केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को युवा भारतीयों से अपने आरामदायक दायरे से बाहर निकलने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि जोखिम लेने और चुनौतियों को स्वीकार करने से ही विकास होता है।
राष्ट्रीय राजधानी में एनडीटीवी युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आरामदायक क्षेत्र जाल है। असली यात्रा तब शुरू होती है जब आप उनसे आगे कदम बढ़ाते हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उनके माता-पिता शुरू में उन्हें विदेश भेजने के खिलाफ थे।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें डर था कि मुझे संघर्ष करना पड़ेगा और ईमानदारी से कहूं तो मुझे भी संदेह था। लेकिन उस फैसले ने मेरी जिंदगी बदल दी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम एक आश्रित राष्ट्र से आत्मनिर्भर राष्ट्र की ओर बढ़ रहे हैं और भविष्य उन लोगों का है जो जोखिम उठाने को तैयार हैं।