भारत के हमले के डर से पाकिस्तानी सेना इस वक्त बड़ी तैयारियों में जुटी हुई है। पाकिस्तानी सेना फॉरवर्ड पोस्ट पर न सिर्फ हथियारों की तैनाती कर रही है। बल्कि पाकिस्तानी सैनिकों को भी लगातार बॉर्डर की तरफ भेज रही है। इस बीच एक बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है। खबर मिल रही है कि पाकिस्तानी बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना ने इस समय अपने रडार सिस्टम को भी आगे की तरफ लोकेट कर दिया है। पाकिस्तानी सेना किसी भी भारतीय हमले का पता लगाने के लिए सियालकोट सेक्टर में रडार सिस्टम को आगे की लोकेशन पर ले जा रही है। पहले ही भारतीय मिसाइलों को कैच कर पाने में नाकाम रहा पाकिस्तान इस बार अपने रडार सिस्टम को सबसे आगे ले जाना चाहता है। बता दें कि पाकिस्तान का रडार सिस्टम हमेशा से ही फेल साबित रहा है। लेकिन एक बार फिर पाकिस्तान अपनी नाकाम कोशिशों में जुट चुका है। पहलगाम आतंकी हमले के सात दिन बीत जाने के बाद पाकिस्तान की नींद अब तक उड़ी हुई है।
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पाकिस्तान को डर है कि भारत किसी भी वक्त उसकेसैनिकों पर हमला कर सकता है। इसके लिए पाकिस्तानी सेना तैयारियों में जुटी हुई है। इसलिए भारत की ओर से किसी भी संभावित हमले से बचने के लिए पाकिस्तानी सेना अब एलओसी पर फॉरवर्ड पोस्ट की ओर बढ़ रही है। उसने वहां कई कदम उठाए हैं। भारी भरकम हथियारों की तैनाती की है। फाइटर जेट्स को भी सीमा के पास तैनात कर दिए हैं। पाकिस्तानी सेना संभावित भारतीय हवाई हमलों का पता लगाने के लिए सियालकोट सेक्टर में अपने रडार सिस्टम को अग्रिम स्थानों पर ले जा रही है। फिरोजपुर सेक्टर के सामने भारतीय गतिविधियों का पता लगाने के लिए पाकिस्तानी सेना की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध टुकड़ियों को भी अग्रिम स्थानों पर तैनात किया जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ़ 58 किलोमीटर दूर चोर छावनी में टीपीएस-77 रडार साइट स्थापित की है। टीपीएस-77 मल्टी-रोल रडार (एमआरआर) एक अत्यधिक सक्षम रडार प्रणाली है और इसका उपयोग दुनिया भर में स्थितिजन्य जागरूकता और हवाई यातायात निगरानी के लिए किया जाता है।
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इस बीच, लगातार पांचवें दिन पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामुल्ला और अखनूर सेक्टरों में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से मशहूर बैसरन घास के मैदान में 22 अप्रैल को पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार में 26 लोग मारे गए और कई घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म आतंकवादी समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की “पहचान करने, उन्हें ट्रैक करने और दंडित करने” की कसम खाने के बाद, पाकिस्तान जवाबी हमले से सावधान है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। बताया जा रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए सभी शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक के बाद एक अधिकारी ने बताया कि उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है।