पश्चिम बंगाल के कई इलाकों, खासकर मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ शुक्रवार को भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। दंगाइयों ने इलाके में दफ्तरों, दुकानों और वाहनों को निशाना बनाया, जिससे संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने इस सिलसिले में 150 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीएसएफ ने राज्य में अपनी पांच कंपनियां तैनात कर दी हैं, जिससे स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
एक स्थानीय विक्रेता ने कहा, ‘हमें सुरक्षा चाहिए, और कुछ नहीं। हमारी दुकानों में तोड़फोड़ की गई। हम कहां जाएंगे, हमारे परिवार में बच्चे और महिलाएं हैं। वे हमारे घरों में घुस गए और सब कुछ तोड़ दिया।’ एक स्थानीय व्यक्ति ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करते हुए कहा, ‘हम यहां राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। हर जगह अराजकता और गुंडागर्दी है।’
स्थानीय निवासी मनोज घोष कहते हैं, ‘उन्होंने दुकानें जला दीं और घरों में तोड़फोड़ की। अगर हालात शांतिपूर्ण होने चाहिए तो हम चाहते हैं कि यहां बीएसएफ की स्थायी मौजूदगी हो, यहां से पुलिस स्टेशन बहुत नजदीक है, लेकिन वे नहीं आए।’
#WATCH | Murshidabad | A local, Manoj Ghosh says, “They burnt the shops and vandalised houses. We want BSF presence here permanently if things are to be peaceful… A police station is very close to here, but they didn’t come.” https://t.co/kcepFkV4i1 pic.twitter.com/44OWmmtkIz
— ANI (@ANI) April 13, 2025
इसे भी पढ़ें: Murshidabad Violence Updates: मुर्शिदाबाद में बीएसएफ जवान तैनात, बंगाल पुलिस ने 150 को किया गिरफ्तार
बंगाल में बीएसएफ तैनात
एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को बीएसएफ ने पुष्टि की कि स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस की सहायता के लिए उसकी पांच कंपनियां भेजी गई हैं। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक करणी सिंह शेखावत ने पुष्टि की कि बीएसएफ बल राज्य पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर और अधिक कर्मियों को भेजने के लिए तैयार हैं।