पहलगाम में इस्लामाबाद की शह पर आतंकी हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन का माहौल है। भारत इस नापाक बर्बर हमले का बदला लेगा, ये ,सोच कर पाकिस्तान में इस वक्त दहशत का माहौल है। लेकिन इन सब बातों से बेपरवाह सनकी तानाशाह किम जोंग उन अपनी अलग धुन में नजर आ रहा है। नार्थ कोरिया लगातार अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का सफल परीक्षण किया गया है। नेक्सट जेनरेशन की मिसाइल का टेस्ट उत्तर कोरिया ने किया है। ये मिसाइल पांच हजार टन का विध्वंसक लेकर जा सकती है। उत्तर कोरिया के दावे की माने तो ये सबसे शक्तिशाली हथियार है। सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों के परीक्षण की तस्वीरें भी उत्तर कोरिया की ओर से जारी की गई है।
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पश्चिमी बंदरगाह नम्पो में लॉन्चिंग समारोह के दौरान किम ने जहाज़ के निर्माण को उत्तर कोरिया की नौसेना बलों के आधुनिकीकरण में एक सफलता बताया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह उत्तर कोरिया का पहला विध्वंसक है और संभवतः इसे रूसी सहायता से बनाया गया है। उनका कहना है कि उत्तर कोरिया की नौसेनाएँ दक्षिण कोरिया से पीछे हैं, लेकिन फिर भी वे विध्वंसक को एक गंभीर सुरक्षा ख़तरा मानते हैं क्योंकि यह उत्तर कोरिया की आक्रमण और रक्षा क्षमताओं को मज़बूत कर सकता है। आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि किम ने इस सप्ताह की शुरुआत में विध्वंसक की सुपरसोनिक और रणनीतिक क्रूज़ मिसाइलों, विमान-रोधी मिसाइल, स्वचालित तोपों और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग गन के परीक्षणों को देखा।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने जहाज के शक्तिशाली हमलावर हथियारों और पारंपरिक सुरक्षा के संयोजन की सराहना की और अपनी नौसेना को परमाणु हथियार संपन्न बनाने की गति बढ़ाने के लिए कार्य निर्धारित किए। जहाज के लॉन्चिंग समारोह के दौरान, किम ने कहा कि विध्वंसक को अगले साल की शुरुआत में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी का अधिग्रहण उनकी नौसेना को मजबूत करने की दिशा में उनका अगला बड़ा कदम होगा। उन्होंने उत्तर कोरिया की बढ़ती अमेरिकी नेतृत्व वाली शत्रुता से निपटने के लिए उत्तर कोरिया की निवारक क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।