गुजरात के वडोदरा में कार से कई वाहनों को टक्कर मारने वाले 23 वर्ष के युवक रक्षित रवीश चौरसिया ने शुक्रवार को बड़ा दावा किया है। रक्षित का दावा है कि ये घटना नशे की हालत में नहीं हुई है। उसका कहना है कि जब ये घटना हुई तब वो नशे की हालत में नहीं था।
रक्षित की कार की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे। घटना की जांच में जुटे पुलिस उपायुक्त पन्ना मोमैया ने बताया कि यह दुर्घटना देर रात करीब 12.30 बजे करेलीबाग इलाके में मुक्तानंद चौराहे के पास हुई थी। इस घटना के बाद कार चालक रक्षित चौरसिया को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में लग रहा है कि ये नशे में गाड़ी चलाने का मामला हो सकता है। पुलिस ने चश्मदीदों के बयानों के आधार पर ये जानकारी दी है। घटनास्थल पर प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि वह नशे में था और कार से बाहर आने के बाद वह चिल्ला रहा था, “एक और राउंड, एक और राउंड।”
बाद में रक्षित चौरसिया ने मीडिया को बताया कि वह 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कार चला रहा था, तभी सड़क पर गड्ढों के कारण उसका नियंत्रण खो गया। “सड़क पर गड्ढों के कारण कार का नियंत्रण खो गया। कार लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। एक स्कूटी और एक कार थी। मैं नशे में नहीं था। मैं मृतक के परिवार के सदस्यों से मिलना चाहता हूं क्योंकि यह मेरी गलती थी। वे जो चाहते हैं, वही होना चाहिए,” उन्होंने संवाददाताओं से कहा।
रक्षित चौरसिया ने दुर्घटना पर खेद व्यक्त किया और इसे “अतिशयोक्तिपूर्ण” बताया। आरोपी ने कहा कि वह मृतक के परिवार से मिलना चाहता है और माफ़ी मांगना चाहता है, “जो कि बहुत छोटा शब्द है”। उसने कहा, “मैंने कोई पार्टी नहीं की, मैं होलिका दहन के लिए गया था और नशे में नहीं था।”