Saturday, July 12, 2025
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Shiv Sena MLA Sanjay Gaikwad ने कैंटीन संचालक को जमकर पीटा, कहा- घटिया खाना खिलाया, दोबारा ऐसा किया तो…

महाराष्ट्र में इन  दोनों भाषा को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है और आज इन सब के बीच शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें वो एक कैंटीन कर्मचारी को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में वह भोजन की गुणवत्ता से नाराज़ होकर, मुंबई स्थित आकाशवाणी विधायक निवास में एक कैंटीन ठेकेदार की पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। 
 
यह वीडियो महाराष्ट्र में राजनेताओं की मनमानी को दर्शाने वाले कई विवादास्पद वीडियो के बीच सामने आया है। बुलढाणा से दो बार विधायक रहे गायकवाड़, विधायकों के लिए सरकार द्वारा आवंटित आवास, आकाशवाणी विधायक निवास में ठहरे हुए थे जहाँ उन्होंने कथित तौर पर कर्मचारियों से बहस की और अन्य लोगों के साथ मिलकर कैंटीन के एक कर्मचारी पर हमला कर दिया। कथित तौर पर यह घटना सरकारी गेस्ट हाउस में हुई, जहाँ महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान कई विधायक ठहरे हुए हैं।
 
वहीँ  
 
गायकवाड़ ने दावा किया कि खाना – खासकर दाल – घटिया क्वालिटी का था और खाने के कुछ ही देर बाद उनकी तबियत खराब हो गई। वीडियो में गायकवाड़, बनियान पहने और कमर पर तौलिया लपेटे, कैंटीन ठेकेदार से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। फिर वह ठेकेदार को दाल वाला पैकेट सुंघाते हैं। कुछ ही सेकंड बाद, विधायक का एक मुक्का उनके चेहरे पर पड़ता है। मुक्का इतना ज़ोरदार था कि ठेकेदार ज़मीन पर गिर पड़ा। जैसे ही ठेकेदार उठता है, विधायक उसे फिर से थप्पड़ मार देते हैं।
 
कैंटीन कर्मचारियों पर हमला करने के बारे में पूछे जाने पर, गायकवाड़ ने कहा कि खाना बहुत ही खराब हालत में था और अगर उन्होंने ऐसा किया तो वह कैंटीन कर्मचारियों को फिर से मारेंगे। गायकवाड़ ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने कुछ भी ग़लत नहीं किया है। खाने की गुणवत्ता बेहद ख़राब थी। मैं उसे फिर से मारूँगा, मुझे कोई पछतावा नहीं है।”
वहीं शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा कथित तौर पर खराब भोजन की गुणवत्ता को लेकर एक कैंटीन कर्मचारी को थप्पड़ मारने पर, कांग्रेस विधायक डॉ. ज्योति एकनाथ गायकवाड़ ने कहा, “हर नागरिक को अच्छा भोजन मिलना चाहिए… हालांकि, उनसे (कैंटीन कर्मचारी से) नियमों के अनुसार पूछताछ की जानी चाहिए थी, न कि उनकी पिटाई की जानी चाहिए थी। वह (संजय गायकवाड़) जनता के प्रतिनिधि हैं। अगर वह इस तरह से काम करेंगे, तो लोग क्या करेंगे… किसी को भी पीटना कोई समाधान नहीं है।” 
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