प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपना संबोधन दिया। उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण की सराहना करते हुए कहा कि यह देश की उपलब्धियों को रेखांकित करने वाला, मार्गदर्शक और प्रेरणादायक था। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति का अभिभाषण प्रभावी और प्रेरणादायक था, जिसने हम सभी को आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया।”
कांग्रेस पर तीखा हमला
अपने संबोधन की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी भूल होगी। यह उनकी विचारधारा और नीतियों के अनुरूप नहीं है, क्योंकि उनकी पूरी राजनीति केवल एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है।”
राज्यसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि “कांग्रेस के मॉडल में परिवार सर्वोपरि है, जबकि हमारे विकास का मॉडल ‘राष्ट्र प्रथम’ की सोच पर आधारित है।” उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता ने बीजेपी के विकास मॉडल को समझा और परखा है, इसलिए उसका समर्थन भी किया है।
पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें
- ‘सबका साथ, सबका विकास’ की जिम्मेदारी हम सभी की है। यही कारण है कि देश की जनता ने हमें इस सदन में बैठने का अवसर दिया है।
- कांग्रेस का राजनीतिक मॉडल झूठ, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का मिश्रण रहा है। कांग्रेस की नीति और कार्यशैली केवल एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमती रही है।
- OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग दशकों से की जा रही थी। तीन दशकों से सभी दलों के OBC सांसद इस मांग को सरकार के सामने रखते आए थे, लेकिन कांग्रेस ने इसे लगातार नकार दिया। हमारी सरकार ने समुदाय की इस मांग का सम्मान करते हुए OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया।
प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन के दौरान सदन में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली। उनके इस भाषण को 2024 के आम चुनावों से पहले बीजेपी की रणनीति के हिस्से के रूप में भी देखा जा रहा है।