फिल्म निर्देशक करण जौहर ने जनरल डायर की परपोती द्वारा जलियांवाला बाग हत्याकांड में जीवित बचे एक पीड़ित को ‘लुटेरा’ कहे जाने को हास्यास्पद करार दिया और कहा कि यह बयान सुनकर उन्हें बहुत गुस्सा आया।
हाल में जनरल डायर की परपोती कैरोलिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हुआ था जिसमें वह कह रही थीं कि जनरल डायर सम्मानित व्यक्ति थे और उन्हें भारत में काफी पसंद किया जाता था।
इस दौरान कैरोलिन ने जालियांवाला बाग हत्याकांड के पीड़ितों को ‘लुटेरा’ भी कहा था।
एक कार्यक्रम के दौरान जब करण जौहर से पूछा गया कि क्या उन्होंने वीडियो देखा है, तो करण जौहर ने कहा कि जब उन्होंने महिला की प्रतिक्रिया देखी तो उन्हें बहुत गुस्सा आया।
जौहर ने कहा, मैं न तो शब्दों को तोलमोलकर कहूंगा, न ही कूटनीतिक बनूंगा और न ही बात घुमा फिराकर कहूंगा। महिला ने जो कहा, वो कितना बेहूदा है और उनकी ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हुई? क्या वह उन हजारों लोगों को लुटेरा कह रही थीं? वे मासूम लोग थे, जो बैसाखी के शुभ अवसर पर वहां इकट्ठा हुए थे, उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि उस दिन क्या होने वाला है और देखिए क्या हुआ।
उन्होंने कहा, तथ्य यह है कि उन्होंने ऐसी बातें भी कही हैं, जिससे मानवीय स्तर पर मुझे बहुत गुस्सा आता है। उन्होंने जिस प्रकार से उस जनसंहार के प्रति तिरस्कार दिखाया, जो हमारे देश और दुनिया के इतिहास का एक सबसे भयानक नरसंहार था, उससे मुझे और ज्यादा गुस्सा आया। मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।
जौहर ने कहा कि जनरल डायर ने खुद स्वीकार किया था कि उसने तभी गोली चलाना बंद किया जब गोलियां खत्म हो गईं था।
उन्होंने कैरोलिन द्वारा अपने परदादा को दयालु और भारतीयों से प्रेम करने वाला कहे जाने की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि वह किसी और ही दुनिया में जी रही हैं, वह किसी भ्रम में हैं। मैं उन्हें नहीं जानता, मैंने कभी उनसे मुलाकात नहीं की और न ही करना चाहता हूं। लेकिन उन्होंने जो कहा, वो मेरे लिए अस्वीकार्य है।