राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन राव भागवत आज सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित शताब्दी सदन में आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम आरएसएस के उत्तरबंगा प्रांत द्वारा संगठन की शताब्दी समारोह के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसे पूरे देश में मनाया जा रहा है। उत्तर बंगाल के आठ जिलों के बड़ी संख्या में युवाओं के साथ-साथ पड़ोसी राज्य सिक्किम के प्रतिभागियों के भी सम्मेलन में शामिल होने की उम्मीद है। डॉ. भागवत कल ही सिलीगुड़ी पहुंचे हैं और वे सुबह लगभग 11 बजे सभा को संबोधित करेंगे।
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सैकड़ों स्वयंसेवक और आयोजक तैयारियों में जुटे हुए हैं और मंच एवं कार्यक्रम स्थल पूरी तरह से तैयार है। आरएसएस प्रमुख का भाषण सुनने के लिए सुबह से ही 15 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के हजारों लड़के-लड़कियां कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे हैं। आरएसएस प्रवक्ता समीर कुमार घोष ने बताया कि इस कार्यक्रम में 15 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं की भागीदारी की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि मूल रूप से, प्रत्येक जिले से 15 से 35 वर्ष की आयु के युवा लड़के-लड़कियों के इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है। उन्हें संबोधित किया जाएगा और आने वाले दिनों में युवाओं के दायित्वों और कर्तव्यों के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा।
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उन्होंने आगे कहा कि हम सभी जानते हैं कि पूरे देश के लिए युवाओं की क्या भूमिका है… यदि युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन दिया जाए, तो देश भी प्रगति करेगा। युवा सम्मेलन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश भर में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह याद किया जा सकता है कि आरएसएस की स्थापना 1925 में विजयदशमी के शुभ अवसर पर डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा हिंदू समाज को संगठित करने और एक मजबूत, अनुशासित और सुव्यवस्थित राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने के उद्देश्य से की गई थी।

