Wednesday, May 21, 2025
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NHAI अपने नेशनल हाइवेज इंफ्रा ट्रस्ट (NHIT) के लिए 9,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में

Nhai

नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अपने नेशनल हाइवेज इंफ्रा ट्रस्ट (NHIT) के लिए 9,000 करोड़ रुपये (करीब 1.03 अरब डॉलर) जुटाने के मकसद से निवेशकों के साथ बातचीत कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, यह सरकारी ट्रस्ट के लिए अब तक का सबसे बड़ा फंडरेजिंग अभियान हो सकता है।

इसके अलावा, यह भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) आधारित सड़कों के लिए भी सबसे बड़ा फंड जुटाने की पहल मानी जा रही है। इस फंड का उपयोग NHAI से सड़क परिसंपत्तियों (Road Assets) के अधिग्रहण के लिए किया जाएगा।

500 किलोमीटर हाईवे का होगा अधिग्रहण

NHAI के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, NHIT एसेट अधिग्रहण के चौथे दौर में आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और गुजरात में स्थित कुल 500 किलोमीटर लंबे 6 हाईवे का अधिग्रहण करेगा।

यह अधिग्रहण सड़कों की गुणवत्ता और परिवहन बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस फंडरेजिंग अभियान से भारत के हाईवे नेटवर्क में और अधिक सुधार की उम्मीद है।

बड़े अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी शामिल

सूत्रों के अनुसार, इस दौर की बोली में कनाडा का सबसे बड़ा पेंशन फंड मैनेजर सीपीपी इनवेस्टमेंट्स (CPP Investments) और ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान (OTPP) जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय संस्थागत निवेशक भी शामिल हो सकते हैं।

CPP Investments और OTPP की पहले से ही NHIT में 50% हिस्सेदारी है।
इन दोनों फंडों की भागीदारी से NHIT की निवेश योजनाओं को और मजबूती मिलेगी।

डोमेस्टिक इनवेस्टर्स से भी मिलेगा बड़ा समर्थन

इस फंड का एक बड़ा हिस्सा इंश्योरेंस कंपनियों, म्यूचुअल फंड्स, कॉरपोरेट ट्रेजरी और अन्य डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स से आने की संभावना है।

NHIT में NHAI की 15.48% हिस्सेदारी है, जबकि
CPP Investments और OTPP की 25-25% हिस्सेदारी है।

31 मार्च 2025 तक पूरी होगी फंड जुटाने की प्रक्रिया

NHIT की योजना मौजूदा वित्तीय वर्ष (31 मार्च 2025) तक फंड जुटाने की प्रक्रिया को पूरा करने की है।

इस फंडरेजिंग अभियान के सफल होने पर देश के नेशनल हाईवे नेटवर्क के विस्तार और अपग्रेडेशन को और अधिक गति मिलेगी। इसके अलावा, इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

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