गीतकार और पटकथा लेखक मनोज मुंतशिर ने मंगलवार को भारत में मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र की प्रासंगिकता पर नई बहस छेड़ दी और इसे राष्ट्रीय शर्म का स्मारक कहा। उन्होंने कहा कि औरंगजेब की कब्र राष्ट्रीय शर्म का स्मारक है। उस जगह पर ऐसा क्या है जिस पर किसी भारतीय को गर्व होना चाहिए? उन्होंने कहा कि अगर औरंगजेब की कब्र गर्व करने लायक जगह है तो उन्हें अपनी देशभक्ति के बारे में दोबारा सोचने की जरूरत है।
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राम मंदिर के लिए कानूनी लड़ाई पर बोलते हुए उन्होंने मंदिर विरोधियों द्वारा दी गई दलीलों का हवाला देते हुए कहा, “जब हम राम मंदिर के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे, तो उन्होंने हमें सलाह दी थी कि राम कण-कण में मौजूद हैं, इसलिए वहां अस्पताल या स्कूल बनाया जाना चाहिए। मैं उनकी बात को दोहराना चाहता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बजाय, उस पर शौचालय बनाया जाना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन चल रहा है। देश में और शौचालय बनाने के लिए औरंगजेब की कब्र से बेहतर जगह और क्या हो सकती है?
हिंदू विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग ये कहते हैं कि हिंदुस्तान किसी के बाप का नहीं है, मैं उन्हें बड़ी विनम्रता के साथ ये बात बता दूं कि हिंदुस्तान हमारे बाप का था और है।’ मुंतशिर का यह बयान महाराष्ट्र से औरंगजेब के मकबरे को हटाने की बढ़ती मांग के बीच आया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि वह इस कदम का समर्थन करते हैं, लेकिन इसे “कानून के दायरे में” किया जाना चाहिए।
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शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि भारत में एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के तहत 3691 स्मारक और कब्रें संरक्षित की गई हैं। इनमें से 25% मुगल और ब्रिटिश अधिकारियों की हैं जिन्होंने हमारे देश के खिलाफ काम किया। औरंगजेब जैसे क्रूर व्यक्ति के लिए मजार की क्या जरूरत है? भारत के खिलाफ काम करने वाले सभी लोगों की मजारें तोड़ दी जानी चाहिए और देश को उनके रखरखाव पर कोई पैसा खर्च नहीं करना चाहिए।”
#WATCH | Mumbai: Lyricist Manoj Muntashir Shukla says, “Aurangzeb’s grave is a monument of national shame. Which is there in that place that any Indian should be proud of?… If Aurangzeb’s grave is a place for one to be proud of, then they need to think again about their… pic.twitter.com/lVgIrFmuEi
— ANI (@ANI) March 11, 2025