Monday, March 17, 2025
spot_img
Home Blog Page 618

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार संग्रहालय बना आकर्षण का केन्द्र 

0

Ada2126fde20e3b6fe6a8fd64b6a36b4

नई दिल्ली, 14 नवंबर (हि.स.)। 43वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला के आगाज के साथ साझीदार राज्य बिहार के पवेलियन का गुरुवार को उद्घाटन किया गया। इस पवेलियन में लोग बिहार संग्रहालय का अवलोकन कर सकेंगे। 14 से 27 नवम्बर तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आज बिहार सरकार के हथकरघा एवं रेशम उत्पादन विभाग के निदेशक निखिल धनराज निप्पाणिकर ने दीप प्रज्ज्वलित कर पवेलियन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बिहार संग्रहालय के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा सहित उद्योग मित्र, बिहार खादी एवं उद्योग विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे l

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में इस वर्ष प्रगति मैदान के हॉल नंबर 2 में पार्टनर स्टेट के रूप में बिहार मंडप लगाया गया है। बिहार पवेलियन में सभ्यता द्वार, बोधि वृक्ष, ग्लास ब्रिज, आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय एवं मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग व टिकुली आर्ट से सजा पवेलियन एवं पवेलियन के सेंटर हॉल में बना बिहार म्यूजियम इस बार का मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। बिहार पवेलियन में पद्मश्री कलाकारों द्वारा मधुबनी पेंटिंग, टेराकोटा कला, सिक्की कला आदि का प्रदर्शन किया जा रहा है। बिहार पवेलियन में 75 स्टॉल के माध्यम से वहां की लोक संस्कृति को देखा जा सकता है।

बिहार पवेलियन के क्रियान्वयन निदेशक निखिल धनराज निप्पाणिकर ने बताया कि इस बार मेले में हैंडलूम एवं हेंडिक्रॉफ्ट तथा खादी के 75 स्टाल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों पर बिहार के पारंपरिक हस्तकलाओं एवं हस्तकरघा उत्पाद जिनमें नालंदा का बाबन बूटी, भागलपुर का सिल्क, मिथिलांचल की मधुबनी पेंटिंग, पटना की टिकुली कला इत्यादि को स्थान दिया गया है। इसके अलावा बिहार खादी के उत्पाद भी रखे गए हैं।

निखिल धनराज ने बताया कि बिहार पवेलियन को प्रत्येक वर्ष मेले की थीम के अनुरूप नयाब डिजाइन एवं रूपरेखा से सजाया जाता है। इस वर्ष बिहार मंडप के मुख्य द्वार को सभ्यता द्वार का रूप दिया गया है l जिसके ऊपर विकसित बिहार@2047 का आकर्षक लोगो बनाया गया है l राइजिंग सन के रूप में दिखाए गए राइजिंग बिहार के पांच प्रमुख विभाग आर्ट एंड कल्चर, उद्योग, टूरिज्म ट्रैवल एंड स्पिरिचुअलिटी, यूथ एंड स्पोर्ट्स एवं वूमेन एंपावरमेंट को इस लोगो में दिखाया गया है l उन्होंने बताया कि लोगों को बिहार मंडप के एक दीवार पर थ्रीडी पेंटिंग में आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय को देख काफी अच्छा लगेगा। वहीं, बुद्ध ब्रिज को भी दिखाया गया है l बिहार पवेलियन की अन्य दीवारों को मिथिला पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग एवं टिकुली आर्ट के बिहार के जाने माने कलाकारों द्वारा सजाया गया है l इन पेंटिंग्स के बीच बने विभिन्न सर्कल में बिहार सरकार के विभिन्न विभागों के विकास को दर्शाया गया है l

 सांकरा उपार्जन केंद्र में राजस्व मंत्री   वर्मा ने धान खरीद का किया शुभारम्भ

0

Ada2126fde20e3b6fe6a8fd64b6a36b4

रायपुर 14 नवंबर (हि.स.)। राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने आज गुरुवार काे तिल्दा विकासखंड के ग्राम सांकरा में विधिवत पूजा अर्चना कर समर्थन मूल्य पर धान खरीद का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक धान खरीद का आज प्रदेश में प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के जीवन में समृद्धि, आत्मनिर्भरता, विकास और खुशहाली के लिये योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य के सभी 2739 उपार्जन केंद्रों में आज 14 नवम्बर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक किसानों से समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने सांकरा उपार्जन केंद्र में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की।

उल्लेखनीय हो कि सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाईस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 07 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीद सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी। खरीद केंद्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट की व्यवस्था किया गया है। खरीद केंद्रों से धान का उठाव मिलर एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से समयानुसार कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी खरीद केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर किसानों के लिए छाया, पानी आदि की व्यवस्था की गई है।

उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय करने आये किसानों को किसी भी समस्या या शिकायत के निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण हेतु ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी।

जौलजीबी मेला भारत, तिब्बत व नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के आपसी सौहार्द को बढ़ाता है: धामी

0

D21c9b99fc635a839dd9cae8ea92389a (1)

पिथौरागढ़, 14 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को ऐतिहासिक जौलजीबी मेला-2024 का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला राज्य के लिए एक अनमोल धरोहर है, जो सदियों से भारत-तिब्बत, भारत नेपाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में आपसी सौहार्द को बढ़ाता आ रहा है। दस दिन तक इस सीमा क्षेत्र में भारत और नेपाल की सांस्कृतिक बयार बहती है।

इस माैके पर मुख्यमंत्री ने 64.47 करोड़ की 18 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें 29.65 करोड़ के 13 कार्याें का लोकार्पण एवं 34.72 करोड़ के पांच शिलान्यास शामिल हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों की ओर से बनाये जा रहे विभिन्न उत्पादों का अवलोकन भी किया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलजीबी मेला हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोने का कार्य करता है। यहां का नेपाल और तिब्बत से सदियों से सांस्कृतिक संबंध रहा है। नेपाल से इस क्षेत्र का रोटी और बेटी का सबंध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे संबंध और मजबूत हो रहे हैं। केदारनाथ और पशुपतिनाथ के बीच आध्यात्मिक यात्रा से भी दोनों राष्ट्रों के सबंधों को मजबूती मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला भारत और नेपाल के बीच आर्थिक सबंधों को बढ़ाने का कार्य भी करता है। यह मेला छोटे व्यापारियों, किसानों और कारीगरों को अपने उत्पादों का मंच प्रदान करने का बड़ा माध्यम है। हमारी अनेक प्रकार की औषधियों को प्रोत्साहित करने में भी यह मेला महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। जिन गांवों को पहले अंतिम गांव कहा जाता था, इस अवधारणा को बदलकर प्रधानमंत्री ने इन गांवों को देश के पहले गांवों की संज्ञा दी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय को बढ़ाने के लिए परंपरागत खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से मंडवा, झिंगोरा और अन्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए स्टेट मिलेट मिशन को मंजूरी दी गई है। राज्य में कलस्टर आधारित 18 हजार पॉली हॉऊस बनाने का निर्णय लिया गया है। सड़क कनेटिविटी में विस्तार से किसानों को अपनी उपज को मंडी तक पहुंचाने में आसानी हुई है।

सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है सीमांत क्षेत्रों का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमवार्ती क्षेत्रों में आधुनिक सड़कों, सुरंगों और पुलों का निर्माण किया जा रहा है। सीमांत क्षेत्रों के विकास सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में हैं। इन क्षेत्रों के विकास के लिए अनेक कार्ययोजनाओं की मंजूरी दी गई है। मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 पौराणिक मंदिरों को विकसित किया जा रहा है।

दस हजार लोग कर चुके हैं आदि कैलाश के दर्शन

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के आदि कैलाश आने के बाद इस क्षेत्र में तेजी से आवागमन बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में इस बार 10 हजार से अधिक लोगों ने आदि कैलाश के दर्शन किये हैं। इससे हमारे इन क्षेत्रों को आर्थिक रूप से आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री की घोषणाएं

इस माैके पर मुख्यमंत्री ने मक्काना से सेकला तक मोटरमार्ग का निर्माण, आपदा प्रभावित क्षेत्र लुमती तोक बगीचा बगड़ में सुरक्षा दीवार का कार्य, मवानी रवानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण और तेजम में मिनी स्टेडियम का निर्माण के साथ ही तीनखोल ढुंगातोली और पण्डा में चेक डैम निर्माण करने की घोषणा की।

इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, विधायक बिशन सिंह चुफाल,हरीश धामी, जिलाध्यक्ष भाजपा गिरीश जोशी, जिलापंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा,ब्लाक प्रमुख धारचूला धन सिंह धामी, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गिरी गोस्वामी और पुलिस अधीक्षक रेखा यादव उपस्थित थे।

उल्लेखनीय कि अस्कोट रियासत के पाल वंश ने वर्ष 1914 में काली और गोरी नदी के संगम स्थल जौलजीबी में मेले की शुरुआत की गई थी। यह मेला लगभग 110 साल पुराना है। दस दिन तक चलने वाला मेला शुरुआत में पूरी तरह से व्यापारिक था। कोलकाता तक से व्यापारी कारोबार के लिए यहां पहुंचते थे। जौलजीबी मेले सेधारचूला, तल्लाबगड़, गोरीछाल, मुनस्यारी, गर्खा क्षेत्र के लोगों को इस मेले से गहराव जुड़ाव हैं। नेपाल के लोग भी अपने स्थानीय उत्पाद इस मेले में लाते हैं और यहां से अपना रोजमर्रा का सामान खरीदकर ले जाते रहे हैं।

राज्यपाल रमेन डेका ने जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामनाएं दीं

0

01b189c1ca995a4c0def8412fa4d7c3d

रायपुर, 14 नवंबर (हि.स.)। राज्यपाल रमेन डेका ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर समस्त जनजातीय समुदाय और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने जनजातीय समुदाय के पूर्वजों के अदम्य साहस, उनकी सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्र निर्माण मे असाधारण योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि

यह समुदाय हमारे समाज का महत्वपूर्ण अंग हैं और उनकी संस्कृति एवं परंपराओं में प्रकृति के प्रति सम्मान और सामूहिकता का अनुपम भाव समाहित है। हमें गर्व है कि हमारे प्रदेश में विविधता से भरी हुई जनजातीय संस्कृतियाँ हैं, जिनसे हमें जीवन के अनेक महत्वपूर्ण मूल्य सीखने को मिलते हैं।

राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन उन सभी महानायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर है, जिन्होंने अपने जीवन में कठिनाइयों के बावजूद अपने समुदाय की अस्मिता और देश की स्वतंत्रता के लिए प्रेरणादायक योगदान दिया। हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

हम सब मिलकर अपने जनजातीय समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उन्नति के लिए प्रतिबद्ध रहें। यही हमारे पूर्वजों के प्रति सच्चा सम्मान होगा ।

उत्तर प्रदेश में पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में कराने का फैसला

0

5b9d2076046394bba6acf3be091f6846 (1)

लखनऊ, 14 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस की प्रारम्भिक परीक्षा एक ही दिन में कराने का निर्णय लिया है।

प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीपीएससी को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद यूपीपीएससी ने यह निर्णय लिया है। अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराया जाएगा।

इसके साथ ही आरओ/एआरओ (प्रा.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग ने समिति का गठन किया है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अतिशीघ्र अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से परीक्षा की तैयारी कर रहे बड़ी संख्या में छात्र प्रयागराज में धरना दे रहेे थे।

भाजपा के शासन में देश ने सुशासन का स्वर्णिम युग देखा: त्रिवेन्द्र

0

9ccca3535f26f3a716321c41ba114897

रुद्रप्रयाग, 14 नवंबर (हि.स.)। केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में सांसद हरिद्वार और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बावई और और स्वांरी ग्वांस गांवों में जनसंपर्क कर कई नुक्कड़ सभाएं कीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को भ्रष्टाचार, जातिवाद और परिवारवाद के अलावा कुछ नहीं दिया, जबकि भाजपा के शासन में देश ने सुशासन का स्वर्णिम युग देखा है।

इस अवसर पर सांसद हरिद्वार रावत ने लोगों को प्रधानमंत्री मोदी के विकास कार्यों से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में किए जा रहे सौंदर्यीकरण कार्य से लेकर ऑलवेदर रोड, ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन कार्य, आयुष्मान योजना से हर गरीब को मुफ्त उपचार, गरीबों को मुफ्त राशन, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला गैस कनेक्शन आदि अनेक योजनाएं, जिनके चलते समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक हमारी सरकार ने विकास को पहुंचाया है, उन्हें मजबूत बनाया।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने विगत 10 वर्ष में गरीबों के कल्याण के लिए कार्य किए हैं। मोदी सरकार में विकास और विरासत दोनों को समान महत्व दिया गया है। वहीं दूसरी और कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ों, दलितों और महिलाओं का अपमान किया है और युवाओं से उनका हक छिना है।

सांसद त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि हमने प्रदेश में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना को एक कदम आगे बढ़ाते हुए संपूर्ण प्रदेश वासियों के लिए अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की शुरुआत की और मुझे ख़ुशी है कि आज लगभग 13 लाख से अधिक लोग इससे मुफ्त उपचार ले चुके हैं। हम प्रदेश में घस्यारी कल्याण योजनाएं लाए ताकि पहाड़ की हमारी माताओं व बहनों को किसी भी गंभीर चोट का सामना न करना पड़े। हमें उन्हें गंभीर चोटों से हमें बचाना था। हम महिलाओं के लिए पति की पैतृक सम्पति में बराबरी का अधिकार लेकर आए ताकि वे मजबूत हो सकें और किसी के आगे हाथ ना फैला सके। हमने महिला सशक्तिकरण को केवल नारे तक ही सिमित नहीं रखा बल्कि उसके लिए कार्य किए, हमने राज्य में स्वरोजगार के लिए होम स्टे योजना की शुरुआत की और आज यह पहाड़ों के लोगों की आर्थिकी को मजबूत कर रहा है। ऐसा ही सौर स्वरोजगार योजना, देवभोग प्रसाद योजना, ग्रोथ सेंटर की शुरुआत जैसे तमाम कार्य जिनसे हमारी माताएं बहनें और हमारे युवाओं के हाथों को कार्य मिला। आज डबल इंजन सरकार के चलते उत्तराखंड में विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

सांसद त्रिवेन्द्र ने लोगों से आगामी 20 नवंबर को केदारनाथ सीट के हाेने वाले उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल के पक्ष में वोट करने अपील की। उन्हाेंने कहा की विकास और सुशासन को और आगे बढ़ाने के लिए हमें काबिल व्यक्ति को चुनकर भेजना है। हमें अपने वोट का सही इस्तेमाल करना है।

इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष त्रिलोचन प्रसाद भट्ट, वरिष्ठ अधिवक्ता हाई कोर्ट जयवर्धन कांडपाल, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य विक्रम कंडारी, भाजपा जिला मंत्री गंभीर सिंह बिष्ट, भाजपा वरिष्ठ नेता पंकज भट्ट, मंडल महामंत्री अर्जुन सिंह नेगी व विक्रम पैलडा, युवा मोर्चा उपाध्यक्ष अमित प्रदाली, मंडल महिला मोर्चा अध्यक्ष दुर्गा करासी सहित तमाम कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित रहे।

फतेहाबाद : राजकीय महाविद्यालय भूना में दीक्षांत समारोह, 400 विद्यार्थियों को मिली डिग्रियां

0

5cad41e3c9bfa01321c0e0bd114fa93b

फतेहाबाद, 14 नवंबर (हि.स.)। राजकीय महाविद्यालय भूना में वीरवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान वर्ष 2015 से वर्ष 2023 तक के कार्यकाल में बीए, बीकॉम, बीएससी तथा वर्ष 2021 से 2023 के दौरान पोस्ट ग्रेजुएट (एमए) उतीर्ण करने वाले करीब 400 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की गई। इस दौरान जिला उपायुक्त मनदीप कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि हांसी के एसडीएम राजेश कोथ, राजकीय महाविद्यालय भट्टू के प्राचार्य सुभाष चंद्र विशिष्ट अतिथि रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को डिग्रियां देकर सम्मानित किया।

जिला उपायुक्त मनदीप कौर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा सभी विद्यार्थी कड़ी मेहनत करें और अपने लक्ष्य को हासिल करें। जीवन में सफलता और असफलता दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए। अपने अंदर आशाओं को हमेशा जीवंत रखना। निश्चित रूप से आप अपने लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि डिग्री हासिल करने का दिन छात्र जीवन में महत्वपूर्ण व यादगार होता है। कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप यह दिन आता है। उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

समारोह के दौरान एसडीएम राजेश कोथ ने कहा व्यक्तिगत व पेशेवर जिंदगी में कड़ी मेहनत ही सफलता का मूल मंत्र होता है। उन्होंने आगे कहा कि हर नौजवान की जिम्मेदारी है कि वह अपनी शिक्षा व हुनर सामाजिक भलाई पर खर्च करे। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩा, निश्चित रूप से आपकी विजय होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र ज्याणी ने की जबकि मंच संचालन प्रोफेसर सुनील कंबोज ने किया। इस अवसर पर एमएम कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास, प्रोफेसर सिलेंद्र सिंह, कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. सीएल जस्सू आदि मौजूद रहे।

झज्जर: रजत पदक विजेता पावर लिफ्टर दिनेश का अभिनंदन

0

9a68e4856bae1386219da30227b9857a

झज्जर, 14 नवंबर (हि.स.)। जिला के गांव कसार के खिलाड़ी दिनेश ने हाल ही में संपन्न हुई ऑल इंडिया बीएसएनल चैंपियनशिप के पावरलिफ्टिंग गेम्स में रजत पदक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। विजेता खिलाड़ी का गुरुवार काे गांव पहुंचने पर खेल प्रेमियों ने जोरदार स्वागत किया। असम राज्य के गुवाहाटी शहर में 11 से 13 नवंबर तक ऑल इंडिया बीएसएनल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। इस चैंपियनशिप के अंतर्गत बीएसएनल में कार्यरत कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन किया गया था। जिसमें देश भर से सैकड़ो खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस चैंपियनशिप के पावरलिफ्टिंग खेल में बहादुरगढ़ के कसार गांव निवासी खिलाड़ी दिनेश ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

जिसकी बदौलत दिनेश ने हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक हासिल किया है। दिनेश बीएसएनएल के बहादुरगढ़ स्थित कार्यालय में टेलीकॉम टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है। बचपन से ही उनकी खेलों में रुचि रही है। दिनेश पावरलिफ्टिंग के साथ-साथ कबड्डी भी खेलते हैं और कबड्डी के खेल में भी वह कई पदक हासिल कर चुके हैं। उन्होंने अपनी इस जीत का श्रेय अपने माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ-साथ अपने कोच नीरज शर्मा को भी दिया है।कोच नीरज शर्मा का कहना है कि खिलाड़ी दिनेश बेहद प्रतिभावान है। कुछ समय पहले ही उन्होंने पावर लिफ्टिंग खेल खेलना शुरू किया है। कोच नीरज शर्मा ने बताया कि दिनेश का चयन जनवरी 2025 में होने जा रहे हैं ऑल इंडिया ओपन पावरलिफ्टिंग गेम्स के लिए भी हुआ है। जिसके लिए दिनेश ने अभी से मेहनत करनी शुरू कर दी है। कोच नीरज शर्मा ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय मे दिनेश अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भी भाग लेकर अपने गांव और हरियाणा प्रदेश के साथ-साथ देश का नाम भी जरूर रोशन करेगा।

समय के साथ मधुमेह से बचा जा सकता है; इन 7 लक्षणों को तुरंत पहचानें

0

Diabet Soo Dp 768x432.jpg

मधुमेह आजकल एक गंभीर बीमारी बन गई है, जिससे दुनिया भर में कई लोग प्रभावित हैं। खासकर भारत में पिछले कुछ सालों से डायबिटीज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके कारण, भारत को वर्तमान में मधुमेह की विश्व राजधानी माना जाता है।

ऐसे में लोगों में बीमारी के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस 2024 के रूप में मनाया जाता है।

आज हम बात करेंगे डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों के बारे में

बहुत अधिक थकान महसूस होना
अनियंत्रित मधुमेह किसी व्यक्ति के ऊर्जा स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे उन्हें सामान्य से अधिक थकान महसूस होने लगती है।

बार-बार पेशाब आना
अगर आपको बार-बार पेशाब आता है या बहुत ज्यादा प्यास लगती है तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण व्यक्ति को बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता होती है, जो आमतौर पर अत्यधिक प्यास के कारण होता है।

धुंधली दृष्टि
यदि आप धुंधली दृष्टि की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह डायबिटीज की शुरुआत का संकेत हो सकता है। ऐसा तब होता है जब रक्त शर्करा का स्तर तेजी से बढ़ता है। आंखों से संबंधित अन्य लक्षणों में काले धब्बे का दिखना या कभी-कभी दृष्टि की हानि शामिल है।

अचानक वजन कम होना
अगर आपका वजन बिना किसी प्रयास के अचानक कम हो रहा है तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें। क्योंकि वजन कम होना डायबिटीज का शुरुआती संकेत हो सकता है।

बार-बार संक्रमण होना
हाई ब्लड शुगर के कारण बार-बार संक्रमण होना भी मधुमेह का संकेत है। इससे विशेष रूप से जननांग यीस्ट संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

झुनझुनी, हाथ और पैर में दर्द
उच्च रक्त शर्करा का स्तर तंत्रिका क्षति का कारण बन सकता है, जिससे पैरों और कभी-कभी बाहों में सुन्नता, झुनझुनी या दर्द हो सकता है।

 सांकरा उपार्जन केंद्र में राजस्व मंत्री   वर्मा ने धान खरीद का किया शुभारम्भ

0

Ada2126fde20e3b6fe6a8fd64b6a36b4

रायपुर 14 नवंबर (हि.स.)। राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने आज गुरुवार काे तिल्दा विकासखंड के ग्राम सांकरा में विधिवत पूजा अर्चना कर समर्थन मूल्य पर धान खरीद का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक धान खरीद का आज प्रदेश में प्रारम्भ हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों के जीवन में समृद्धि, आत्मनिर्भरता, विकास और खुशहाली के लिये योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राज्य के सभी 2739 उपार्जन केंद्रों में आज 14 नवम्बर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक किसानों से समर्थन मूल्य पर धान क्रय किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने सांकरा उपार्जन केंद्र में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की।

उल्लेखनीय हो कि सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमैट्रिक डिवाईस के माध्यम से उपार्जन की व्यवस्था की गई है। छोटे, सीमांत और बडे़ कृषकों के द्वारा उपजाये गए धान को निर्धारित समर्थन मूल्य में खरीदा जाएगा। इसके लिए 07 नवंबर से ही टोकन आवेदन की व्यवस्था आरंभ कर दी गई है। खरीद सीजन में लघु एवं सीमांत कृषकों को अधिकतम 2 टोकन एवं बडे़ कृषकों को 3 टोकन की पात्रता होगी। खरीद केंद्रों में तौल हेतु इलेक्ट्रानिक कांटा-बांट की व्यवस्था किया गया है। खरीद केंद्रों से धान का उठाव मिलर एवं परिवहनकर्ता के माध्यम से समयानुसार कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी खरीद केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था से लेकर किसानों के लिए छाया, पानी आदि की व्यवस्था की गई है।

उपार्जन केंद्रों में धान विक्रय करने आये किसानों को किसी भी समस्या या शिकायत के निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर भी चस्पा कर दिये गये हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान हेतु मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण हेतु ‘‘माइक्रो एटीएम’’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे कि किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जायेगी।