नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज झारखंड के चाईबासा स्थित एमपी-एमएलए विशेष अदालत में पेश होंगे। यह पेशी 2018 में गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़े मानहानि के एक मामले में हो रही है। इस मामले में अदालत ने पहले गैर-जमानती वारंट जारी किया था। झारखंड उच्च न्यायालय ने इस वारंट को आज तक के लिए स्थगित कर दिया था। झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, वह 10 जून को एमपी-एमएलए अदालत में पेश होंगे। गांधी के निर्धारित आगमन से पहले पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राहुल गांधी को 26 जून को पेश होने का निर्देश दिया गया था
अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) (सदर) संदीप अनुराग टोपनो ने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन ने गांधी की यात्रा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है।
टोपनो ने बताया कि टाटा कॉलेज ग्राउंड में एक हेलीपैड बनाया गया है, जहां बुधवार सुबह 10 बजे के आसपास राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर उतरेगा।
एसडीओ ने कहा, ‘‘उनके सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर अदालत में पेश होने की संभावना है और अदालती कार्यवाही के बाद वह रांची लौट जाएंगे।’’
गांधी ने दो जून को झारखंड उच्च न्यायालय में विशेष अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें उन्हें 26 जून को पेश होने का निर्देश दिया गया था।
वकील ने 10 जून को उच्च न्यायालय को सूचित किया था
कांग्रेस सांसद के वकील ने 10 जून को उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि उनके मुवक्किल निर्धारित दिन पर पेश नहीं हो पाएंगे और इसके बजाय उन्होंने छह अगस्त की अगली तारीख देने का अनुरोध किया था। उच्च न्यायालय ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला प्रताप कुमार नामक व्यक्ति द्वारा दायर किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 2018 में चाईबासा में आयोजित एक रैली के दौरान शाह के खिलाफ मानहानिपूर्ण बयान दिए थे।
गांधी के बयान मानहानिकारक थे
कुमार ने चाईबासा में मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि गांधी के बयान मानहानिकारक थे और जानबूझकर शाह की छवि खराब करने के इरादे से दिए गए थे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मंगलवार को झारखंड पहुंचे थे।