ओमान में अमेरिका के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता के बाद अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति में ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ वार्ता का पहला दौर अच्छा रहा। खामेनेई की टिप्पणी को वाशिंगटन के साथ अब तक की वार्ता के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। जबकि उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान अमेरिका के बारे में निराशावादी बना हुआ है। खामेनेई ने रेखांकित किया कि हम वार्ता के बारे में न तो पूरी तरह से आशावादी हैं और न ही पूरी तरह से निराशावादी हैं। खामेनेई ने कहा कि वार्ता का फर्स्ट फेज अच्छी तरह से संपन्न हुआ।
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उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे देश के मामलों को वार्ता से न जोड़ें, जिसका दूसरा दौर शनिवार को होने वाला है। ईरानी नोबेल शांति पुरस्कार विजेता शिरीन इबादी ने कहा कि तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर ईरान और अमेरिका के बीच वार्ता को तभी रचनात्मक कहा जा सकता है, जब इस्लामी गणराज्य कुछ हद तक राजनीतिक परिपक्वता दिखाए और एक सामान्य देश की तरह काम करे। वाशिंगटन और तेहरान के बीच वार्ता का पहला दौर शनिवार को ओमान के मस्कट में हुआ, जहां दोनों देशों के अधिकारियों ने अप्रत्यक्ष रूप से संदेशों का आदान-प्रदान किया।
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ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत का अगला दौर कहां होगा, इस पर संशय बना हुआ है। ईरान ने घोषणा की कि यह वार्ता फिर से ओमान में ही होगी। इससे पहले इतालवी विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने जापान के ओसाका में कहा था कि उन्हें ओमान के माध्यम से बैठक की मेज़बानी का अनुरोध मिला है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। नीदरलैंड के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप ने भी लक्जमबर्ग में कहा कि वार्ता रोम में होगी। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यदि समझौता नहीं हुआ तो ईरान पर हवाई हमले किए जा सकते हैं। वहीं, ईरान ने चेतावनी दी है कि वह उच्च स्तर पर संवर्धित यूरेनियम के जरिए परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकता है।