अमेरिका और कनाडा के बीच चल रहा व्यापारिक तनाव अब एक नए स्तर पर पहुंच गया है। ट्रंप प्रशासन के टैरिफ फैसले के जवाब में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पहले ही अमेरिकी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा कर चुके थे। अब ओंटारियो सरकार ने भी अमेरिकी कंपनियों पर कड़ा प्रहार किया है।
ओंटारियो का कड़ा फैसला, अमेरिकी कंपनियों को झटका
कनाडा के सबसे बड़े प्रांत ओंटारियो ने सरकारी टेंडरों में अमेरिकी कंपनियों की भागीदारी पर रोक लगा दी है। यही नहीं, प्रीमियर डग फोर्ड ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने एलन मस्क की स्टारलिंक के साथ अपना इंटरनेट करार भी रद्द कर दिया है।
फोर्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा:
“ओंटारियो उन ताकतों के साथ व्यापार नहीं करेगा जो हमारी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं। अमेरिकी कंपनियों को हर साल अरबों डॉलर का नुकसान होगा, और इसके लिए सिर्फ राष्ट्रपति ट्रंप जिम्मेदार होंगे।”
उन्होंने आगे लिखा,
“यह लड़ाई अमेरिका ने शुरू की थी, कनाडा ऐसा कुछ नहीं चाहता था। लेकिन यह तय मानिए कि इस जंग में जीत हमारी होगी।”
अमेरिका-कनाडा संबंधों में बढ़ता तनाव
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर टैरिफ लगाने का फैसला किया था, जिसके जवाब में ट्रूडो ने भी अमेरिकी सामानों पर 25% शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
हालांकि, ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने ट्रूडो से बातचीत की है, लेकिन कनाडा को राहत देने को लेकर कोई संकेत नहीं दिया। दूसरी ओर, मैक्सिको को टैरिफ में कुछ राहत दी गई, जिसके तहत उन्हें अपनी उत्तरी सीमा को मजबूत करने और ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए 30 दिन का समय मिला।
व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस ने इस पूरे मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“अमेरिकी सरकार का टैरिफ लगाने का निर्णय ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा है। मैक्सिको ने इसमें गंभीरता दिखाई है, लेकिन कनाडा इसे गलत समझ रहा है।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिका और कनाडा के बीच यह व्यापारिक जंग और कितनी आगे बढ़ती है और क्या दोनों देश किसी समझौते तक पहुंचते हैं या नहीं।