वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर वक्फ (संशोधन) विधेयक की जेपीसी के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बड़ा बयान दिया है। जगदंबिका पाल ने कहा कि यह देश का कानून बन चुका है और पूरे देश में लागू होगा। लेकिन जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में बिल की कॉपी फाड़ी गई और आज वहां NC और PDP के लोग हंगामा कर रहे हैं और बीजेपी के विधायकों के साथ मारपीट कर रहे हैं, यह असंवैधानिक है। राजनीतिक दलों में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की होड़ मची हुई है, लेकिन यह कोर्ट में टिक नहीं पाएगा।
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भाजपा सांसद ने कहा कि अगर सरकार चाहती तो उसके पास बहुमत था और वह सीधे लोकसभा और राज्यसभा में कानून पारित कर देती। सरकार ने कहा कि हम इस पर चर्चा चाहते हैं और चर्चा हुई। पूरे देश में लोग कानून का स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये लोग आंदोलन क्यों भड़का रहे हैं? अगर वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे तो उन्हें पता चलेगा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा बनाया गया 2013 और 1995 का वक्फ कानून असंवैधानिक था। यह कानून बहुत विस्तृत चर्चा के बाद बनाया गया था। मैं लगातार 6 महीने में देश के सभी राज्यों में गया और 284 प्रतिनिधिमंडलों से मिला।
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भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि वक्फ कानून मुस्लिम समुदाय के गरीबों और महिलाओं के लिए वरदान बनकर उभरा है। मुस्लिम समुदाय में 80 फीसदी लोग इन्हीं लोगों से आते हैं। यह मुस्लिम राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस विधेयक के कानून बनने से मुसलमानों को कांग्रेस और इंडी गठबंधन की गुलामी से मुक्ति मिल गई है। इससे दंगा मुक्त भारत सुनिश्चित होगा। जो लोग कहते हैं कि इससे इस्लामवाद खत्म हो जाएगा, वे झूठे हैं।