Tuesday, March 18, 2025
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मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गुरूग्राम अस्पताल का नाम श्री गुरु नानक देव किया

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चंडीगढ़, 15 नवम्बर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने 14 नवम्बर को विधानसभा सत्र में गुरूग्राम में लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 700 बेड के सरकारी अस्पताल का नामकरण श्री गुरू नानक देव जी के नाम पर करने का फैसला किया है। इसके अलावा आज प्रकाश पर्व पर किसानों को 300 करोड़ रुपये की बोनस की दूसरी किस्त जारी की है।

मुख्यमंत्री शुक्रवार काे पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहिब में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सदैव किसान व समाज हित में कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरसा में चिल्ला साहिब गुरुद्वारा की 77 एकड़ भूमि भी गुरूघर के नाम करने का निर्णय लिया है। इस भूमि की लगातार मांग चली आ रही थी। श्री गुरु नानक देव जी इस भूमि पर आए और 40 दिन तक लगातार तपस्या की। इसलिए सरकार ने यह भूमि गुरूद्वारे को सौंप दी। यह हम सब के लिए बड़े गौरव की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एचएसवीपी के 7000 प्लाट धारकों की इनहांसमेंट समस्याओं का निवारण करने के लिए आज पोर्टल लांच किया गया है। यह पोर्टल लगातार छह माह तक खुला रहेगा और इनकी समस्याओं का निवारण करेगा। इसके अलावा किसानों को उनकी भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने की जानकारी देने के लिए मृदा कार्ड बनाए जाएगें। हर तीन साल के बाद किसानों की भूमि के मृदा कार्ड बनाए जाते हैं। अब 40 लाख किसानों के मृदा कार्ड बनाकर जारी किए जाएंगे जो किसानों को भूमि की उत्तम स्वास्थ्य की जानकारी देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वे गुरुद्वारा नाडा साहिब में प्रदेश के नागरिकों की खुशहाली और समृद्धि की कामना करने के लिए आए है।

चंडीगढ़ में विधानसभा भवन बनाने के लिए मिलने वाली भूमि को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के हित में निर्णय ले तो सही होगा। इसके साथ ही किसानों की फसल खरीदने का कार्य भी करे। पंजाब सरकार अपनी कमियां छुपाने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार लोगों के हित में निर्णय लेती तो हरियाणा में लोग उन्हें हराने का कार्य नहीं करते। इसी प्रकार पंजाब के लोग आप सरकार के लिए भी ऐसा ही कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू नानक देव जी ने सदियों पहले मानवता को ‘किरत करो, नाम जपो और वंड छको’ का पाठ पढ़ाया। बाबा नानक की वाणी और शिक्षा को प्रदेश सरकार ने सर्वोपरि माना है। आध्यात्मिक बोध, सांसारिक समृद्धि और सामाजिक समरसता के लिए श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को सदा याद किया जाता रहेगा।

इस मौके सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी हरियाणा के चेयरमैन बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है जिन्होंने किसान हित में अनेक निर्णय लिए है। इसके अलावा श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर हॉस्पिटल का नाम और सिरसा गुरुद्वारे की भूमि सौंपने का नेक कार्य किया है।

जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक 21 दिसंबर को,  टर्म इंश्योरेंस को मिल सकती है टैक्स से छूट

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नई दिल्ली, 15 नवंबर (हि.स.)। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को टैक्स से छूट देने के प्रस्ताव पर फैसला लिया जा सकता है। काउंसिल की 55वीं बैठक 21 दिसंबर को राजस्थान के जैसलमेर में होगी, जिसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ राज्यों के वित्त मंत्री शामिल होंगे। पहले ये बैठक नवंबर में होने वाली थी, लेकिन बाद में इसकी तारीख 21 दिसंबर तय की गई। बैठक में राज्यों के वित्त मंत्री अगले साल 1 फरवरी को पेश होने वाले आम बजट के लिए भी अपने सुझाव पेश करेंगे।

बताया जा रहा है कि जैसलमेर में होने वाली जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में आम इस्तेमाल वाली कई चीजों पर लगने वाले टैक्स को 12 प्रतिशत से घटा कर 5 प्रतिशत के स्लैब में लाने पर फैसला लिया जा सकता है। इस संबंध में राज्यों के मंत्रियों की एक समिति (जीओएम) अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। अक्टूबर में ही स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर गठित मंत्रियों के समूह ने जीएसटी काउंसिल से कुछ महत्वपूर्ण अनुशंसाएं की है। इन अनुशंसाओं में टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को जीएसटी से छूट देने की बात पर सहमति दी गई है। इसके साथ ही मंत्रियों के समूह ने सीनियर सिटीजन के हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को भी जीएसटी से छूट देने का प्रस्ताव दिया है। माना जा रहा है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल सकती है। इसके तहत अधिकतम 5 लाख रुपये तक के हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर लगने वाले जीएसटी में छूट दी जा सकती है, जबकि 5 लाख रुपये से अधिक हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज वाली पॉलिसी के प्रीमियर पर पहले की तरह जीएसटी जारी रहेगा।

फिलहाल जीएसटी के तहत कुल 4 स्लैब में टैक्स की वसूली की जाती है। इनमें पहला स्लैब 5 प्रतिशत का है। इसके अलावा 12 प्रतिशत 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के स्लैब में भी टैक्स की वसूली होती है। कई जरूरी वस्तुओं और सेवाओं को जीएसटी से छूट मिली हुई है या उन्हें 5 प्रतिशत टैक्स के दायरे में रखा गया है। वहीं, लग्जरी आइटम्स पर अधिक टैक्स की वसूली होती है। अब जीएसटी के स्लैब की भी समीक्षा की मांग की जा रही है। जानकारों का कहना है कि सरकार जल्दी ही जीएसटी के चार स्लैब को घटाकर तीन स्लैब कर सकती है।

विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन तत्परता से किया जाए : ऊर्जा मंत्री तोमर

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.)। ऊर्जा मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। इसमें किसी के भी स्तर पर लापरवाही नहीं होना चाहिए। मंत्री तोमर ने यह निर्देश शुक्रवार को शिवपुरी में विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान दिये।

तोमर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को चिकित्सालय में सुरक्षा गार्ड, पेयजल व्यवस्था, टॉयलेट साफ सफाई के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं में जिन चीजों की कमी है, उसके संबंध में जनसहयोग के लिए मीटिंग में प्रस्ताव रखें।

उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रावास में खाने-पीने की व्यवस्था ठीक रहे। स्कूल और छात्रावास में स्टाफ उपलब्ध रहे। आंगनवाड़ी में बच्चों को दिया जाने वाला सुबह का नाश्ता गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। नल जल योजना का भौतिक सत्यापन कराया जाए। काम में गुणवत्ता का ध्यान रहे।

मंत्री तोमर ने कहा कि विधानसभा स्तर पर प्रत्येक माह जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन करें। इसमें लोगों की समस्याएं सामने आएंगी। उनका समय-सीमा में निराकरण करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो। उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभागीय अधिकारी को चिन्हित कर एक अधिकारी को हर महीने सम्मानित किया जाएगा। खाद्य विभाग द्वारा गरीब हितग्राहियों को जो राशन वितरण किया जा रहा है, वह पूरी पारदर्शिता से किया जाए। जहां कहीं भी शिकायत प्राप्त होती है उसकी जांच कर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। बैठक में कलेक्टर एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

माँ नर्मदा के तट का प्रत्येक कंकड़ स्वयं शंकरः उप मुख्यमंत्री शुक्ल

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि कार्तिक मास की पूर्णिमा का शुभ दिन हमारे लिए विशेष महत्व रखता है। आज के दिन मां नर्मदा का आशीर्वाद प्राप्त करना हम सभी के लिए परम सौभाग्य और जीवन का पावन क्षण है। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं का दर्शन और उनसे आत्मीय मुलाकात करना मेरे लिए हर्ष और गर्व का विषय है।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने शुक्रवार को अनूपपुर जिले के अमरकंटक में कबीर चबूतरा पर मां नर्मदा की परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा पुराण में वर्णित है कि मैकल की परिक्रमा पूरे विश्व की परिक्रमा के समान है। माँ नर्मदा के तट का प्रत्येक कंकड़ स्वयं शंकर है। यह हमारी सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। इसे न केवल हमें समझना चाहिए, बल्कि इसे सहेजकर आने वाली पीढ़ियों को भी सौंपना हमारा परम दायित्व है। इसी से मानव जाति का कल्याण संभव है।

उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा हमारी संस्कृति की सबसे गहरी आस्था और जीवनशैली का प्रतीक है। यह आध्यात्मिक यात्रा निश्चित रूप से समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने पुराणों का उल्लेख करते हुए कहा कि मां गंगा के पवित्र स्नान का जो पुण्य मिलता है, वही पुण्य मां नर्मदा के केवल दर्शन मात्र से प्राप्त होता है। यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, और परिक्रमा वासियों से मिलना तो मेरे जीवन का परम गौरव है।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती, जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अमूल्य प्रयासों से न केवल देश बल्कि हमारी सनातन संस्कृति की रक्षा में भी अभूतपूर्व योगदान दिया है। उनका जीवन और आदर्श हमें प्रेरणा देते हैं। उप मुख्यमंत्री ने कबीर चबूतरा में मां नर्मदा की आरती की। कार्यक्रम में साधु-संतों के साथ विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रामदास पुरी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

सृजन का संदेश देता है बोनसाईः मंत्री सारंग

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.)। सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि व्यक्ति अगर सार्थक रूप से समाज के माध्यम से प्रकृति को आगे बढ़ाना चाहे तो बोनसाई जैसी कलाकृति सृजित होती है। प्रकृति से जोड़कर नई कलाकृति देना ही बोनसाई है। बोनसाई हमेशा सृजन का संदेश देता है।

मंत्री सारंग ने यह बात शुक्रवार को गुलाब उद्यान में तीन दिवसीय बोनसाई प्रदर्शनी का शुभारंभ कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करें पर्यावरण को आगे बढ़ाएं ताकि आने वाली पीढ़ी इस दुनिया में स्वच्छ वातावरण में रह सके। दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए हमें सृजन की ओर जाना पड़ेगा। हर वर्ग, हर सेक्टर में प्रकृति के साथ सृजन की जरूरत है।

लेक सिटी बोनसाई एसोसिएशन के तत्वावधान में 15 से 17 नवंबर तक तीन दिवसीय बोनसाई प्रदर्शनी और कार्यशाला का आयोजन लिंक रोड नंबर एक स्थित गुलाब उद्यान में किया गया है। प्रदर्शनी में 400 से अधिक बोनसाई पौधों की अनूठी प्रतिकृतियों प्रदर्शित की गई है। प्रदर्शनी 16 और 17 नवंबर को सुबह 11 बजे से रात आठ बजे तक खुली रहेगी।

इस मौके पर भोपाल लेक सिटी बोनसाई एसोसिएशन की संस्थापक सदस्य अरुंधति तिवारी और देश-विदेश से आए विशेषज्ञ उपस्थित थे। इंडोनेशिया के बोनसाई विशेषज्ञ ययात हिदायत, अधित्य आजी पमुनगकास के साथ ही सौमिक दास नई दिल्ली, अनुपमा वडेचला बेंगलुरु, गोविंद राज हैदराबाद आदि बोनसाई प्रेमियों को इस विधा की बारीकियों से अवगत करवाया। भोपाल के 40 साल से ज्यादा समय से बोनसाई से जुड़े लोगों ने संग्रह का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में जैड, मधुकामिनी, फाइकस, बुद्धा पीपल के 50 से 55 साल पुराने पेड़ विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहे। इन्हें बड़े गमलों में विशेष आकार दिया गया।

कार्यक्रम में चेयरमेन मनीष श्रीवास्तव, अध्यक्ष जेएस बिंद्रा, सचिव दीपक नलावडे सहित पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।

संस्कृति की रक्षा करने में जनजातीय समुदाय का अहम योगदानः उदय प्रताप सिंह

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भोपाल, 15 नवंबर (हि.स.)। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि संस्कृति की रक्षा करने में जनजातीय समुदाय का अहम योगदान है। राज्य सरकार इन जनजातीय महापुरूषों के द्वारा स्थापित मूल्यों और आदर्शों को लोगों के सामने लाने के लिये सदैव तत्पर है।

मंत्री सिंह शुक्रवार को नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा क्षेत्र के ग्राम डंगहा- चांदनखेड़ा में हुए भगवान बिरसा मुंडा जंयती समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापना के लिये भूमि-पूजन भी किया।

स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरूआत की है। इस अभियान का उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में जरूरी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाना है। इसमें बुनियादी ढांचा विकसित करना, आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना, अच्छी शिक्षा एवं स्वस्थ जीवन प्रमुख है।

कार्यक्रम में मौजूद जनजातीय समुदाय के लोगों से हुए संवाद में मंत्री सिंह ने कहा कि डंगहा में भव्य एवं आकर्षक मैरिज भवन बनाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने 30 लाख रुपये देने की घोषणा की। मंत्री सिंह ने ग्रामीणों की मांग पर चबूतरा निर्माण के लिये 2 लाख 50 हजार रूपये की स्वीकृति दी। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।

अमिताभ बच्चन की फिटनेस का राज 1 लाल फल, 82 साल की उम्र में भी हैं एक्टिव

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82 साल की उम्र में भी अमिताभ बच्चन फिट और एक्टिव हैं, इसकी वजह यह है कि वह अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखते हैं। रोज सुबह नाश्ते में एक सेब खाएं। जिससे इस उम्र में भी उनकी सेहत दुरुस्त रहती है।

सेब खाने के फायदे

 इससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है.

• रक्त कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग में मदद करता है।

• मधुमेह के खतरे को कम करता है।

• आंतों को स्वस्थ रखने में सहायक।

• कैंसर के खतरे को कम करता है।

• अस्थमा से लड़ने में मदद मिल सकती है।

• मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

• पाचन संबंधी समस्याओं से बचाता है।

• कुल मिलाकर सेब कई बीमारियों को दूर रखता है।

100 ग्राम सेब में पोषक तत्व होते हैं

• कैलोरी: 52

• पानी: 86%

• प्रोटीन: 0.3 ग्राम

• कार्बोहाइड्रेट: 13.8 ग्राम

• चीनी: 10.4 ग्राम

• फाइबर: 2.4 ग्राम

• वसा: 0.2 ग्राम

अमिताभ बॉलीवुड के वो सितारे हैं जिन्होंने उम्र को मात देते हुए साबित कर दिया कि सादा और संयमित जीवन जीकर आप खुद को लंबे समय तक फिट और स्वस्थ रख सकते हैं। जहां ज्यादातर लोग 60-65 की उम्र में काम बंद कर आराम करने लगते हैं, वहीं अमिताभ 82 साल की उम्र में भी रोजाना 12-16 घंटे काम करते हैं। इस उम्र में भी वह फिल्मों, टीवी शो और विज्ञापनों में सक्रिय रहते हैं। अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड में महानायक, शहंशाह, बिग बी आदि नामों से जाना जाता है और इसकी वजह उनकी लगातार कड़ी मेहनत और दर्शकों के बीच उनकी पहुंच है। आज भी नए कलाकार अमिताभ की बुलंद आवाज की बराबरी नहीं कर सकते. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमिताभ की फिटनेस का राज क्या है? आइए आपको बताते हैं मेगास्टार अमिताभ बच्चन के 10 फिटनेस सीक्रेट्स।

1. अमिताभ हर दिन एक्सरसाइज करते हैं

अमिताभ बच्चन इस उम्र में भी व्यायाम को लेकर काफी अनुशासित हैं। समय की कमी, काम का बोझ और यहां तक ​​कि उम्र भी उनके व्यायाम की दिनचर्या को प्रभावित नहीं करती है। अगर किसी कारण से बच्चन सुबह वर्कआउट नहीं कर पाते हैं तो वह शाम को जिम जाने की पूरी कोशिश करते हैं। प्रसिद्ध फिटनेस ट्रेनर और आहार विशेषज्ञ वृंदा मेहता उन्हें नियमित वर्कआउट में मदद करती हैं। अमिताभ रोजाना योग भी करते हैं.

2. चाय या कॉफ़ी का सेवन न करें

आपको जानकर हैरानी होगी कि अमिताभ बच्चन चाय या कॉफी नहीं पीते हैं। वैसे तो अमिताभ पहले कॉफी पीते थे लेकिन पिछले कुछ सालों से उन्होंने चाय और कॉफी पीना बंद कर दिया है। चाय और कॉफी में कैफीन की मात्रा अधिक होती है, जो एक उम्र के बाद काफी हानिकारक साबित हो सकती है। इसका असर दिमाग और याददाश्त पर भी पड़ता है।

3. मांसाहारी खाना छोड़ा, अब पूरी तरह शाकाहारी

अमिताभ बच्चन पूर्णतः शाकाहारी हैं। पांच साल पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि पहले वह नॉनवेज खाते थे लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने नॉनवेज खाना छोड़ दिया और पूरी तरह से शाकाहारी बन गए। आपको बता दें कि मांसाहारी भोजन में विटामिन और वसा होती है लेकिन यह भारी होता है और इसे पचाने में पेट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। सब्जियाँ और फल सभी प्रकार के विटामिन के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट और खनिज भी प्रदान करते हैं।

4. कोल्ड ड्रिंक या सोडा वाटर भी न पियें

अमिताभ बच्चन कोल्ड ड्रिंक और सोडा नहीं पीते। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वह कार्बोनेटेड ड्रिंक नहीं लेते हैं. कोल्ड ड्रिंक और पैकेज्ड फ्रूट ड्रिंक कार्बोनेटेड होते हैं और इनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।

5. शराब और बीयर से भी दूर रहें

शायद आप भी ये बात मानते होंगे कि फिल्मी हस्तियों के बीच शराब और बीयर पीना आम बात है. लेकिन आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन ने 40 साल पहले शराब छोड़ दी थी और तब से वह शराब और बीयर से पूरी तरह दूर हैं। मादक पदार्थ आपके पूरे शरीर और दिमाग पर बुरा प्रभाव डालते हैं।

6. धूम्रपान भी छोड़ दें

अमिताभ बच्चन भले ही स्क्रीन पर स्क्रिप्ट के मुताबिक सिगरेट पीते नजर आते हों, लेकिन असल जिंदगी में वह सिगरेट नहीं पीते। यह सच है कि अमिताभ सिगरेट पीते थे लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने सिगरेट पीना छोड़ दिया। सिगरेट आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसे छोड़ने के लिए बहुत अधिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है, लेकिन यदि आप लंबे समय तक स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो आपको धूम्रपान भी छोड़ना चाहिए।

7. नींबू पानी पीना पसंद है

एक इंटरव्यू में अमिताभ कहते हैं कि पीने के नाम पर वह सिर्फ पानी और नींबू पानी पीते हैं। पानी पीना सेहत के लिए बहुत जरूरी है और नींबू पानी आपके पाचन और पेट को स्वस्थ रखता है।

8. मिठाई और चावल न खाएं

अमिताभ बच्चन न तो मिठाई खाते हैं और न ही चावल, यानी उन्होंने खुद को चीनी और कार्बोहाइड्रेट दोनों से दूर कर लिया है। हालाँकि उन्हें कभी जलेबी और खीर बहुत पसंद थी, लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने यह सब छोड़ दिया। सफेद चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसका अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।

9. चॉकलेट और पेस्ट्री भी न खाएं

अमिताभ बच्चन चॉकलेट, पेस्ट्री और यहां तक ​​कि पैन भी नहीं खाते हैं. चॉकलेट और पेस्ट्री जैसे खाद्य पदार्थ आपके स्वास्थ्य के लिए खराब हैं क्योंकि इनमें कैलोरी अधिक होती है।

10. प्रतिदिन एक चम्मच शहद

बच्चन परिवार का प्रत्येक सदस्य प्रतिदिन एक चम्मच शहद का सेवन करता है। ये बात उनकी बहू और मशहूर एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन ने एक इंटरव्यू में कही थी.

 

सूर्य गोचर: ग्रहों के राजा सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर इस राशि का भाग्योदय करेगा

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सूर्य हर माह अपनी राशि बदलता है। ग्रहों के राजा सूर्य के राशि बदलने से सभी राशियों के जीवन में कुछ न कुछ बदलाव आते हैं। सूर्य का गोचर कुछ राशियों के लिए शुभ साबित होता है तो कुछ राशियों के जीवन में चुनौतियां भी लेकर आता है। 16 नवंबर को सूर्य अपनी राशि बदलेगा। सूर्य 16 नवंबर को सुबह 7:16 बजे तुला से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा और दिसंबर के मध्य तक इसी राशि में रहेगा। आइए जानते हैं सूर्य के वृश्चिक राशि में गोचर से किन राशियों को फायदा हो सकता है।

कैंसर

सूर्य का राशि परिवर्तन आपको बंपर लाभ देगा। आपके कार्य कौशल में वृद्धि होगी। आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा. आपको पैसे कमाने के अच्छे मौके मिल सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आपको उपलब्धियां मिलेंगी। आपके जीवन के कठिन समय दूर होंगे।

कन्या

सूर्य आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेगा। आप साहसिक गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। यात्रा से आपको लाभ होगा। सामाजिक स्तर पर आपकी प्रसिद्धि बढ़ सकती है। धन के मामले में भी आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे, आपकी संपत्ति में वृद्धि हो सकती है। अचानक आपको पैसों की तंगी से छुटकारा मिलने की शांति महसूस होगी। लंबित कार्य पूर्ण करें.

वृश्चिक

सूर्य का गोचर आपके लिए कई मायनों में शुभ साबित होगा। सूर्य आपके राशि स्वामी मंगल का मित्र है, इसलिए सूर्य आपके जीवन में अच्छे बदलाव ला सकता है। इस अवधि में आपको अपने स्वास्थ्य में अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे। आप जो भी काम हाथ में लेंगे उसे बेहतरीन तरीके से पूरा कर पाएंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा

कुम्भ

सूर्य आपके दसवें भाव में होगा और इस भाव में सूर्य को दिशा बल प्राप्त होता है। सूर्य के गोचर के बाद आपको करियर, बिजनेस और निजी जीवन में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। इस राशि के कुछ लोगों को प्रमोशन या मनचाही जगह पर ट्रांसफर मिल सकता है। जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी अच्छे परिणाम मिलेंगे। पारिवारिक जीवन में भी आपको सुख और शांति मिलेगी। सूर्य देव धन से जुड़ी कई समस्याओं का भी अंत कर सकते हैं।

भारत के लिए खतरे की घंटी: पाकिस्तान में अपनी सेना तैनात करना चाहता है चीन, जानें वजह

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चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा: पाकिस्तान में काम करने वाले चीनी लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस बीच चर्चा है कि चीन अब पाकिस्तान में अपने सुरक्षा बलों को तैनात करना चाहता है और इसकी इजाजत देने के लिए पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है. पिछले महीने कराची हवाईअड्डे पर हुए बम विस्फोट में दो चीनी इंजीनियरों की मौत हो गई थी. दोनों इंजीनियर थाईलैंड से छुट्टियां मनाकर काम पर लौटे थे. सूत्रों के मुताबिक, चीन अब पाकिस्तान में काम कर रहे इंजीनियरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल तैनात करने की तैयारी कर रहा है.
चीनी इंजीनियर पाकिस्तान में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. जिनमें सबसे अहम है चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी)। सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ का हिस्सा है। इस साल सीपीईसी पर काम कर रहे कई चीनी इंजीनियरों पर हमले हो चुके हैं.

एक पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि चीन यहां अपने सुरक्षा बलों को तैनात करना चाहता है. इसके लिए चीन ने पाकिस्तान को एक लिखित प्रस्ताव भेजा है. पाकिस्तान अभी तक इस पर सहमत नहीं हुआ है. पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां ​​भी चीन के इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं.

 

चीन ऐसा क्यों चाहता है?

पाकिस्तान में करीब 30 हजार चीनी नागरिक काम करते हैं. इनमें से ज्यादातर सीपीईसी पर काम कर रहे हैं. तीन हजार किलोमीटर लंबा यह गलियारा चीन के काशगर से शुरू होता है और पाकिस्तान के ग्वादर पर समाप्त होता है। ग्वादर बलूचिस्तान में है. बलूचों का आरोप है कि चीन और पाकिस्तान उनके संसाधनों को हड़प रहे हैं. यही कारण है कि बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) इस परियोजना पर काम कर रहे लोगों और इंजीनियरों को निशाना बना रही है।

बीएलए का चीनी श्रमिकों पर हमला करने का एक लंबा इतिहास रहा है। 2018 में कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास के बाहर बम विस्फोट, 2019 में ग्वादर में पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल, 2020 में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज और 2022 में कराची विश्वविद्यालय के बाहर बम विस्फोट हो चुके हैं। अगस्त 2021 में ग्वादर में चीनी कामगारों के एक काफिले पर हमला किया गया, जिसमें कई लोग घायल हो गए. इससे पहले जुलाई में खैबर पख्तूनख्वा में चीनी श्रमिकों को ले जा रही बस पर हमला किया गया था, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी।

बलूचों का आरोप है कि संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद बलूचिस्तान आर्थिक रूप से पिछड़ा है और इसके लिए न केवल पाकिस्तान सरकार, बल्कि चीन को भी जिम्मेदार मानते हैं। बीएलए के अलावा अन्य आतंकी संगठन भी चीनी नागरिकों को निशाना बनाते रहते हैं। 2017 में क्वेटा में एक चीनी जोड़े का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने भी कई चीनी नागरिकों को निशाना बनाया है.

 

क्या पाकिस्तान में तैनात रहेगी चीनी सेना?

इस हमले से चीन बौखला गया है. वह लंबे समय से पाकिस्तान पर अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए अपने सुरक्षा बल तैनात करने का दबाव बना रहा है। हाल ही में एक बैठक में चीनी अधिकारियों ने सबूत पेश किए कि पाकिस्तान चीनी श्रमिकों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल रहा है। पाकिस्तान में काम करने वाले चीनी कामगारों के लिए एक सुरक्षा प्रोटोकॉल है, जिसकी अनुमति दोनों देश देते हैं। जब चीनी कर्मचारी काम कर रहे हों या यात्रा कर रहे हों तो उन्हें उच्च स्तर की सुरक्षा दी जाती है। बैठक में चीन ने एक महीने में दो बार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने का दावा किया है.

कराची एयरपोर्ट पर दो चीनी इंजीनियरों की मौत के बाद से चीन भड़का हुआ है. चीनी अधिकारियों का दावा है कि 100 किलो विस्फोटक से भरा ट्रक करीब 40 मिनट तक एयरपोर्ट के बाहर मंडराता रहा. इसकी जाँच नहीं की जाती है और अंततः चीनी इंजीनियरों को ले जा रही कार से टकरा जाती है। चीन ने इसे गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना. चीनी अधिकारी तो यहां तक ​​मानते हैं कि चीनी इंजीनियरों के शेड्यूल की जानकारी ‘अंदर’ से आती थी.

चीन अपने श्रमिकों की सुरक्षा के लिए अपने सुरक्षा बलों को तैनात करना चाहता है। हालांकि, पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां ​​इसके खिलाफ हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि चीनी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों के आसपास चीनी सुरक्षा बलों को तैनात किया जा सकता है।

 

चीनी सेना की तैनाती भारत के लिए कितनी बड़ी चिंता?

चीन ने CPEC के लिए पाकिस्तान में 62 अरब डॉलर का निवेश किया है. यह प्रोजेक्ट 2015 में लॉन्च किया गया था. इस कॉरिडोर में हाईवे, रेलवे लाइन, पाइपलाइन और ऑप्टिकल केबल का नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। चीन लगातार पाकिस्तान पर अपने सुरक्षा बल भेजने की इजाजत देने का दबाव बना रहा है. अभी तक पाकिस्तान ने अपनी मंजूरी नहीं दी है लेकिन चीन उसका पक्का दोस्त है और संभव है कि आज नहीं तो कल वह अपनी मंजूरी दे ही देगा.

अगर पाकिस्तान इसकी इजाजत देता है तो चीनी सेना वहां तैनात हो जाएगी. यह भारत के लिए चिंता बढ़ाने वाली बात होगी. क्योंकि इससे चीनी सेना भी पीओके में आ जाएगी, क्योंकि यहां भी कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. भारत पीओके में किसी भी विदेशी सेना की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं करेगा. पीओके में चीनी सैन्य उपस्थिति से भारत की उत्तरी सीमा के पास चीनी हस्तक्षेप बढ़ेगा। इससे भविष्य में भारत और चीन के बीच उत्तरी सीमा पर तनाव बढ़ने का भी खतरा हो सकता है।

Video: न्यूजीलैंड की संसद में महिला सांसद ने किया माओरी हाका डांस, बिल फाड़कर किया युद्ध घोष, दुनिया भर में वायरल हुआ वीडियो

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न्यूजीलैंड सांसद वायरल वीडियो: न्यूजीलैंड की सबसे युवा सांसद हाना-रविथी माईपी-क्लार्क और उनकी पार्टी के नेताओं ने गुरुवार को सदन में भारी विरोध प्रदर्शन किया। जिसके कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई और दो विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया. इस विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

सदन में हाना राविती माईपी क्लर्क ने माओरी हाका नृत्य के साथ हाउस ऑफ कॉमन्स में 1840 की वेटांगी की संधि से संबंधित एक विधेयक का विरोध किया। जिसमें उनके साथी विधायक भी शामिल हुए. हाना और उनकी पार्टी का यह हाका डांस करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। विधेयक के विरोध में ब्रिटिश क्राउन और माओरी लोगों के बीच 184 साल पुरानी संधि की परिभाषा को बदलने की मांग की गई।

विरोध क्यों किया?

1840 में ब्रिटिश सरकार और माओरी आदिवासी समुदाय के बीच हस्ताक्षरित वेटांगी की संधि ने माओरी को उनके भूमि अधिकारों की गारंटी दी। बिल में बदलाव से यह तर्क सामने आया है कि न्यूजीलैंड में अन्य समुदायों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। जिसमें सभी न्यूजीलैंडवासियों को यह अधिकार देने का प्रस्ताव है। जिसका माओरी नेता विरोध कर रहे हैं.

दर्शकों ने भी डांस कर विरोध जताया

हाना माओरी का एक लोकप्रिय पारंपरिक नृत्य है। गैलरी में खड़े दर्शकों समेत हाना की पार्टी के सदस्यों ने भी सदन में हाना डांस कर विरोध जताया. बाद में सदन की कार्यवाही निलंबित कर दी गई और दो विधायकों को निष्कासित कर दिया गया.

कौन हैं सांसद हाना?

हाना ब्रॉडकास्टर पोटाका माईपी की बेटी हैं। उनके दादा तैतिमु माईपी हैं। जिन्होंने 2020 में कैप्टन हैमिल्टन की मूर्ति को हटाने में योगदान दिया। इससे पहले भी 2023 में पहली बार और 1853 के बाद न्यूजीलैंड की पहली युवा सांसद माईपी क्लार्क ने शपथ लेते समय सदन में माओरी संस्कृति की झलक पेश की थी। उस वक्त उनकी उम्र 22 साल थी.