Saturday, May 18, 2024
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ब्रेकिंग न्यूज – उत्तर प्रदेश में भाजपा लड़ेगी निषाद पार्टी के साथ गठबंधन में 2022 के चुनाव

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लखनऊ, 24, सितंबर: बीजेपी 2022 का विधानसभा चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निषाद पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ेगी: लखनऊ में यूपी बीजेपी प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह।

नौकरशाही पर विवादित बयान के बाद उमा भारती ने कहा कि वह अपनी भाषा में सुधार करेंगी

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भोपाल, 22 सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने नौकरशाही को लेकर दिए अपने विवादित बयान के सोशल मीडिया पर वायरल होने और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की ओर से आलोचना किए जाने के बाद सिंह को पत्र लिखकर कहा कि वह अपनी भाषा में सुधार करेंगी।
नौकरशाही के खिलाफ भारती के बयान को सिंह ने घोर आपत्तिजनक बताया और कहा कि उन्हें अपने इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए।

दिग्विजय ने ट्वीट किया, ‘‘उमा आप मेरी छोटी बहन के नाते मुझे कम बोलने के लिए चेताती रही हैं। लेकिन आपने नौकरशाहों के खिलाफ जिन अपशब्दों का उपयोग किया है, वे घोर आपत्तिजनक हैं।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘भारतीय संविधान में नौकरशाही नियम एवं कानून के अंतर्गत निष्पक्षता से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे आपके नौकर नहीं हैं, चप्पल उठाने वाले लोग नहीं हैं। आप केंद्रीय मंत्री रही हैं, मुख्यमंत्री रही हैं। इस प्रकार की टिप्पणी आपको नहीं करनी चाहिए। आपको माफी मांगनी चाहिए।”

ब्यूरोक्रेसी की औकात क्या है, वो तो हमारे चप्पल उठाती है, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती का विवादित बयान

उमा आप मेरी छोटी बहन के नाते मुझे कम बोलने के लिए चेताती रही हैं। लेकिन आपने नौकरशाहों के ख़िलाफ़ जो अपशब्दों का उपयोग किया है वे घोर आपत्तिजनक हैं। https://t.co/DUgxL2jabH

— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 20, 2021

मंगलवार को उमा भारती ने सिंह को लिखे एक संक्षिप्त पत्र में कहा, ‘‘नौकरशाही पर आपने मेरे दिए गए बयान पर उचित प्रतिक्रिया दी है। मुझे अपनी ही बोली भाषा का गहरा आघात लगा है। मैं आपके पीछे पड़ जाती थी कि दादा संयत भाषा नहीं बोलते लेकिन यह बिल्कुल ऐसा हो गया जैसा रामायण में लिखा है… पर उपदेश कुशल बहुतेरे, जे आचरहिं ते नर न घनेरे।’’ उन्होंने लिखा ‘‘ मैं आगे से अपनी भाषा में सुधार करुंगी।’’ मालूम हो कि उमा ने शनिवार को भोपाल में पिछड़े वर्ग के एक प्रतिनिधिमंडल से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा था, “नौकरशाही कुछ नहीं होती, चप्पल उठाने वाली होती है। चप्पल उठाती है, हमारी।”

सोशल मीडिया पर विभिन्न उपयोगकर्ताओं ने इस बयान को सोमवार को साझा किया था। यह वीडियो वायरल होने के बाद भारती ने नौकरशाही के खिलाफ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर खेद प्रकट किया।

गाजियाबाद के सागर ने माउंट फ्रेंडशिप चोटी पर फहराया तिरंगा

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नई दिल्ली : माऊंट एवरेस्ट समेत दुनिया की कई ऊंची चोटियों पर फतह हासिल कर चुके गाजियाबाद के अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना ने एक बार फिर अपने सूबे का नाम रोशन किया है। इस बार उन्होंने 19 सितंबर को हिमाचल प्रदेश की सबसे लंबी, 17,346 फीट उंची पर्वत श्रंखला पीर पंजाल की माउंट फ्रेंडशिप चोटी पर तिरंगा फहराकर देश हित में जनसंख्या नियंत्रण का संदेश भी दिया। सागर कसाना इससे पहले माऊंट एवरेस्ट को भी फतह कर चुके हैं।

पर्वतारोही सागर कसाना ने एक बार फिर गाजियाबाद और अपने प्रदेश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने यह उपलब्धि 19 सितंबर को हासिल की। उनके दल के 8 सदस्यों ने 14 सितंबर को मनाली से चढ़ाई शुरू की थी। उनका यह अभियान सात दिन का था। वह मनाली से ढूंढी, बकरताज होते हुए एडवांस बेस कैंप पहुंचे। 18 सितंबर को आखिरी बेस कैंप से रात में करीब आठ घंटे पैदल चलकर 19 सितंबर सुबह साढ़े सात बजे पीर पंजाल की माउंट फ्रेंडशिप चोटी पर तिरंगा फहराते हुए जनसंख्या नियंत्रण का संदेश दिया। सागर कसाना ने बताया कि इस दौरान रास्ता काफी जोखिम भरा रहा। नुकीली बर्फ और फिसलन के साथ तेज हवाओं व बर्फ की चोटी की दरारों ने काफी परेशान किया। इस बीच तिरंगे ने जोश और गर्मी को बरकरार रखा और लक्ष्य को हासिल किया। उन्होंने बताया कि वह देशवासियों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक करेंगे।
अन्य जगहों तक भी पहुंचाएंगे जनसंख्या नियंत्रण का संदेश
उन्होंने बताया कि वह कश्मीर, लेह लद्दाख, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश की सभी ऊंची चोटियों से जनसंख्या नियंत्रण का संदेश देकर अपने देश को सुनहरे भविष्य की तरफ ले जाने का प्रयास करते रहेंगे। क्योंकि ज्यादा जनसंख्या ने हमारे देश के विकास की गति को रोक दिया है ,जिसके कारण गरीबी बढ़ी है। युवाओं को सही शिक्षा स्वास्थ्य और सही वातावरण नहीं मिल पा रहा है और देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। 
8 सदस्यों के दल में उत्तर प्रदेश से अकेले थे सागर
पूरे दल में उत्तर प्रदेश से अकेले थे सागर कसाना, उनके ग्रुप में उनके अलावा मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और दिल्ली के पर्वतारोही भी शामिल थे। उत्तर प्रदेश से स्वयं सागर कसाना ही थे।
सागर के खाते में है कई उपलब्धियां
सागर कसाना ने इससे पहले भी दुनिया में देश का नाम गौरवान्वित किया है। उन्होंने अफ्रीका खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो और यूरोप खंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस और दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहरा चुके हैं। इसके लिए उनको इसी वर्ष उत्तर प्रदेश का राज्य स्तरीय विवेकानंद अवार्ड लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों से प्राप्त भी हुआ। उन्होंने उत्तर प्रदेश के यूथ आईकॉन से भी नवाजा जा चुका है। सागर कसाना गाजियाबाद नगर निगम के स्वच्छता मिशन के ब्रांड एंबेसडर भी हैं।
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कार-ट्रक या टेम्पो में नींबू-मिर्ची लटकाया तो भरना पड़ेगा 5000 रुपये तक जुर्माना

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दिल्ली पुलिस के अनुसार मंगलवार को शाम 5 बजे तक, नंबर प्लेट छिपाने के लिए तकरीबन 250 से अधिक वाहनों का चालान किया गया। पहले अपराध पर 5,000 रुपए जुर्माना है, जो दूसरी बार अपराध करने पर दोगुना हो जाता है.

दिल्ली, 21, सितम्बर : बुरी नजर से बचने के लिए वाहनों पर नींबू-मिर्च या काला रिबन लटकाने वालों के खिलाफ अब दिल्ली पुलिस सख्त होने जा रही है। आपको बता दें कि कुछ लोग वाहन की नंबर प्लेट पर नींबू-मिर्च या काला रिबन बांधने का टोटका करते हैं, जिससे वाहन के नंबर देखने में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को परेशानी होती है। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों में भी नंबर ठीक से नजर नहीं आते हैं और वाहन चालक यातायात के नियम तोड़कर भी आसानी से बच जाते हैं। लेकिन अब दिल्ली पुलिस नेे ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है। 

दिल्ली यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त डॉ. मुक्तेश चंद्र ने इन वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के विशेष आयुक्त ने फोटो शेयर करते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल ड्राइव अभियान के तहत वाहनों की नंबर प्लेट छिपाने के लिए जानबूझकर काला रिबन, नींबू-मिर्ची या ऐसी कोई भी चीज बांधने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। 

विशेष आयुक्त ने बताया कि अगर नंबर छिप भी जाएंगे तो भी पुलिस सॉफ्टवेयर के जरिये सही नंबर पता कर लेगी और नियम तोड़ने वालों के घर सीधे चालान भेजे जाएंगे। विशेष आयुक्त ने ट्विटर हैंडल पर ऐसे वाहनों की कुछ फोटो भी शेयर की हैं। साथ ही लोगों से अपील की है कि वाहनों पर इस तरह की चीजें नहीं लटकाएं, जिससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन हो। उनका कहना है कि अब ऐसे वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

5000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान

ट्रैफिक नियमों के मुताबिक, वाहन की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने या उसे छिपाने पर 5000 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। वहीं, अगर एक बार चालान के बाद दोबारा से इस नियम का उल्लंघन किया जाता है तो जुर्माना भी दोगुना हो जाता है।


भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के नये मुख्यमंत्री

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गांधीनगर, 12 सितंबर (भाषा) : भारतीय जनता पार्टी के विधायक भूपेंद्र पटेल गुजरात के नये मुख्यमंत्री होंगे। 

पटेल (55) को रविवार को यहां सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पटेल के नाम का प्रस्ताव रखा।


रूपाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की थी।

पटेल 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की घाटलोडिया सीट से चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को हराया था।

बड़ी खबर – गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस्तीफा दिया

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अहमदाबाद, 11 सितंबर (भाषा) : गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव से लगभग सवा साल पहले अपना त्यागपत्र राज्यपाल को सौंप दिया।

गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव दिसंबर 2022 में होने हैं।

रूपाणी (65) ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।

उन्होंने शनिवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलने और अपना इस्तीफा सौंपने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया गया। अब मेरी पार्टी जो काम देगी, मैं उसे करुंगा।’’

71 वीं वर्षगाँठ पर सादगी से गुजरा संघ के प्रमुख (मोहन भागवत) का दिन

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धनबाद, 11 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को 71 वर्ष के हो गए। हालांकि उनका आज का दिन भी आम दिनों की तरह गुजरा।

झारखंड के धनबाद के तीन दिवसीय दौरे पर आए सरसंघचालक कं जन्मदिन पर किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। भागवत का जन्म 11 सितंबर 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हुआ था।

आरएसएस के एक पदाधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘उन्होंने योजना के अनुसार धनबाद के शाखा शिक्षकों से मुलाकात की और झारखंड आरएसएस प्रांत के कार्यकारी सदस्यों के साथ चर्चा की।’
पदाधिकारी ने कहा कि उन्होंने कुछ ही लोगों से मुलाकात की। भाजपा, विश्व हिंदू परिषद (विहिप), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के बाहर उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। भागवत इसी स्कूल में ठहरे हुए हैं।
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