प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने गृह राज्य गुजरात की तीन दिन की यात्रा पर है। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर पहुंचे है। विश्व वन्यजीव दिवस के मौके पर नरेंद्र मोदी ने सोमवार की सुबह जूनागढ़ जिले में स्थित गिर वन्यजीव अभयारण्य में शेर सफारी की है।
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की थी। यहां से आने के बाद नरेंद्र मोदी रात भर सासन में राज्य वन विभाग के गेस्ट हाउस में रुके है। यहीं से पीएम मोदी शेर सफारी करने गए है। इस शेर सफारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कुछ मंत्री और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद है।
विश्व वन्यजीव दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रह की अविश्वसनीय जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। एक एक्स पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, “आज, #विश्ववन्यजीवदिवस पर, आइए हम अपने ग्रह की अविश्वसनीय जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएं। हर प्रजाति एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है – आइए आने वाली पीढ़ियों के लिए उनके भविष्य की रक्षा करें! हम वन्यजीवों के संरक्षण और सुरक्षा में भारत के योगदान पर भी गर्व करते हैं।”
20 दिसंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र में विश्व के वन्य जीव-जंतुओं और वनस्पतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा उनके सम्मान में 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
पीएम मोदी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करेंगे
गिर वन्यजीव अभ्यारण्य के मुख्यालय सासन गिर में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की सातवीं बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। एनबीडब्ल्यूएल में 47 सदस्य हैं, जिनमें सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के सदस्य, इस क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, मुख्य वन्यजीव वार्डन और विभिन्न राज्यों के सचिव शामिल हैं। बैठक के बाद मोदी सासन में कुछ महिला वन कर्मचारियों से भी बातचीत करेंगे।
प्रोजेक्ट लायन के लिए 2,900 करोड़ रुपये
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्र सरकार ने प्रोजेक्ट लॉयन के लिए 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मंजूर की है, जिसका उद्देश्य एशियाई शेरों का संरक्षण करना है, जिनका एकमात्र प्राकृतिक आवास गुजरात है। वर्तमान में, एशियाई शेर गुजरात के 9 जिलों के 53 तालुकाओं में लगभग 30,000 वर्ग किलोमीटर में फैले हुए हैं। राष्ट्रीय परियोजना के एक भाग के रूप में, जूनागढ़ जिले के न्यू पिपल्या में 20.24 हेक्टेयर भूमि पर राष्ट्रीय वन्यजीव रेफरल केंद्र की स्थापना की जा रही है।
इसके अतिरिक्त, वन्यजीवों पर नज़र रखने के लिए एक उच्च तकनीक निगरानी केंद्र और संरक्षण प्रयासों को बढ़ाने के लिए सासन में एक अत्याधुनिक अस्पताल स्थापित किया गया है। रविवार को, पीएम मोदी ने रिलायंस जामनगर रिफाइनरी परिसर में पशु बचाव, संरक्षण और पुनर्वास केंद्र वंतारा का भी दौरा किया, जो दुर्व्यवहार और शोषण से बचाए गए जानवरों को अभयारण्य, पुनर्वास और चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है।