कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी आव्रजन अधिवक्ता संघ (एआईएलए) का यह दावा चिंताजनक है कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा निरस्तीकरण मामलों में से 50 फीसदी भारतीय छात्रों से संबंधित हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया किक्या विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रूबियो के साथ बातचीत में इस मुद्दे को उठाएंगे?
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया,‘‘अमेरिकी आव्रजन अधिवक्ता संघ द्वारा कल जारी किया गया एक प्रेस वक्तव्य भारत के लिए चिंता का विषय है। संगठन द्वारा अब तक एकत्र किए गए अंतरराष्ट्रीय छात्रों के 327 वीजा रद्दमामलों में से 50 प्रतिशत छात्र भारतीय हैं।’’
उन्होंने कहा कि वीजा रद्द करने के कारण असंगत और अस्पष्ट हैं तथा इससे छात्रों में डर और आशंका लगातार बढ़ रही है।
रमेश ने सवाल किया कि क्या विदेश मंत्री इस मामले को संज्ञान में लेकर अपने अमेरिकी समकक्ष के सामने यह मुद्दा उठाएंगे?
विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अमेरिका में स्थित भारतीय मिशन वीजा रद्द किए जाने से संबंधित मुद्दों का सामना कर रहे भारतीय छात्रों के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्हें यथासंभव सहायता प्रदान कर रहा है।