Saturday, April 19, 2025
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वायु प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति खराब, कई इलाकों में AQI 500 के पार

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दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. सबसे ज्यादा दिक्कत नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में है. यहां भी मंगलवार (19 नवंबर 2024) को ज्यादातर स्टेशनों पर AQI AQI 500 को पार कर गया जो गंभीर से भी ज्यादा है. इससे पहले सोमवार को भी इन शहरों में AQI का स्तर 500 से ऊपर था.

स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया गया 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सोमवार को वायु प्रदूषण को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए दिशानिर्देश जारी किए। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी ने 23 नवंबर तक ऑफलाइन कक्षाएं बंद करने का फैसला किया है और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने 22 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने का फैसला किया है. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया गया है.

विजिबिलिटी कम होने से कई उड़ानें प्रभावित हुईं 

 

प्रदूषण के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में धुंध छा गई है. विजिबिलिटी कम होने से कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर में संशोधित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का चौथा चरण लागू कर दिया है। इसके अलावा, कक्षा 9 तक के स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया है और कक्षा 10-12 तक के बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही निर्माण कार्य, डीजल जेनरेटर जैसी कई चीजों पर भी रोक लगा दी गई है.

दिल्ली के इन इलाकों में हवा सबसे खराब

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, मंगलवार सुबह 5 बजे दिल्ली के आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, जहांगीरपुरी, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम और कई अन्य स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 के पार पहुंच गया। स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी चिंताएँ बढ़ गई हैं।

 स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी चिंताएँ बढ़ गई हैं

 

केंद्र सरकार के दफ्तरों में कर्मचारियों को घर से काम करने की इजाजत देने पर फैसला लिया जा सकता है. राज्य सरकारें अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं। जैसे कॉलेजों/शैक्षिक संस्थानों को बंद करना, गैर-आपातकालीन व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करना, वाहनों को पंजीकृत संख्या के आधार पर सम-विषम आधार पर चलने की अनुमति देना।

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