विपक्षी सदस्यों के लगातार विरोध के बीच संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत के साथ टैरिफ और व्यापार पर हाल ही में की गई घोषणा पर दोनों सदनों में स्वतः संज्ञान लेते हुए वक्तव्य दिया। राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश ने प्रक्रिया के नियमों का हवाला देते हुए पीयूष गोयल के बयानों पर सवाल उठाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। दोनों सदनों की कार्यवाही को बार-बार चलाने की कोशिश हुई लेकिन बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा जारी रहा।
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पीयूष गोयल का बयान
दोनों सदनों में अमेरिक के साथ टैरिफ और व्यापार पर बयान देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए आयात शुल्क (टैरिफ) के प्रभावों का आकलन किया जा रहा है तथा राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने और आगे बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। गोयल ने यह भी कहा कि मोदी सरकार किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, निर्यातकों, एमएसएमई तथा उद्योग जगत के सभी हितधारकों की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है।
लोकसभा की कार्यवाही
– बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्ष ने लोकसभा में बृहस्पतिवार को भी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
– लोकसभा में जब गोयल का बयान समाप्त हुआ तो अध्यक्ष ओम बिरला ने शून्यकाल की घोषणा की, लेकिन विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और आसन के समीप पहुंच गये। बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपनी सीट पर जाने और शून्यकाल चलने देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप (विपक्षी सदस्य) शून्यकाल में अपनी बात नहीं रखना चाहते? यदि मुद्दा उठाना चाहते हैं तो सीट पर जाएं और हंगामा करना चाहते हैं तो सदन के बाहर जाएं या सड़क पर जाकर हंगामा करें।’’ हालांकि, अध्यक्ष की बातों का विपक्षी सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और वे एसआईआर पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे। बिरला ने हंगामा थमता नहीं देख सदन की कार्यवाही अपराह्न करीब चार बजकर आठ मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
– लोकसभा ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच साझेदारी के तहत जीएसएलवी रॉकेट से ‘निसार’ उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित किए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को वैज्ञानिकों की सराहना की। सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को इस बारे में सूचित किया।
राज्यसभा की कार्यवाही
– विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक बृहस्पतिवार को तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बज कर 45 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा के नेता एवं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बृहस्पतिवार को विपक्ष पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा और जानकारी की मांग करने वाले विपक्षी दलों के सदस्य बुधवार को इसका अवसर आने पर सदन से बहिर्गमन कर गए।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने बृहस्पतिवार को सदस्यों से शून्यकाल तथा प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध करते हुए कहा कि सत्र की शुरूआत से गतिरोध के कारण करीब 30 घंटे का समय बर्बाद हो चुका है। उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर हरिवंश ने कहा कि मौजूदा मानसून सत्र में आज तक 120 प्रश्न, 120 शून्यकाल उल्लेख और इतनी ही संख्या में विशेष उल्लेख लिए जाने थे लेकिन केवल 11 प्रश्न, तीन शून्यकाल उल्लेख और 17 विशेष उल्लेख ही लिए जा सके। उन्होंने कहा, कुल 30 घंटे और छह मिनट का समय बर्बाद हुआ। यह समय सदस्यों का था, सरकारी कामकाज का नहीं।
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– सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा संचालित युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम’’ (युविका) में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिभावान छात्र हिस्सा लेते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए बताया कि ‘‘युविका’’ का उद्देश्य स्कूली छात्रों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान, तकनीक और अनुप्रयोगों की बुनियादी जानकारी देना है।
– सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि देश के पैरा-एथलीटों को अन्य खिलाड़ियों के समान सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, साथ ही उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं का भी ध्यान रखा जा रहा है। खेल एवं युवा मामले के मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।