करने के साथ ही भारत में पाकिस्तान की तरफ से हो रहे हमलों का भी करारा जवाब दिया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के लाहौर, कराची, रावलपिंडी समेत कई सैन्य ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर यह दिखाया कि जरूरत पड़ने पर भारत बड़ा मिलिट्री ऐक्शन लेने से बिल्कुल नहीं चूकेगा।
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आर्ड फोर्सेस का जबरदस्त कोऑर्डिनेशन
पूरे ऑपरेशन में भारत की सशस्त्र सेनाओं का जबरदस्त कोऑर्डिनेशन दुनिया ने देखा। आतंकी ठिकाने ध्वस्त करने से लेकर पाकिस्तान की तरफ से हुए ड्रोन और मिसाइल अटैक को नाकाम कर सशस्त्र सेनाओं ने दिखाया कि उनकी निगहबानी में देश पूरी तरह सुरक्षित है। एक साथ सैकड़ों ड्रोन अटैक फेल कर और पाकिस्तान की मिसाइलें गिराकर भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने ताकत दिखाई। साथ ही, पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर यह भी दिखाया कि भारत के पास हाईएंड टेक्नॉलजी है।
डिप्लोमेसी का दम
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने सीना ठोकर दुनिया के सामने कहा कि आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर फोरम पर दुनिया को साफ संदेश दिया कि पाकिस्तान आतंकवाद फैला रहा है और उसके सबूत भी दुनिया के सामने रखे। भारत की डिप्लोमेसी की ताकत ऑपरेशन शुरू होने के साथ से ही दिखती रही। दुनिया के कई देशों ने आतंकवाद के खिलाफ बयान दिया और आतंक को सपोर्ट करने वाले की खुलेआम निंदा की। साथ ही, भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।