प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को बताया कि जांच एजेंसी ने नोएडा स्थित एक रियल एस्टेट कंपनी और उसके प्रवर्तकों के परिसरों पर छापेमारी कर 30 लाख रुपये की नकदी जब्त की तथा कुछ बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी।
कंपनी और उसके प्रवर्तकों पर निवेशकों से किया वादा पूरा न करने और वाणिज्यिक परियोजना में कथित तौर पर धोखा देने का आरोप है।
संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में बताया कि 10 अप्रैल को ‘भसीन इन्फोटेक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’, ‘ग्रैंड वेनेजिया कमर्शियल टावर्स प्राइवेट लिमिटेड’ और उनके प्रमुख कर्मियों के परिसरों पर छापेमारी की गई।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई कार्रवाई में नोएडा (उत्तर प्रदेश), दिल्ली और गोवा में नौ स्थानों पर छापेमारी की गयी।
धन शोधन का यह मामला नोएडा पुलिस द्वारा ‘मुख्य आरोपी’ सतिंदर सिंह भसीन, ‘भसीन इन्फोटेक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’ के प्रबंध निदेशक और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई कई प्राथमिकी से उपजा है।
ईडी ने बताया कि कंपनी ने ‘ग्रैंड वेनेजिया कमर्शियल कॉम्प्लेक्स’नाम से एक रियल एस्टेट परियोजना शुरू की और लुभावने विज्ञापन व झूठे आश्वासनों के जरिए निवेशकों को ‘लुभाया’।
ईडी ने आरोप लगाया कि कंपनी निवेशकों को कब्जा देने में ‘विफल’ रही और निवेश की गई राशि हड़प ली।
ईडी के आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए कंपनी या उसके प्रवर्तकों से संपर्क नहीं किया जा सका।
एजेंसी ने बताया कि छापेमारी के दौरान कुछ ‘अपराधी’ जानकारी, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, बैंक लॉकर की चाबियां और 30 लाख रुपये नकद जब्त किए गए तथा कुछ ‘संदिग्ध’ बैंक खातों पर रोक लगा दी गयी।